Quotes by डॉ.अवधेश जौहरी in Bitesapp read free

डॉ.अवधेश जौहरी

डॉ.अवधेश जौहरी

@.8556


|| ग़ज़ल ||
कायदा है ग़ज़लों का कि वो अपनी बहर में रहें ।
अंदेशा आँधियों का है परिंदे शजर में रहें ।।

तुम भी हो मुसाफिर जहान में हम भी हैं मुसाफिर ।
तकाजा वक्त का है कि कुछ दिन अपने घर मे रहें ।।

बहुत दूर रहे हम घर से, घर बसाने के खातिर ।
गुजारिश बच्चों की है की अब उनके नजर में रहें।।

आंधियों की दावत पर ये अंधेरे आये हैं ।
जलता हुआ चिराग एक छत पर शहर में रहें ।।

कोई विषपान न कर ले बनो "अवधेश"तुम शंकर ।
हवा में घुल रहा है जो कहर वो विषधर में रहें ।।
...डॉ.अवधेश कुमार जौहरी

Read More

।।दोहा ।।#सही
सही गलत का फैसला, करे विधि का विधान।।
असमंजस में क्यों रहे, ओ पागल इंसान।।
....डॉ.अवधेश कुमार जौहरी

Read More

#रिश्ता
बस्ती है आज बन्द ,ताला चला गया ।
अंधेरों ने किया राज़,उजाला चला गया ।।
रिश्तों में आज कैसी ये बेबस दीवार है ।
भाभी चली गयी है ,साला चला गया ।।
...डॉ.अवधेश कुमार जौहरी

Read More

पहलू विषय पर...
एक पहलू गुज़र गया जब ज़िन्दगी का ।
तब कहीं मिलना हुआ था बन्दगी का ।।
फूल ने जो धूल को इस कदर देखा अभी।
मौन जैसे शब्द गढ़ता हो शर्मिंदगी का ।।
....डॉ.अवधेश कुमार जौहरी
#पहलू

Read More

मेरी चर्चित ग़ज़ल का मक्ता अर्ज है

epost thumb