Obession of my Girl - 8 in Hindi Love Stories by Noor books and stories PDF | Obession of my Girl - 8

The Author
Featured Books
Categories
Share

Obession of my Girl - 8

अब तक अपने पढ़ा, 

ताबिश जो तेजी से उसके पास आते है और उसकी कलाई को पकड़ते हुए कहते है - नूर ये ड्रामा बंद करो , ओर मेरे कपड़े उतरो । 
नूर चौंकते हुए उठाती है - अय्य्यो! ताविश जी, ये आप क्या बोल गए , कोई सुन लेगा तो । कपड़े उतरने बोल रहे है । 

अब आगे,

ताबिश जो काफी हद तक शर्मिंदा हो गए थे । ओ बिना कुछ बोले कबर्ड के पास जाकर कंबल निकलते है । फिर नूर के पास आते हुए उसके बगल से पिल्लों को लेते है । और सोफे पे जाकर लेट जाते है । 

नूर जो उनकी हरकत देख रही थी । ताबिश जो आंखें बंद किए लेते थे । नूर वो भी जद्दा न सोचते हुए सो जाती है । ताबिश जिन्हें काफी तकलीफ हो रही थी सोने मै क्यूंकि उनका पैर सोफे से आधा बाहर था। वही  नूर धीरे-धीरे कंबल हटाते हुए ताविश की ओर देखती है।
उसकी नज़र सीधी ताविश के उस पैर पर जाती है जो सोफे से लटक रहा था । 

ताविश की आंखें बंद थीं, लेकिन उसके चेहरे पर हल्की सी परेशानी साफ़ झलक रही थी।

नूर बुदबुदाती है –
"इतने बड़े है , लेकिन अकड़ उतनी ही बड़ी है । अब देखो ना, खुद ही सोफे पे लेट गए ।वो चुपचाप उठती है, धीरे-धीरे ताविश के पास जाती है। ताबिश जो सामने किसी को खड़े देखते है । वो अपनी आंखें खोलते है -नूर जो उनके एक टक घूर रही थी । 

ताबिश थोड़ा झुंझला जाते है और उसकी ओर देखते हुए कहते है -अब क्या हुआ नूर जो अपने चेहरे का पाउट बनाते हुए जिसमें काफी क्यूट लग रही थी फिर कहती है - आप जाकर बेड पर सो जाए मै यहां काउच पर सो जाऊंगी। 


ताबिश जो उसे घूर कर देखते है और बिना कुछ बोले जाकर बेड पर सो जाते है । नूर भी वहां काउच पर सो जाती है । कुछ देर मै दोनों की नींद काफी गहरी हो जाती है । 

वही कुछ देर बाद ताबिश जो अपनी आंखें खोलते है  और बेड से उठ कर नूर के पास आते है । नूर जो काफी गहरी नींद में थी । ताबिश जो नीचे उसके करीब बैठते है । और गोर से उसके चेहरे को देखने लगते है । फिर उसके फोरहैंड पर किस करते हुए कहते है - बेबी गर्ल मै फिर आऊंगा । नूर जिसके चेहरे पर नींद मै ही हल्की स्माइल आ जाती है । फिर ताबिश उठ कर बाहर की तरफ निकल जाते है । 


सिन चेंज, 
फॉर्महाउस का इंटीरियर....

एक आदमी जो अपने शर्ट को पहन रहा था । 
उसके बाल थोड़े बिखरे हुए थे, गले पर लिपस्टिक के हल्के निशान अब भी दिख रहे थे। कमरे में मद्धम लाइट थी, और उस बिस्तर पर एक लड़की कंबल को सीने तक ओढ़े, अधूरी नींद में मुस्कुरा रही थी।

वो लड़की जिसका नाम रिया था वो कंबल को अपने सीने से लपटते हुए उस आदमी के करीब आती है । अपनी धीमी ओर मदहोशी वाली आवाज में कहती है - ओह बेबी , इतनी जल्दी अभी तो रात अधूरी है ।

फिर वो  उसके पास आकर धीरे से उसके होंठों के करीब झुकती है, पर इससे पहले कि उसका स्पर्श उस आदमी तक पहुंचाता । वो आदमी उसकी कलाई कसकर पकड़ लेता है, और एक झटके में उसे खुद से दूर धक्का दे देता है।रिया धम्म से ज़मीन पर गिरती है,


वो आदमी धीरे से उसके पास झुकता है, उसका चेहरा और भी सर्द लग रहा था । फिर कहता है 
तुम जैसी हज़ार लड़कियाँ मेरी ज़िंदगी से गुज़री है । और हर एक को मैंने इसी तरह इस्तेमाल कर फेंका है। तुम भी उन्हीं में एक हो - बस एक रात की भूख।


फिर वो खड़े होते है और ड्रॉवर से पैसे की बड़ी बंडल निकलते हुए उसके चेहरे पर  फेक हुए कहते है - ये लो तुम्हारी कीमत ओर दफा हो जाओ  ।

रिया जिसकी आंखों मैं आंसू आ जाते है । क्योंकि वो उस आदमी से मोहब्बत करती थी । इतनी बेरुखी और बेज़्जती होने के बाद उठ कर जाने ही वाली थी कि पीछे मुड़कर कहती है काश किसी दिन तुम्हें भी मोहब्बत हो । ताकि तुम्हें महसूस हो, ये कैसा लगता है जब कोई तुम्हारे शरीर को रौंद कर तुम्हारी रूह को ज़िंदा छोड़ जाए । इतना कहकर वो बुझे कदमों से फार्महाउस से निकल जाती है ।


वो शख्स जिसे उसकी बातों से कोई फर्क ही नहीं पड़ा।  अगले ही पल, वो अपनी घड़ी पहनता है, फोन उठाता है । कार की चाबी उठाकर वो फार्महाउस के बाहर निकल जाता है । 

वही दूसरी तरफ , 

रात के दो बजे ,
दरवाज़ा एक धीमी आवाज़ के साथ खुलता है।
ताविश थका-सा, बेमन सा अंदर दाखिल होता है। चेहरे पर वो ठंडी बेरुख़ी अब भी थी। लेकिन जैसे ही उसकी नज़र सामने काउच पर पड़ी नूर पर जाती है, उसका चेहरा एक पल को ठहर जाता है।

नूर, पूरी तरह से कंबल में लिपटी हुई थी ।उसकी नज़र नूर के मासूम चेहरे पर ठहर जाती है । जो सोते हुए काफी मासूम लग रही थी ।वो धीरे से पास आते है। नूर के माथे पर कुछ बाल बिखरे थे। ताविश जो अनजाने में अपना हाथ उसकी ओर बढ़ाते है , उन्हें हटाने के लिए ।
लेकिन बीच में ही रुक जाते है। ताबिश खुद से ये मुझे क्या हो गया था । 


ताविश ठिठक जाता है। मुट्ठी कस जाती है। 
वो वहां से उठ कर वॉशरूम चले जाते है । कुछ देर मै फ्रेश होकर बाहर आते है । फिर एक नजर नूर को देख,  बिना कुछ बोले, वो अपने बिस्तर की तरफ बढ़ते है, कमरे की लाइट धीमी करते है, और जाकर लेट जाते है।

अगली सुबह , 

आगे जारी है.......