गन फ्लावर शिप:
खिला आसमां और खिला सूरज जिससे उसकी किरण वाइट मोटे काच के बने गन फ्लावर शिप पर पड़कर उसकी खूबसूरती में चार चांद लगा रहा था। पर
बाहरी खूबसूरती शिप के अंदर का भयावह रूप कोई देख ले तो सास लेने की भी हिम्मत ना करे
अंदर चारों तरफ घनघोर अंधेरा बस ऊपर से एक गोल रौशनी जगमगा रही थी जिसकी रोशनी नीचे पड़े एक आदमी पर पड़ रही थी।
और वो आदमी जिसका शरीर ताजे जख्मों से भरा था देखने पर साफ पता चलता है की अभी कुछ समय पहले ही उस पर बहुत कोड़े बरसाए हो
इतने अहसहे दर्द के बावजूद उठने की
कोशिश करते हुए "ब,, बॉ,, बॉस,,,, बॉस मुझे छ,, छोड़ दीजिए,,, में मैं सच कह रहा,,, मैंने कु,, कुछ नहीं किया ये सब,,,," वो आगे बोलता की ढीसक्याऊ,,,,की आवाज के साथ एक गोली उसके दाए पैर में आकर धसी वो दर्द भरी चीख के साथ लड़खड़ाते हुए गिर पड़ा।
दर्द का सारा घुट पीकर फिर से खड़े होकर लगड़ाते हुए "बॉ,, बॉस मेरी बात का वि,,विश्वास कीजिए,,,वो,,वो फसा रहा मुझे,,,वो,,वो आपके पी,,पीठ पीछे आ,, प,,," अब भी उसकी बात पूरी नही हुई और एक गोली उसके बाए पैर को खा गई वो तेज चीख के साथ धम्म से गिर पड़ा।
अब तो वो खड़ा भी नहीं हो सकता था बस लेटे हुए दर्द से तड़प रहा था।
पर अब भी हिम्मत कर रहा था बोलने की
"ब,, ब,,बॉस,,,वो धो,,धोका दे र,,हा,,," उसका इतना बोलना ही था की उसके दोनो बाजुओं पर गोली आकर धसी खून से लथपथ वो बस तड़पते हुए थर्र थर्र कांप रहा था। उन गोलियों ने शरीर की सारी ताकत ही छीन ली थी उसकी।
"वो,,वो धो,,,धोका दे र,, हा,, स,,सब,,को,, ग,, गद्द,, गद्दार मैं न,,,,,नही बॉ,, बॉस आप गल,, ती क,,,,," अपनी सारी ताकत बटोर के अपनी लड़खड़ाते जुबां से टूटे हुए शब्द बोल रहा था लेकिन उसके आखिरी शब्द पूरे होने से पहले ही उसपर जबरदस्त गोलियों की बरसात शुरू हो गई। जिससे उसके शब्द हलक में ही रह गए उसे तो झटपटाने तक का समय नहीं मिला।
अचानक सबकुछ कुछ शांत हो गया जैसे कुछ हुआ ही ना हो तभी उस आदमी के बेसुध पड़े शरीर पर सीने में किसी ने अपना पैर रखा।
एक काला साया ही कह सकते हैं उसे क्योंकि वो अंधेरे में डूबा हुआ था दिख रहा था तो बस नीचे पड़े उस आदमी के लाश पर उसका एक पैर
"गलती,,, हा गलती हुई मुझसे,,,तुझे पहचानने की गलती,,,,तू तो मेरा वफादार था ना निराज,,, फिर क्यों,,,? आखिर कैसे मैं तुझे पहचानने में गलती कर गया,,,?" वो बॉस गुस्से से उसकी लाश की तरफ देखते हुए कहा।
"पर,,पर कोई बात नहीं देख,,देख ना,, मैने अपनी गलती सुधार ली तुझे मार कर" ये बोल वो हैवान की तरह हंसने लगा।
हैवान ही तो था। पूरा शरीर गोलियों से छलनी छलनी कर दिया था बेरहम दरिंदे ने,,,
"गद्दार,,,,तुझे तो उसी दिन गटर में लावारिस छोड़ देना चाहिए था,,, तू नमकहराम,,, तूझे क्या लगा बॉस को धोका देकर जिंदा बचके आसमान में उड़ेगा" वो गुस्से से तमतमा उठा और अपने दाए हाथ में पहने वॉच जो सिर्फ दिखने में वॉच था उसके नीचे रेड बटन को टच किया टच करते ही एक अलार्म की आवाज आई और दो आदमी निचे बने लिफ्ट से उपर आए पूरे काले कपडे से लिपटे और चेहरे पर काला मास्क लगा रखा था दोनों ने।
"आजतक जिसने भी मेरे मकसद के बीच गलती किया है,,उसकी लाश ऐसे ही मेरे पैरो तले दबी है,,, और तूने तो गद्दारी किया ना,,,तो तुझे कैसे छोड़ देता,,, ए,,, ले जाओ इस गद्दार को इसके सही जगह और हा रात में ही ये काम करना" उसने बड़े बेहरमी से उसके शरीर को पैरो से कुचलते हुए कहा।
उसकी बात सुनकर दोनो उस लाश को उठा कर ले गए।
"गलती,,,गलती होती है,,, चाहे कितनी भी छोटी क्यों न हो,,, छोटी छोटी गलती की छोटी छोटी सजा देते होंगे छोटे लोग,,, और मेरी नजर में छोटी बड़ी गलती की एक और बराबर सजा,,, मौत,,,,
अगर जिंदगी में बड़ा और पावरफुल बनना है तो बड़ा सोचो,,, बॉस की तरह" ये बोल वो फिर अपनी हैवानी हसी हंसने लगा।
लिवा अपार्टमेंट:
कनंत को पीटने के बाद सब आराम फरमा रहे थे और आराम के साथ एक दूसरे की चुगली कर रहे थे।
कृषि उन्हे आशना और कृषभ की लिफ्ट वाली बात बता रहा था तो सभी उसकी बात सुनकर शॉकीड रिएक्शन दे रहे थे।
काशी दोनों हाथ गाल पर रख "हे भगवान,,, आशना तो अन रोमांटिक है पता नहीं बंद लिफ्ट के अंदर कृषभ का क्या हुआ होगा,,,?"
उसकी बात सुन सभी अपने दिमाग में इमेज बनाने लगते हैं की कृषभ ने जबरदस्ती काशना को kiss किया तो आशना ने उसका मुंह पकड़ चाप दिया और धोबी घाट के कपड़ो की तरह धो रही।
यही सोचते हुए सभी एक साथ "जो भी हुआ होगा अच्छा तो बिलकुल नहीं हुआ होगा"
तभी कनंत एक दम से चिल्लाते हुए "मुझे लग रहा तू फेक रहा,,,बोल दे,, बोल दे की तू झूठ बोल रहा तू सबसे बड़ा झूठा है,,, मै एक घंटे के लिए तेरा नौकर बन जाऊंगा "
उसकी बात सुन सभी अपना सिर पीट लिए।
कृषि आराम से "ठीक है,,, तू झूठ बोल रहा,,, तू सबसे बड़ा झूठा है,,, ले बोल दिया,,,चल अब तू मेरा नौकर" सभी उसकी बात सुन हंसने लगे। तो वही
कनंत उसके पीठ पर मुक्का जड़ "साले,,, मुझे नहीं,, अपने आप को बोल"
कृषि दिमाग पर हाथ रख सोचते हुए "ऐसा बोलने से क्या ही बिगड़ जाएगा मेरा,,, उल्टा ऑफर मिल रहा मुफ्त के नौकर का,,, बोल ही देता हू"
वो बोलने ही वाला था की
"एक मिनट कृषि,,," रिहा सीरियस होकर ऊची आवाज में बोली।
सभी उसकी तरफ गौर से देखने लगे।
"तुम अपना मुंह बंद रखो,,, कृभिन तुम वो आइस्क्रीम चुगली मिशन स्टार्ट करो" सभी उसकी बात सुन उसे अजीब तरह से घूरते हैं। उसका सीरियस लुक देख सोच रहे थे की सीरियस बात होगी पर कैसे भुल गए रिहा तो रिहा है।
कनंत सिर पीट नौटंकी करते हुए "इसका कुछ नहीं हो सकता,, ये आवाज बदलने की मशीन कभी सीरियस नही हो सकती"
सभी उसकी बात पर उसे उसके सिर पर एक चपत लगाते हुए "तू अपना बताना नौटंकी कीड़ा,,," कनंत दात दिखा देता है।
काशी इरिटिड होकर "ए चश्मिश,,, तू जल्दी बताएगा या फिर आधारकार्ड लेकर ही बताएगा"
कृभिन बताना शुरू करता है,,,,,,,
फ्लैश बैक:
लिवा अपार्टमेंट
सुबह 9:30 बजे
अपार्टमेंट के गेट पर ताला लगा देख एक लड़का उस ताले को घूरे जा रहा था। ऐसे घूर रहा था जैसे आखों से ही पिघला देगा।
फिर अचानक नीचे पड़ा पत्थर उठाया और "जो बोले सो निहाल, सत श्री अकाल" ये बोल वो जोर से ताले पर दे मारा,,,,पर ये क्या,,,? ताले को खरोच तक नहीं आई,,,??? कैसे आती
कहा वो ईट के आधे टुकड़े जितना बड़ा लोहे का ताला और कहा कनंत का मारा गया कंचे से भी छोटा पत्थर दोनो में क्या ही बराबरी जो टूट जाता ताला,,,
सही पढ़ा आपने आखिर कनंत के अलावा कौन ऐसी हरकत करेगा।
दरअसल वो काम के वक्त रोज लेट आता है जिससे कृषभ और आशना उस पर भड़क जाते है।
उन्ही के डर से बिचारा आज वक्त से पहले आ गया। काम के वक्त सबका एक ही समय पर ऑफिस में होना बहुत जरुरी है
काशना और कृषभ ने सबको आज 10 बजे से पहले आ जानें को कहा था।
और कृषभ ने कनंत को घूर कर साफ
हिदायत दी थी की "जो लेट आया वो उलटे पांव वापस फूट लेना" इ
सीलिए बिचारा डेढ़ घंटे से गेट के बाहर खड़ा ताला तोड़ने की जी जान लगा कर कोशिश रहा।
माथे पर पसीना नही आ रहा था फिर भी पसीना पोंछ
नौटंकी करते हुए "लगता हैं इस ताले का मन ही नहीं है टूटने का"
तभी पीछे से एक लड़के की
आवाज आई "अरे साहब अपने दिमाग में भरा हुआ भूसा निकालिए,,,ताला अपने आप खुल जाएगा"
कनंत आवाज सुन पीछे मुड़ते हुए "कौन है बे,,,?क्या बो,,, ल??"
मुड़कर जैसे ही अपने सामने आइस्क्रीम वाले को देखा उसकी आंखे चमक उठी।
क्या करेगा अब कनंत,,,? आगे की स्टोरी अगले भाग में,,,,😁😁😁