Tera Lal Ishq - 2 in Hindi Crime Stories by Kaju books and stories PDF | तेरा लाल इश्क - 2

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तेरा लाल इश्क - 2

सुबह: 8:00बजे
एरिया:काला भंडार , पुलिस चौकी

"आह,,,आह,,,नहीइई,,, न नही,,,,, ममत,,,म,,ममारो मुझे,,, ममैने क,,,कुच्छ न नही किया,,,साहब छ,,,छोड़ दो मू,,,मुझे मै,,,मैं किसी को कुच्चछ न,,नही बताऊंगा" एक आदमी दर्द से तड़प ते हुए बोला। 

"बताएगा भी नहीं क्यू की, तेरी ऊपर की टिकट बुक कर रहे है,,,ज्यादा दिन का मेहमान नही हैं तू" ओ पुलिस के कपड़े पहने आदमी उसे बेहरमी से मारते हुए बोला। 

ओ आदमी गिड़गिड़ाते हुए "म मैं मैंने,,,क क्या,,,बिग,,ड़ा,,," उसकी बात पूरी भी नहीं हुई थी की

"साला,,,हमारे एरिया में जासूसी करेगा,,, और बोलता है क्या बिगाड़ा" उनमें से एक जो हवलदार कपड़े पहन रखा था वो उसके बाल खींचते हुए बोला। 

"क्या तेरेको मालूम नही ये काला भंडार है काला भंडार,,,यहां सिर्फ बॉस का राज चलता है। 
और जो उनके राज में दखलअंदाजी करता है ना,,,बॉस उसका ऊपर का टिकट काट देता है,,,
और तू,,,साला तेरी किस्मत अच्छी है की बॉस यहां नही है वरना तेरी सासे बंद करने में उन्हें एक सेकेंड नही लगता" वो उस पुलिस चौकी का इंस्पेक्टर उसे मारते हुए बोला। 

"आआ आह,,, आह,,,आइ,, आ,,,, आ,,ह,,म,,त,,,," इतना अहसाय दर्द था की उसकी आवाज ने भी उसका साथ छोड़ दिया।

वो उसे बुरी तरह चाबुक से मार रहा था उसके पूरे शरीर पर चाबुक से मारने के निशान थे,,,

पूरा बदन छिल गया था  बहुत बेहरमी से मार रहा था उसे की देखने वालो की रूह काप जाए,,,पर उनमें से किसी के भी माथे पर sikan तक नहीं थी आखिर सबके सब हैवान जो थे।

वो एक पुरानी पुलिस चौकी थी जो अब पूरा कबाड़ खाना लगता था।
और आस पास देखो तो ऐसा लगता है जैसे कोई हवाई हमला हुआ हो,,, 
पूरा एरिया तहस नहस बिलकुल सन्नाटा,,, 
ये एरिया ड्रक्स की डिलीवरी, स्मैकिंग, शराब में मिलावट , बलात्कार जैसे गैरकानूनी धंधे किए जाने के लिए मशहूर हैं,,,
और हैरानी की बात ये है की यहा की पुलिस भी इन धंधों में शामिल हैं,,,इसलिए इस एरिया को "काला भंडार" के नाम से जानते है लोग,,,

मीडिया में भी काफी तहलका मचा हुआ है क्यू कि दिन दहाड़े कॉलेज, स्कूल की जवान लड़कियां और बच्चे गायब हो रहे है,,,
और पुलिस अब तक एक का भी पता नही लगा पाई है,,,पुलिस पर से लोगो का विश्वास टूटता जा रहा है,,,
और मीडिया को शक है कि काला भंडार के पुलिस चौकी में ही कुछ गड़बड़ घोटाला है,,,
अब भी कई सवाल उठ रहे है इस्पेटर 
मुरीद के खिलाफ,,,
क्युकी अभी कुछ दिन पहले ही काला भंडार में मीडिया वाले आए थे इस्पेक्टर मुरीद से हो रहे किटनेपिंग के बारे में सवाल करने  
पर अफसोस की उनके हाथ कुछ नहीं लगा,,,
जब भी आते खाली हाथ ही वापस चले जाते ,या कहो इंस्पेक्टर मुरीद उन्हें जाने देते थे,,,
अकेले जाने की तो कोई हिम्मत ही नहीं करता उस एरिया में,,,जो अकेले जाता था वो कभी लोट कर नही आता था और यही गलती इस आदमी ने की, जो अब उन दरिंदों का शिकार बन चुका है।
और पता नहीं कब तक रहेगा।

लिवा अपार्टमेंट

" Hello दोस्तो सनसनी खेज रिपोर्टिंग में आपका स्वागत है,,,आज की सनसनी खेज खबर वही है, जो हमेशा रहती है आज भी "जिमिन कॉलेज" से पांच लड़किया गायब हो गई है । जबकी गार्ड के साथ पुलिस फोर्स को कॉलेज के चारो तरफ से निगरानी में रखा गया था,,,लड़कियों के मां बाप को पुलिस पर ही शक होने लगा है,,,उनका कहना है की पुलिस के होते हुए भी, अगर उनके  बच्चे गायब हो रहे हैं,,,तो भरोसा कर के ही हमने गलती की ओर अपने बच्चो को घर से बाहर निकलने दिया । अब तो कॉलेज ,स्कूल बंद होने की कंगार पर है हर तरफ पुलिस के खिलाफ नारे लगाए जा रहे हैं और,,,,,

"येएए,,,,ये क्या कर रही हो तुम?"



ये हैं कनंत सरनेम का पता नहीं उम्र 23, दिखने बहुत यंग पर है हद से ज्यादा नौटंकी बाज हर समय नौटंकी जारी रहती हैं इनकी,,, या तक की सीरियस सेचुवेशन में भी,,, चालाक लोमड़ी है पर एक इंसान के सामने इनकी चालाकी इनको भारी पड़ जाती है अब आप पढ़ लो आगे,,,

वो  टीवी बंद करने वाले इंसान को देख कर, देख कर क्या घूरते हुए बोला। 

" दिखता नही टीवी बंद कर रही थी,,,वो सॉरी कर दिया देखो "कनंत"
(ये लड़की और कोई नही काशी है) 



जो आज इस लुक में काफी खूबसूरत ,और स्मार्ट दिख रही थी। 

उसकी बात पूरी भी नहीं हुई थी की , कनांत ने उसके हाथ से रिमोट छीन कर टीवी ऑन कर दिया। तब तक वो न्यूज खत्म भी हो चुकी थी 
वो उसे घूरते हुए "तुमने क्या सोच कर टीवी of कर दिया,,,,क्या तुम देख नही सकती,,,मै जरूरी न्यूज देख रहा था" 

काशी उसकी बात का 
जवाब देते हुए "तो मैंने भी तुम्हे कितनी बार कहा है की ये न्यूज चैनल मत लगाया करो इतनी सी बात तुम्हारे दिमाग में नही घुसती" 

कनंत भौंहे उठाए "क्यू ना देखू मैं,,,,?"

काशी रिमोट छीन चैनल बदलते हुए "क्युकी बार बार देखने से मामला बदल नही जाएगा ना ठीक होगा और ना ही हमारे पास वक्त है" 


कनंत फिर से रिमोट छीन "एक तो तुम्हारी वजह से जरूरी न्यूज खत्म हो गया,,, और तो बाहर खुले आम ड्रक्स डिलीवरी और पता नही क्या?क्या? अधेव धंधे हो रहे हैं,,, और तुम रिमोट लेकर डोरेमॉन देख रही(फिर अचानक चौक कर ) कही तुमने भी ड्रक्स लेना तो शुरू नही कर दीया,,,
(नौटंकी करते हुए) 
हे भगवान,,,,इस लड़की ने क्या क्या पाप कर डाला,,,,अब ये किसी को क्या मुंह दिखाएगी,,,इसे माफ कर दो भगवान इसे छोड़ दो 
इसे अपने पास मत बुलाना,,,,
अगर भूतनी बन गई तो,,, तो मुझे कभी टीवी नही देखने देगी,,,
मेरी सुख शांति छीन लेगी ये भूतनीईईई" (उसने भूतनी वर्ड को लम्बा खीच कर कहा।)
काशी उसकी नौटंकी से इरिटीड हो रही थी लेकिन जब उसने ने दो बार भूतनी सुना तो वो उसे खा जाने वाली नजरो से घूरने लगी । 

"तुम,,,तुमने क्या कहा? तुम्हारी हिम्मत कैसे हुई मुझे
भूतनी कहने की,,,गधे कही के लगता है आज तुम्हारा पीटने का मूड है,,,मुझे खुशी होगी तुम्हारी कुटाई आरती करने में मुझे नशेड़ी भूतनी बोल रहे हो,,, किस ऐंगल से मैं तुम्हे ड्रक्स के नशे में लग रही हू" वो उसे पकड़ते हुए बोली।
वो उसे पीटने के लिए उसकी तरफ लपकी कनन्त सामने से हट गया,,,कनंत सोफे के सामने ही खड़ा था
तो उसके हटने से काशी सोफे पर जा गिरी काशी उठ कर बैठ गई और मुड़ कर कनांत को गुस्से से घूरने लगी।

कनंत को समझ आ गया आज उसकी नौटंकी उसे भारी पड़ गई हैं। 

" वो,,,मैं,,,वो,, तुम ठीक हों ना,,, हेहेहे,,,
सॉ सॉरीईई (वो हकलाते हुए बोला और अपनेदात दिखा दिए) क्या ? ए,,ऐसे क्या घूर रही हों,,,?
तुम्ही मेरे पीछे भाग रही थी,,,मैने थोड़ी तुम्हारी टांग खींची जो ऐसे खा जाने वाली नजरो से देख रही हो,,, देखो मुझे ऐसे मत देखो मैं खाने की चीज नही हु,,,और वैसे भी इसमें तुम्हारी गलती है,,,तुमने ही यह सब शुरू किया था। अब ऐसे बंदरिया की तरह घूर कर मेरे हैंडसम चहेरे को नजर मत,,,,,"

इतने में ही फ्लावर पॉट की जोर से टूटने की आवाज आई और 
एक लड़के की चीख " मम्मीईईई,,,,," और वो लड़का वही गिर कर बेहोश हो गया। 

(बंदरिया सून कर काशी ज्वाला मुखी बनकर फट गई थी। उसने गुस्से में आव देखा ना ताव,,, फ्लावर पॉट तेजी से उठाकर कनंत के को मारने के लिए फेका पर ,पर कनंत समय से नीचे झुक गया, तभी दरवाजा खुला और, फ्लावर पॉट उस लड़के के सर पर जा टूटा,दोनो हिरानी से उस बेहोश पड़े लड़के को देख रहे थे,,, कनंत ने अपना सिर पकड़ लिया।)

"ये क्या किया तुमने, बिचारे😩 को बिना टिकट के ऊपर पहुंचा दिया,,,अब बिना टिकट के बिचारे को न स्वर्ग में जगह मिलेगी न नर्क में" 
कनंत नौटंकी करते हुए बोला।

"अपनी दो टके की नौटंकी बंद करो,,,ये सब तुम्हारी वजह से हुआ है,,,ना तुम मुझे बंदरिया बोलते ना मुझे गुस्सा आता और नाही 
ये सब होता और वैसे भी,,,मैं तुम्हे मार रही थी क्या जरूरत थी नीचे झुकने की अपने आप को बड़ा अभिषेक बच्चन समझते हो ना,,,,
क्या हो जाता थोड़ी सी लग जाती तो,,, हूंऊ" काशी उसके ड्रामे से चिड़ती हुई बोली।

"अरेरेरे,,,मेरी मां तो हाथ से मार लेती ना मुझे
जयजम्म्मा बनने की क्या जरूरत थी,,,एक निर्दोष मानव को टपका दिया" कनंत सिर पीट कर बोला।

"तुम ना कुच्छ,,," काशी आगे बोलती की तभी अचानक लाइट चली जाती है।

दोनो एक साथ "सत्त्यानास"

तो कौन है ये बेहोश पड़ा लड़का,,,? क्या ये उठेगा,,,?या सच में टपक गया,,,?😜😂क्या होगा जब लाइट आएगी,,,? जानने के लिए बने रहे स्टोरी के साथ,,,
              

🙏🙏🙏कल जरूर अपलोड करूंगी आगे का पार्ट 
तब तक पढ़िए नया पार्ट और पसंद आने पर समीक्षा जरूर दे।🙏🙏🙏🙏ताकि मेरा उत्साह बढ़ा रहे । जरूर पढ़े "तेरा लाल इश्क"🤗🤗🤗😍😍🤗😘💕💕💞💕💕💞💕💖💕💞💕💕💞💕💕