saaya-e-dil in Hindi Short Stories by InkImagination books and stories PDF | साया-ए-दिल

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साया-ए-दिल

कहानी शीर्षक: 🌙 "साया-ए-दिल"
लेखिका: InkImagination

प्रस्तावना : कभी-कभी जिंदगी हमें ऐसे इंसानों से मिलाती है, जो हमारे साए की तरह हमारे साथ चलते हैं, बिना किसी शोर के, बिना किसी शर्त के। यह कहानी है 20 साल की शांति और 28 साल के रेहान की, जो एक साधारण मुलाकात से शुरू होकर एक गहरी मोहब्बत में बदल गई। यह एक ऐसी प्रेम कहानी है, जो वास्तविकता की मिट्टी से निकली है, जहाँ भावनाएँ, संघर्ष, और प्यार का जादू हर पल को खास बनाता है।

अध्याय 1: बारिश की मुलाकात
दिल्ली की एक सर्द शाम थी, जब हवा में कोहरे और बारिश की खुशबू तैर रही थी। शांति, एक मध्यमवर्गीय परिवार की बेटी, अपनी नौकरी से लौट रही थी। 20 साल की, लंबे काले बालों वाली, और चेहरे पर एक सादगी लिए, वह एक छोटी सी कॉल सेंटर में काम करती थी। उस दिन उसका छाता टूट गया, और बारिश में भीगते हुए वह बस स्टॉप पर खड़ी थी।तभी एक पुरानी मोटरसाइकिल रुकी, और उस पर सवार एक शख्स ने उसे आवाज़ दी। वह था रेहान—28 साल का, एक फ्रीलांस फोटोग्राफर, जिसके कंधे पर कैमरा लटका था और चेहरे पर एक हल्की दाढ़ी थी। उसने कहा, “आप भीग रही हैं, मेरी बाइक पर बैठ जाइए, मैं आपको पास छोड़ दूँगा।” शांति ने हिचकते हुए हामी भरी, और उसकी बाइक ने बारिश की बूंदों को चीरते हुए रास्ता बनाया।सवारी के दौरान, रेहान ने हल्की-हल्की बातें की—फोटोग्राफी के बारे में, दिल्ली की गलियों के रंगों के बारे में। शांति चुप रही, लेकिन उसकी आवाज़ में एक गर्माहट थी, जो उसे अंदर तक छू गई। स्टॉप पर पहुँचकर, रेहान ने मुस्कुराकर कहा, “अगर फिर बारिश हो, तो मुझे कॉल करना… मेरा नंबर ये लो।” उसने एक पर्ची थमाई, और चला गया, छोड़कर शांति को अपने विचारों में खोए।

अध्याय 2: मुलाकातों का सिलसिला
अगले कुछ हफ्तों में बारिश ने कई बार साथ दिया। शांति को रेहान का नंबर डायल करना पड़ा, और धीरे-धीरे उनकी बातें बढ़ने लगीं। रेहान उसे अपनी फोटोग्राफी की दुनिया में ले गया—पुरानी हवेलियों की तस्वीरें, सूरज की लालिमा, और दिल्ली की रातों के नजारे। शांति को यह सब नया था, और रेहान की आँखों में छिपा जुनून उसे अपनी ओर खींचता था।एक दिन, रेहान ने उसे एक पुराने पार्क में बुलाया। वहाँ, उसने शांति की एक तस्वीर खींची—बारिश की बूंदों से भीगी, मुस्कुराती हुई। “तुम्हारी मुस्कान मेरी सबसे खूबसूरत तस्वीर है,” उसने कहा, और शांति का चेहरा शर्म से लाल हो गया। उस रात, उन्होंने पहली बार अपने दिल की बात साझा की—रेहान ने बताया कि उसने अपने परिवार से दूरी बना ली थी, क्योंकि वे उसकी फोटोग्राफी को बेकार मानते थे। शांति ने कहा, “मेरे पास भी सपने हैं, लेकिन डर है कि वे पूरे न हों।”उनकी आँखें मिलीं, और एक अनकही समझ बन गई।

अध्याय 3: प्यार का इकबाल
कुछ महीनों बाद, उनकी मुलाकातें नियमित हो गईं। रेहान शांति को अपनी बाइक पर घुमाता, और वे चाय की दुकानों पर गपशप करते। एक रात, बारिश में भीगते हुए, रेहान ने शांति का हाथ थामा और बोला, “तुम मेरी जिंदगी में एक साया बन गई हो, शांति… मैं तुमसे प्यार करता हूँ।”शांति की साँसें थम गईं। उसने आँखें झुका लीं, लेकिन उसका दिल जोर से धड़क रहा था। “मैं भी…” उसने धीरे से कहा, और रेहान ने उसे गले लगा लिया। उसकी बाँहें गर्म थीं, और बारिश की बूंदें उनके चेहरों पर गिर रही थीं। उसने उसके माथे पर एक कोमल चुंबन रखा, और शांति ने अपनी आँखें बंद कर ली—जैसे वह उस पल को हमेशा के लिए रोक लेना चाहती हो।लेकिन यह प्यार आसान नहीं था। शांति के माता-पिता को जब इस रिश्ते का पता चला, उन्होंने सख्ती से मना कर दिया। “वह हमसे उम्र में बड़ा है, और उसका कोई स्थिर भविष्य नहीं!” माँ ने कहा। शांति रोई, लेकिन उसने हिम्मत जुटाई और कहा, “वह मेरा सुकून है, माँ… मैं उसके बिना अधूरी हूँ।”

अध्याय 4: संघर्ष की राह
रेहान ने शांति के परिवार से मिलने की कोशिश की। उसने अपने कैमरे और फोटोग्राफी के प्रोजेक्ट्स दिखाए, जो अब उसे अच्छी कमाई दे रहे थे। “मैं शांति की हर जरूरत पूरी करूँगा,” उसने वादा किया। लेकिन परिवार को भरोसा नहीं हुआ। वे उसे “अस्थिर” कहते, और शांति पर दबाव डालते कि वह रेहान से दूरी बनाए।एक रात, शांति ने रेहान को फोन किया, आँसुओं से भरी आवाज़ में। “मुझे लगता है, हमारा रिश्ता टूट जाएगा…”
रेहान ने उसे रोते हुए सुना, और फिर बोला, “अगर तुम मुझसे प्यार करती हो, तो हम लड़ेंगे, शांति। मैं तुम्हें खोना नहीं चाहता।” उसने उसे अपने घर बुलाया, जहाँ उसने अपनी पुरानी तस्वीरें दिखाई—जिनमें शांति की मुस्कान सबसे खास थी।“तुम मेरी हर फोटो में हो,” रेहान ने कहा, और शांति का दिल पिघल गया।

अध्याय 5: मोहब्बत की जीत
कुछ हफ्तों की जद्दोजहद के बाद, शांति के पिता ने रेहान से एक अंतिम मुलाकात की। रेहान ने हाथ जोड़कर कहा, “मैं शांति को सिर्फ प्यार नहीं, सम्मान भी दूँगा। मेरी जिंदगी उसकी मुस्कान के इर्द-गिर्द घूमती है।” पिता की आँखें नम हुईं, और उन्होंने हामी भर दी—शर्त के साथ कि रेहान अपनी जिंदगी को स्थिर करे।रेहान ने एक फोटोग्राफी स्टूडियो शुरू किया, और शांति ने उसकी मदद की। कुछ महीनों बाद, उन्होंने सादी सी शादी की—कोई शोर-शराबा नहीं, सिर्फ प्यार और वादे। शांति ने अपनी माँ की साड़ी पहनी, और रेहान ने उसका हाथ थामकर कहा, “तुम मेरी साया हो, हमेशा के लिए।”

अध्याय 6: रोमांस का आलिंगन
शादी के बाद, एक रात वे अपने नए घर की छत पर थे। चांदनी में शांति की आँखें चमक रही थीं, और रेहान उसे देखता ही रह गया। उसने उसे अपनी बाँहों में खींचा और फुसफुसाया, “तुम्हारी हर साँस मेरे लिए कीमती है।” शांति ने उसकी छाती से सिर टिका लिया, और उनकी साँसें एक-दूसरे से मिल गईं।रेहान ने उसके गालों को छुआ, और उनके होंठ धीरे-धीरे मिले—एक कोमल, भावुक चुंबन, जो उनके प्यार को और गहरा कर गया। हवा में फूलों की खुशबू थी, और शांति ने कहा, “तुम मेरी जिंदगी हो, रेहान…”
“और तुम मेरा दिल,” रेहान ने जवाब दिया, उसे और कसकर बाँहों में भरते हुए।

✨ अंतिम पंक्तियाँ

“कभी-कभी प्यार एक साया बनकर आता है,
जो हमें अकेलेपन से बचाता है और दिल को थाम लेता है।
शांति और रेहान की कहानी यही साबित करती है—
मोहब्बत वही है, जो वक्त की कसौटी पर खरा उतरे।”

🌟 पाठकों के लिए संदेशप्रिय पाठकों, "साया-ए-दिल" शांति और रेहान की एक ऐसी प्रेम कहानी है, जो वास्तविकता और भावनाओं से भरी है। अगर आपको यह पसंद आई, तो कृपया मुझे फॉलो करें और अपने विचार कमेंट में साझा करें। आपका हर प्यार और समर्थन मेरी लेखनी को नई ऊँचाइयों तक ले जाएगा। मेरी अन्य कहानियाँ भी पढ़ें, और मुझे बताएँ कि आपको क्या अच्छा लगा—आपके शब्द मेरे लिए प्रेरणा हैं! ❤️
InkImagination

समाप्त।

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