Rebirth in Novel Villanes - 1 in Hindi Love Stories by Aaliya khan books and stories PDF | Rebirth in Novel Villanes - 1

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Rebirth in Novel Villanes - 1

एपिसोड 1: मौत के बाद की शुरुआत

 

(कहानी: पुनर्जन्म, नई पहचान और अनचाहा प्यार)

 

🕯️ 1. आख़िरी साँझ

“आलीज़ा, जल्दी चलो! मगरिब का वक़्त हो गया है।”
ज़ायरा की आवाज़ फिर कमरे में गूंजी, लेकिन आलीज़ा को जैसे सुनाई ही नहीं दे रहा था। वो अपने बिस्तर पर अधलेटी, गहरी निगाहों से किताब के पन्नों में डूबी हुई थी — किताब का नाम था "The Burning Rose"।

ये कोई मामूली नॉवेल नहीं थी। यह एक प्रसिद्ध फिक्शनल फ़ैंटेसी लव स्टोरी थी, जहाँ मासूम हीरोइन “लूसी” को हमेशा सताने वाली खलनायिका थी “एरिना वॉल्टन” — एक क्रूर, सुंदर लेकिन निर्दयी महिला। कहानी में विलेन था केलन ड्रेवॉन, जो दुनिया को अपने कब्ज़े में लेना चाहता था।

लेकिन जाने क्यों, आलीज़ा का ध्यान लूसी पर नहीं, एरिना और केलन पर ज़्यादा टिकता।

“क्या वाकई एरिना सिर्फ़ बुरी है?” उसने बुदबुदाकर पूछा। “या बस किसी की कहानी में गलत लिख दी गई?”

“तू फिर पढ़ते-पढ़ते नमाज़ मिस कर देगी?” ज़ायरा गुस्से से बोली।

“बस पाँच मिनट, आपी,” आलीज़ा ने मुस्कुरा कर जवाब दिया।

लेकिन वो पाँच मिनट कभी पूरे नहीं हुए।

🚧 2. एक झटका, एक विदाई
रात करीब आ चुकी थी। बारिश हल्की-हल्की गिर रही थी। आलीज़ा एक दोस्त की बर्थडे पार्टी से लौट रही थी, हाथ में वही किताब थी — वही पन्ना खुला हुआ, जहाँ एरिना लूसी को ज़हर देने वाली होती है।
एक पल को उसकी नज़रें सड़क से हटकर किताब पर चली गईं।
और तभी…
तीखी हेडलाइट, एक तेज़ हॉर्न, एक चीख़... और फिर अंधेरा
सब कुछ थम गया।
3. दरबार के पार
जब उसकी आँखें खुलीं, वो ज़मीन पर नहीं थी। उसके नीचे कोई फर्श नहीं — बल्कि बादलों जैसी सफ़ेद रौशनी थी। सामने खड़ा था एक लंबा, सफ़ेद कपड़े पहने व्यक्ति — उसका चेहरा स्पष्ट नहीं था।
"आलीज़ा रईस," वो बोला, "तुम्हारी दुनिया में समय समाप्त हो चुका है।"
"क्या मैं मर गई?" उसने काँपते हुए पूछा।
"हाँ। लेकिन..."
"लेकिन क्या?"
"तुम्हारी रूह ने एक इच्छा माँगी थी — 'काश मैं उस कहानी का हिस्सा बन पाती…' तुम्हारी यह दुआ पूरी की गई है।"
"कौन-सी कहानी?"
"The Burning Rose — लेकिन तुम उसमें एरिना वॉल्टन बनोगी।"
“नहीं! वो तो विलेन है! मुझे लूसी बनना था!”
“इसीलिए तुम्हें वही बनना है, जिसे तुमने नफ़रत से देखा। ताकि तुम जान सको कि सच्चाई हमेशा वैसी नहीं होती, जैसी कहानी में लिखी जाती है।”
अगले ही पल, सब कुछ धुंध बन गया… और आलीज़ा की दूसरी ज़िंदगी शुरू हुई।
🏰 4. नई जागृति
जब होश आया, वो एक सुनहरी छत वाले कमरे में थी। चारों ओर रेशमी परदे, हाथों में सोने के कंगन, और शरीर पर हल्का नीला राजसी गाउन।
"माई लेडी, क्या आप ठीक हैं?" एक महिला नौकरानी उसके पास आई।
“मैं कहाँ हूँ?” आलीज़ा ने पूछा।
"आप अपने कमरे में हैं, लेडी एरिना।"
आईने की ओर देखा — और जो चेहरा सामने था, वो उसका नहीं था। सुनहरे बाल, नीली आँखें, गोरा चेहरा और होंठों पर एक अजीब सी क्रूर मुस्कान।
"मैं... एरिना बन चुकी हूँ..."
🐺 5. वो पहली मुलाक़ात — केलन ड्रेवॉन
वो बग़ीचे में टहल रही थी, खुद से लड़ रही थी कि इस नई पहचान के साथ कैसे जिया जाए, तभी एक भारी और गूंजती आवाज़ सुनाई दी।
“तुम्हारी चाल बदली है, एरिना।”
वो मुड़ी — और सामने खड़ा था केलन ड्रेवॉन।
लंबा, सांवला, गहरी भूरी आँखें, काली पोशाक में वो सच में एक फ़ैंटेसी विलेन जैसा ही लग रहा था।
"क्या देख रही हो?" उसने पूछा।
"तुम्हें," एरिना ने जवाब दिया।
"क्यों? डर लग रहा है?"
"नहीं... हैरानी हो रही है।"
"तुम्हारी आँखें अब वैसी नहीं हैं। उसमें अब… कोई सच्चाई है।”
अगले ही पल वो चला गया, लेकिन उस एक नज़र में जैसे कुछ टूट गया और कुछ नया जुड़ गया।