Shoharat ka Ghamand - 155 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 155

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शोहरत का घमंड - 155

सोमवार का दिन........

अरुण वकील को जेल ले कर आ जाता है और सारी फॉर्मेलिटी पूरी करने के बाद आर्यन को बेल मिल जाती है और अरुण बहुत ही खुश होता है।

अरुण आर्यन को ले कर जेल से आ जाता है।

आलिया अपना काम कर रही होती है तभी कबीर शेखावत उसे अपने केबिन में बुलाता है। तब आलिया उसके केबिन में चली जाती है और बोलती है, "सर आपने मुझे बुलाया है ????

तब कबीर शेखावत बोलता है, "येस MS आलिया मैने आपको बुलाया है"।

तब आलिया बोलती है, "कुछ काम था क्या सर"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "काम था तभी तो बुलाया है, वैसे आप खड़ी क्यों हैं MS आलिया बैठिए न"।

उसके बाद कबीर शेखावत आलिया का हाथ पकड़ कर उसे बैठा देता है और बड़ी ही बेशर्मी से उसे देख रहा होता है। कबीर शेखावत का इस तरह देखना आलिया को बिल्कुल भी अच्छा नहीं लगता है। तभी आलिया बोलती है, "सर आपने मुझे क्यों बुलाया था???

तब कबीर शेखावत बोलता है, "आप थोड़ा देर चुप नहीं बैठ सकती है क्या ????

तब तब आलिया बोलती है, "मुझे कुछ जरूरी काम करना है सर"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "मैं भी तो यहां पर जरूरी काम ही कर रहा हूं"।

पता नहीं आलिया को कुछ अच्छा नहीं लगता है। कबीर शेखावत उसे ऊपर से नीचे तक देख रहा होता है तभी अचानक झटके से वो आलिया का दुपट्टा खींच लेता है और उसे फेक देता है।

ये होते ही आलिया घबरा जाती है और जल्दी से उठती है और बोलती है, "सर ये क्या बद्तमीजी है"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "बदतमीजी मैने अभी की ही कहा है MS आलिया"।

आलिया जल्दी से अपना दुपट्टा उठाने जाती है तभी कबीर शेखावत उसका हाथ पकड़ लेता है और बोलता है, "क्या कर रही हों तुम, मैने बोला न थोड़े देर चुप बैठ जाओ "।

आलिया को बहुत ही गुस्सा आता है और वह गुस्से में बोलती है, "कबीर शेखावत मेरा हाथ छोड़ो "।

ये सुनते ही कबीर शेखावत बोलता है, "क्या बोला जरा दोबारा बोलना"।

तब आलिया बोलती है, "कबीर शेखावत मेरा हाथ छोड़ो"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "सर से सीधा कबीर शेखावत"।

तब आलिया बोलती है, "मैने बोला मेरा हाथ छोड़ो"।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "नहीं छोड़ता बताओ क्या कर लोगी, चिल्लाओगी चिल्लाओ, जितना चिल्लाना है चिल्लाओ"।

आलिया अपना हाथ छुड़ाने की कोशिश करती है मगर कबीर शेखावत और कस की हाथ पकड़ लेता है और बोलता है, "तुम्हे क्या लगता है कि तुम कबीर शेखावत की कैद से निकल सकती हो "।

तब आलिया बोलती है, "तुम क्या कर रहे हो मेरे साथ "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "वही जो मेरा मन कर रहा है, वैसे देखो मैं तुम्हारे साथ सब कुछ प्यार से करना चाहता था क्योंकि तुमने आर्यन की जेल जो भेज दिया है, मगर तुम्हे प्यार अच्छा नहीं लग रहा है तो कोई बात नहीं मैं जबरदस्ती करूंगा तुम्हारे साथ "।

तब आलिया बोलती है, "इन सब में अब आर्यन कहा से आ गया "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "आर्यन तो पहले ही था बीच में तो तुम आई हो"।

तुम आलिया बोलती है, "तुम कहना क्या चाहते हो "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "अरे मैं भी कितना बड़ा पागल हु, तुम्हे पूरी कहानी तो बताई ही नहीं, तो कोई बात नहीं अब बता देता हूं, तो सुनो , देखो मुझे आर्यन से बदला लेना था, मगर मुझे आर्यन कि किसी कमजोरी के बारे में पता ही नहीं था क्योंकि उसकी कोई कमजोरी है ही नहीं, मगर मुझे एक दिन पता चला उसकी कमजोरी उसकी बहन है तो मैने इसका फायदा बड़ी ही जल्दी उठा लिया, और अपने गुंडे भेज दिए उसे लाने के लिए, मगर बीच में तुम आ गई सुपर वूमन बन कर और बचा लिया आर्यन की बहन को "।

तब आलिया बोलती है, "तो वो उस दिन तुम आरू को किडनैप करने आए थे "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "हा... मगर तुमने मुझे उसे किडनैप करने ही नहीं दिया, उसके बाद मुझे बहुत ही गुस्सा आया और फिर मैने तुम्हारे बारे में पता लगवाया, तो मुझे पता चला कि आर्यन ने तुमसे जबरदस्ती शादी की, तो फिर मैने तुम्हारे और उसके बारे में जानने के लिए, एक प्लान बनाया और मेरे उसी प्लान के तहत तुम यहां पर आई, वरना तुम जैसी लड़की को नौकरी कौन देगा तुम्हे पता ही क्या है काम के बारे में "।

तब आलिया बोलती है, "मगर मुझे तो यहां का पता नरेश अंकल ने दिया था "।

तब कबीर शेखावत बोलता है, "मैने उसे पैसे दिए थे तभी तो वो तुम्हे यहां तक लाया था स्वीट हार्ट...........