Virat kohli in Hindi Motivational Stories by Tapasya Singh books and stories PDF | Virat kohli

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विराट: एक अनसुनी कहानी" (एक उपन्यास)भूमिका

दिल्ली की गलियों से निकलकर दुनिया के सबसे महान क्रिकेटरों में शामिल होने का सफर—यह कहानी है विराट कोहली की। यह सिर्फ एक क्रिकेटर की कहानी नहीं, बल्कि संघर्ष, आत्मविश्वास और जुनून की दास्तान है।अध्याय 1: एक सपना जन्म लेता है

1988 की एक ठंडी सुबह, जब दिल्ली के एक मध्यमवर्गीय परिवार में एक बच्चे का जन्म हुआ, तब किसी ने नहीं सोचा था कि यह बच्चा एक दिन क्रिकेट की दुनिया का किंग बनेगा। नाम रखा गया—विराट।

पिता प्रेम कोहली, जो एक वकील थे, अपने बेटे को पढ़ाई में आगे बढ़ाना चाहते थे। लेकिन विराट का झुकाव किताबों से ज्यादा बैट और बॉल की ओर था। छोटी उम्र में ही उनका जुनून दिखने लगा। घर की दीवारें उनकी बल्लेबाजी के सबूत बन चुकी थीं, और माता-पिता समझ गए थे कि उनका बेटा खास है।अध्याय 2: पहली जीत और पहला दर्द

विराट को उनके पिता ने वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी में दाखिल करा दिया, जहां कोच राजकुमार शर्मा ने उनकी प्रतिभा को पहचाना। उन्होंने विराट से कहा,

"तुम सिर्फ एक बल्लेबाज नहीं हो, एक दिन तुम्हें भारत को जीत दिलानी है!"

विराट ने मेहनत की, लेकिन उनकी जिंदगी में एक झटका तब लगा जब 2006 में उनके पिता का निधन हो गया। विराट उस वक्त रणजी ट्रॉफी का एक महत्वपूर्ण मैच खेल रहे थे। टीम संकट में थी, और विराट ने 90 रनों की शानदार पारी खेली, फिर सीधे अपने पिता की अंतिम यात्रा में पहुंचे। उस दिन उन्होंने खुद से वादा किया,

"अब सिर्फ क्रिकेट ही मेरी जिंदगी है!"अध्याय 3: जब दुनिया ने विराट को देखा

2008 में विराट ने भारतीय अंडर-19 टीम की कप्तानी की और अंडर-19 वर्ल्ड कप जिताया। उनकी आक्रामक बल्लेबाजी ने भारतीय चयनकर्ताओं का ध्यान खींचा और उसी साल उन्हें भारतीय सीनियर टीम में मौका मिला।

शुरुआत आसान नहीं थी। कुछ मैचों में असफल रहने के बाद लोग उन्हें "अधिक घमंडी" और "फ्लॉप खिलाड़ी" कहने लगे। लेकिन विराट ने हार नहीं मानी।अध्याय 4: जब 'रन मशीन' बना 'किंग कोहली'

2011 के वर्ल्ड कप में विराट ने शानदार प्रदर्शन किया और भारत को 28 साल बाद चैंपियन बनाने में योगदान दिया। इसके बाद विराट ने पीछे मुड़कर नहीं देखा।2013 में उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में सचिन तेंदुलकर के बाद सबसे भरोसेमंद बल्लेबाज बनने का तमगा हासिल किया।2016 में आईपीएल में 973 रन बनाकर इतिहास रच दिया।2017 में वे भारत के टेस्ट और वनडे टीम के कप्तान बने।

उनकी आक्रामक कप्तानी और धमाकेदार बल्लेबाजी ने उन्हें भारतीय क्रिकेट का नया चेहरा बना दिया।अध्याय 5: 'विरुष्का' की कहानी

2013 में विराट की मुलाकात बॉलीवुड अभिनेत्री अनुष्का शर्मा से हुई। धीरे-धीरे यह दोस्ती प्यार में बदली, और 2017 में उन्होंने शादी कर ली। दोनों की जोड़ी को ‘विरुष्का’ नाम दिया गया।

2021 में विराट पिता बने और उनकी बेटी वामिका का जन्म हुआ। 2024 में उनके बेटे अकाय का जन्म हुआ।अध्याय 6: एक युग का अंत?

2022 में विराट ने टेस्ट कप्तानी छोड़ दी और 2023 वर्ल्ड कप में शानदार प्रदर्शन किया, लेकिन भारत फाइनल हार गया। क्या यह विराट की आखिरी पारी थी? नहीं! विराट ने फिर से वापसी की और 2024 में T20 क्रिकेट में अपने शानदार प्रदर्शन से दुनिया को दिखाया कि "किंग कभी रिटायर नहीं होते!"समाप्ति: विराट - सिर्फ एक नाम नहीं, एक प्रेरणा

यह कहानी सिर्फ एक क्रिकेटर की नहीं, एक सपने, संघर्ष और सफलता की कहानी है। विराट कोहली सिर्फ एक खिलाड़ी नहीं, एक युग, एक भावना और एक प्रेरणा हैं।

"अगर आपका सपना बड़ा है और आपकी मेहनत सच्ची, तो दुनिया की कोई ताकत आपको रोक नहीं सकती!"- विराट कोहली