लॉकडाउन में मोहब्बत - भाग 4: राज़ का पर्दाफाश
कहानी का अगला मोड़ राधिका के लिए एक गहरी उलझन में बदल चुका था। वह खुद को ही नहीं समझ पा रही थी, एक ओर जहाँ वह प्रिंस के साथ हर पल को जी रही थी, वहीं दूसरी ओर उस कॉल ने उसे हैरान कर दिया था। कॉल करने वाले की बातें उसके मन में कई सवाल छोड़ गई थीं। क्या प्रिंस के पास कोई गहरा राज़ था? क्या वह सच में उसी जैसा दिखता था, जैसा उसने बताया था?
राधिका के मन में शंका और उलझन की भावना धीरे-धीरे बढ़ने लगी। उस रात जब उसने प्रिंस के बारे में वह कॉल सुनी थी, तो उसने फैसला किया कि उसे सच्चाई का पता लगाना होगा। वह चाहती थी कि उसके प्यार में कोई कमी न हो, लेकिन क्या वह प्रिंस से सच्ची मोहब्बत कर रही थी या फिर वह बस किसी और जाल में फंसी हुई थी?
अगली सुबह राधिका ने एक खामोशी से प्रिंस से बात की, लेकिन उसकी आँखों में कोई आंशिक सा डर था। वह जानती थी कि अब उसे सच का सामना करना होगा, चाहे वह जितना भी कड़वा क्यों न हो।
"प्रिंस, मुझे तुमसे कुछ जरूरी बात करनी है," राधिका ने उसकी ओर देखा, उसकी आवाज में एक गहरी गंभीरता थी।
"क्या बात है, राधिका?" प्रिंस ने थोड़ी चिढ़ के साथ पूछा, लेकिन उसकी आँखों में एक चौंकाने वाली नर्मी थी, जैसे वह जानता हो कि राधिका के मन में कुछ है, जिसे वह कहने वाली है।
राधिका ने कुछ देर चुप्प रहकर कहा, "क्या तुम मुझसे सच बोल रहे हो, प्रिंस?"
प्रिंस थोड़ा चौंका, फिर हंसा और कहा, "तुम क्या कहना चाहती हो?"
"क्या तुम मुझसे कोई बात छिपा तो नहीं रहे?" राधिका ने आंखों में गहरी नज़र डाली।
प्रिंस का चेहरा अचानक गंभीर हो गया। उसने अपना सिर झुका लिया और फिर एक गहरी सांस लेकर कहा, "राधिका, मुझे तुमसे सच बोलने का वक्त मिल गया है। मैं जो कुछ भी कर रहा था, वह सब तुम्हारे भले के लिए था।"
राधिका ने चौंकते हुए पूछा, "क्या मतलब है तुम्हारा?"
प्रिंस ने धीरे से कहा, "जो कॉल तुमने सुनी थी, वह किसी गलत समझ का हिस्सा थी। वह कोई और नहीं, मेरे पुराने दोस्त थे, जो कभी मेरी जिंदगी में थे। मेरे बारे में कुछ कह रहे थे, जो अब पुराने हो गए हैं।"
राधिका को लगा जैसे किसी ने उसके दिल से एक भारी पत्थर हटा दिया हो, लेकिन फिर भी कुछ छिपा सा अहसास था। "तो तुमने मुझे सच क्यों नहीं बताया?" राधिका की आवाज़ में हिचकिचाहट थी।
"मुझे डर था कि तुम मुझसे दूर चली जाओगी। मैं तुमसे बहुत प्यार करता हूँ, राधिका," प्रिंस ने कहा और उसके हाथों को थाम लिया।
राधिका ने उसकी आँखों में देखा, और उसे महसूस हुआ कि वह सच में उससे प्यार करता है। फिर, धीरे से कहा, "तुम अगर सच में मुझसे प्यार करते हो, तो हमें एक साथ मिलकर यह सब पार करना होगा।"
दोनों के बीच कुछ पल की खामोशी थी, लेकिन फिर एक नई उम्मीद की किरण चमकी। राधिका ने प्रिंस से कहा, "हमें एक दूसरे के बारे में और ज्यादा जानना होगा, पहले जैसा नहीं। अगर हम दोनों अपने अतीत से खुद को बाहर नहीं निकालते, तो हमारा रिश्ता आगे नहीं बढ़ेगा।"
प्रिंस ने सिर झुका लिया, "तुम सही कह रही हो। मैं अब अपनी सच्चाई छिपाऊँगा नहीं।"
उस दिन के बाद, राधिका और प्रिंस ने मिलकर बहुत सारी बातें की। वे एक-दूसरे के अतीत को समझने लगे और एक नई शुरुआत करने की कोशिश करने लगे। राधिका ने प्रिंस को और जानने की कोशिश की, और उसे यह एहसास हुआ कि वह एक ऐसा लड़का है, जो सच्चाई को अपने दिल से चाहता है, भले ही वह कभी भी सामने न आ सके।
एक दिन दोनों ने मिलकर खाना बनाया। राधिका ने शरारत से कहा, "तुम्हारी खाना बनाने की कला और कुछ सीखने की ज़रूरत है।"
प्रिंस ने हंसते हुए कहा, "यह कोई सीक्रेट नहीं है, राधिका, मैं तुम्हारी मदद से और भी अच्छा खाना बना सकता हूँ।"
दोनों का प्यार अब एक नए रूप में बदलने लगा था। एक-दूसरे से बात करने, मस्ती करने और एक-दूसरे को समझने का उनका तरीका बिल्कुल अलग था। हर दिन नए राज़ और नई खुशियाँ खुल रही थीं, लेकिन फिर भी एक सस्पेंस था, जो उनकी कहानी के अगले मोड़ का इंतजार कर रहा था।
जैसे-जैसे दिन बढ़ते गए, राधिका और प्रिंस का प्यार और भी गहरा होता गया। लेकिन क्या यह प्यार पूरी तरह से परिपूर्ण हो सकता है? क्या कोई राज़ फिर से उनका प्यार तोड़ने के लिए आ सकता था?
राधिका ने एक दिन प्रिंस से कहा, "कुछ तो है जो मुझे डराता है, प्रिंस। ऐसा लगता है कि हम दोनों के बीच कुछ और छिपा हुआ है।"
प्रिंस ने उसकी आँखों में देखा और धीरे से कहा, "कभी कभी, दिलों के बीच की दूरी हमें बहुत कुछ बताती है। लेकिन अगर हमें इस रास्ते पर आगे बढ़ना है, तो हमें एक दूसरे पर पूरा विश्वास करना होगा।"
लेकिन, तभी एक और कॉल आया। इस बार राधिका के फोन पर वह कॉल आया, जिसका इंतजार वह नहीं कर रही थी।
"राधिका, तुम्हें बहुत सावधान रहना होगा, क्योंकि तुम बहुत जल्द ऐसी सच्चाई का सामना करोगी, जो तुम्हारे रिश्ते को बदल कर रख देगी।"
यह कॉल राधिका के लिए सबसे बड़ा सवाल बन गया, और अब उसके दिल में एक और सस्पेंस था। क्या यह सच था? क्या प्रिंस के साथ उसका प्यार वाकई पूरी तरह से पक्का था?
अब, राधिका को वह सच्चाई खोजनी थी, जो उसकी जिंदगी में अब तक छिपी हुई थी। लेकिन क्या वह सच्चाई उसे सच्चे प्यार तक ले जाएगी, या फिर उसका दिल फिर से टूट जाएगा?