"सपनों की साझी दुनिया"
एक शहर के छोटे से कोने में एक लड़का था, जिसका नाम हस्सु था। वो एक ऐसा लड़का था, जो हर वक्त अपने सपनों में खो जाता था। छोटी सी नौकरी करता था, लेकिन उसका सपना था कि एक दिन वो दुनिया का सबसे बड़ा लेखक बनेगा। हर रात वो अपने सपनों को लिखने के लिए अपने कमरे में बैठा रहता था, खुद को दुनिया से दूर रखता था, बस अपने लिखने में डूबा रहता था।
एक दिन, एक नये कैफे में जाते वक्त, हस्सु की मुलाकात एक लड़की से हुई। उसका नाम रिया था. रिया एक फ़ोटोग्राफ़र थी, जो दुनिया की ख़ूबसूरती को अपने लेंस के ज़रिए दिखाती थी। वो शहर में नई जगह ढूंढ कर उनकी तसवीरें खिंचती थी। जब हंसी ने रिया की तस्वीर देखी तो उसका दिल एक अजीब से जज़्बात से भर गया। रिया की आंखों में एक गहरी थी, जो उसे अपनी कहानी सुनाने की प्यास जैसी लगती थी।
धीरे धीरे, दोनो दोस्ती करते गये। हस्सु को रिया की तसवीरों ने इतना प्रभाव डाला कि वो अपने लिखने में और बेहतर हो गया। रिया को हंसी की कहानियां इतनी पसंद आईं कि वो उन्हें अपनी तस्वीरों के साथ एक नया प्रोजेक्ट बनाना चाहती थी। रिया के सपने और हस्सु के सपने एक दूसरे से जुड़ गए।
एक दिन, जब दोनों एक खूबसूरत शाम को कैफे में बैठ कर अपने सपने बता रहे थे, हस्सु ने अपने दिल की बात कही, "रिया, तुम्हारी तस्वीरों में एक ऐसी कहानी छुपी होती है, जो सिर्फ तुम समझ सकती हो। और मेरी कहानी , तुम्हारे साथ मिल कर और भी ख़ूबसूरत हो सकती है।”
रिया थोड़ा मुस्कुरायी, फिर कहा, "हस्सु, तुम्हारे सपने सच हो सकते हैं, अगर तुम अपना दर्द और खुशियाँ एक साथ समझ पाओ।"
लेकिन, रिया का दिल भी अपनी कहानी कहने से रुका था। वो अपनी तस्वीरों के लिए जरूरी थी कि अपने सपने जीना चाहती थी, लेकिन उसे लगता था कि दुनिया कभी उसकी तस्वीरों को समझ नहीं पाएगी। हस्सु ने उसे कहा, "दुनिया को तुम्हारे सपने तब समझ आएंगे जब तुम अपने सपनों को अपने दिल से निकाल कर, उन्हें सबके सामने लाओगे।"
धीरे-धीरे, दोनों अपने सपनों की तरफ बढ़ते हैं। हस्सु ने अपनी कहानियों को दुनिया के सामने रख दिया, और रिया ने अपनी तसवीरों के साथ एक किताब बनाई, जिसमें दोनों का एक हिसा था - रिया की तसवीरें और हस्सु की कहानियाँ।
एक साल बाद, रिया और हस्सू की किताब बेस्ट सेलर बन गई थी। दोनों को अपने सपने पूरे होते नजर आते हैं, लेकिन इस सफर में, उन्हें जो सबसे बड़ा सिखाया था, वो ये था कि सपने तभी सच होते हैं जब हम उन्हें अपने साथ किसी और के सपनों के साथ जोड़ कर जीते हैं।
हस्सु और रिया की कहानी एक मिसाल बन गई थी। दोनों को ये समझ आ गया था कि जिंदगी का असली मजा उन सपनों में है, जो हम अपने दिल से छुपकर नहीं, बल्कि साथ मिलकर जीते हैं।
Thank you milte hai firse 🙂 aap sab ko bahut khubsurat aaj ka din jaye follow kar lijiyega 🥺😔 bye