Shoharat ka Ghamand - 109 in Hindi Women Focused by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 109

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शोहरत का घमंड - 109

आलिया के आंखों के सामने अंधेरा छा जाता है और उसे कुछ भी समझ में नहीं आता है कि वो क्या करे।

तभी ईशा आलिया के पास आती है और गले लग कर रोने लगती है और बोलती है, "दी पापा को क्या हो गया है, दी पापा कुछ भी नहीं बोल रहे हैं, आप उठाओ न उन्हें"।

आलिया अंदर से एकदम टूट जाती है और कुछ भी नहीं बोलती है, बस अपने पापा की तरफ देखते रहती है। तभी वो मीनू की तरफ देखती है और मीनू उसकी तरफ देखती है।

तभी नरेश अंकल बोलते हैं, "भाभी आपके गांव से किसी को बुलाना है क्या ????

तब आलिया बोलती है, "नहीं किसी को भी नहीं बुलाना है"।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "बेटा ऐसा थोड़े ही होता है, रस्मों रिवाजों को तो मानना पड़ता है।

तभी आलिया बोलती है, "किस लिए बुलाए किसी को, अपना मजाक बनाने के लिए, हम तो पहले से ही उनके सामने मजाक थे, और अब तो उन्हें और मौका मिल जाएगा"।

और ये बोल कर आलिया रोने लगती हैं। आलिया की मम्मी आलिया की तरफ देखती है और बोलती है, "हा भाई साहब मेरे अंदर अब बिल्कुल भी हिम्मत नहीं है किसी के भी ताने सुनने की "।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "मगर भाभी.....

तभी आलिया बोलती है, "प्लीज अंकल, आप जिद मत करिए"।

तब नरेश अंकल बोलते हैं, "अच्छा ठीक है बेटा मैं साहब से पैसे के लिए बोलता हूं, ताकि सुबह तक पेसो का इंतजाम हो जाए"।

तभी आलिया बोलती है, "नहीं अंकल प्लीज, मुझे मेरी नजरों में और मत गिराइए, और किसी को कुछ भी बताने की जरूरत नहीं है, मुझे जो करना होगा वो मैं खुद ही कर लूंगी "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "मगर मेरे पास तो पैसे नहीं है "।

तब आलिया बोलती है, "कोई बात नहीं मैं बंदोबस्त कर लूंगी, मगर किसी के भीख मांगे हुए पेसो से अपने पापा का अंतिम संस्कार नहीं करूंगी"।

उसके बाद नरेश अंकल वही पर बैठ जाते हैं।

सुबह होती है ..........

आर्यन के घर में सभी नाश्ता कर रहे होते हैं। तभी आर्यन के डैड बोलते हैं, "तुम गए नहीं अपने ससुराल"।

तब आर्यन बोलता है, "मैं भला कही क्यों जाऊंगा"।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "तुम्हारा ससुर मर गया है, तुम्हे तो जाना चाहिए"।

तब आर्यन की मॉम बोलती है,"आप ये क्या बोल रहे हैं "।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "मेरे पास कॉल आई थी"।

तब आर्यन बोलता है, "डैड मैने उसे हमेशा के लिए यहां से भेज दिया है"।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "इतनी सीधी लड़की है क्या वो, जो इतनी आसानी से चली जाएगी "।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "जा कर उस लड़की को कुछ पैसे दे कर आ जाना, ताकि वो यहां पर वापस न आए "।

तब आर्यन की मॉम बोलती है, "उसका बाप मरा है न देखना, आर्यन से पैसे मांगने जरूर आएगी "।

तब आर्यन के डैड बोलते हैं, "तुम से कुछ पैसे ले कर गई है क्या वो "। 

तब आर्यन बोलता है, "नहीं उसने मुझ से कोई पैसे नहीं लिए है "।

उधर आलिया अपनी मम्मी से बोलती हैं, "मम्मी आपके पास जो मेरी सोने की चेन थी वो कहा है "।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "रखी हुई है "।

तब आलिया बोलती है, "अच्छा ठीक है आप वो मुझे ला कर दे दो"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "तुम क्या करोगी उसका"।

तब आलिया बोलती है, "मेरे पास पैसे नहीं है"।

तब आलिया की मम्मी आलिया की तरफ देखती है और बोलती हैं, "तो तुम चेन का क्या करोगी"।

तब आलिया बोलती है, "मैं उसे बेच दूंगी"।

आलिया की मम्मी सब समझ जाती हैं और जल्दी से आलिया को चेन ला कर दे देती हैं।

मीनू और ईशा ये सब देख रहे होते हैं..........