Ishq da Mara - 31 in Hindi Love Stories by shama parveen books and stories PDF | इश्क दा मारा - 31

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इश्क दा मारा - 31

युवी बंटी की तरफ देखने लगता है। तब यूवी की मां बोलती है, "तुम बंटी की तरफ क्यों देख रहे हो, मेरी तरफ देखो"।

यूवी गुस्से में उठता है और बोलता है, "इस घर में कोई चेन से नाश्ता भी नहीं कर सकता है, भेजो इसे बाहर तब तक मैं गाड़ी निकालता हूं"।

ये सुनते ही रानी खुश हो जाती है। यूवी बंटी के साथ बाहर चला जाता है।

यूवी बंटी से बोलता है, "दहेज पापा ने लिया है और गुलाम मुझे बना रखा है, और मेरा भाई तो सबसे सही है, उसे तो किसी से कोई मतलब ही नहीं है, बस अपने में ही रहता है, तुझे पता है कि यहां पर बड़ा सा कुआं कहा है "।

तब बंटी बोलता है, "तू क्या करेगा कुएं के पास जा कर "।

तब यूवी बोलता है, "रानी को धक्का देना है उसमें, ताकि मेरा इससे पीछा हटे"।

तब बंटी बोलता है, " इतनी आसानी से पीछा नहीं हटेगा, बहुत ढीठ लड़की है, बताओ मना करने के बाद भी पीछे पड़ी हुई है "।

तब यूवी बोलता है, "मुझे अब भाभी से ही बात करनी पड़ेगी "।

उसके बाद रानी बाहर आ जाती है और गाड़ी में बैठ जाती हैं।

उधर MLA साहब राजीव से बात कर रहे होते हैं, वो बोलते हैं, "देखो मुझे सब पता है कि गलती तुम्हारी है, और अब कुछ दिनों तक हमे यू ही शांत रहना होगा"।

ये सुनते ही राजीव को गुस्सा आता है और वो बोलता है, "डैड आप ये क्या बोल रहे हैं, मैं शांत बैठ जाऊ, और उन दोनों को छोड़ दू "।

तभी पीछे से राजीव की मॉम बोलती है, "तो तुम क्या चाहते हो कि दुनिया वालो को तुम्हारी करतूत के बारे मे पता चल जाए कि तुमने 10 से ज्यादा लड़कियों रेप कर रखे हैं और सबको मार दिया है"।

अपनी मॉम को देख कर राजीव और उसके डैड चौक जाते हैं। तब राजीव बोलता है, "मॉम आप यहां पर "।

तब राजीव की मॉम बोलती है, "तो क्या अब तुम्हारी वजह से अपना घर बार छोड़ कर विदेशों में ही रहु "।

तब MLA साहब बोलते हैं, "आप कम से कम मुझे तो बता देती, मैं ड्राइवर भेज देता "।

तब राजीव की मॉम बोलती है, "आपके बेटे के नए कांड के बारे मे पता चल गया था, इस लिए जल्दबाजी में आ गई , आपको पता है कि कितना मुश्किल होता है लोगों का मुंह बंद करवाना "।

तब राजीव बोलता है, "ऐसा मैने क्या कर दिया है जो आप इतना गुस्सा हो रही हो मॉम "।

तब राजीव की मॉम बोलती है, "सुधर जाओ राजीव, बहुत हो गया, और तुम इस बार किस लड़की से पंगा ले कर बैठे हो, तुम जानते नहीं हो कि वो कोई गरीब लड़की नहीं है, जिसके साथ तुम कुछ भी करके आराम से घर में बैठ जाओगे, उसका बाप तुम्हे कब्र में से भी निकाल लेगा "।

तब राजीव बोलता है, "मॉम मेरी गलती साबित होगी तब न, डैड ने तो उल्टा उस लड़की पर ही इल्ज़ाम लगा दिया है "।

तब राजीव की मॉम बोलती है, "बंद करो अपनी बकवास और जाओ यहां से, मेरे सर में बहुत दर्द हो रहा है "।

उसके बाद राजीव अपने कमरे से चला जाता है "।

 तब MLA साहब बोलते हैं, "आप क्यों इसकी वजह से अपने सर में दर्द कर लेती हैं, बच्चा है, गलती हो जाती हैं, और करने दो इसे जो करता है "।

तब राजीव की मॉम बोलती है, "अगर कुछ ऐसा वैसा करना था तो किसी और के साथ करता, इतने बड़े बिजनेस मेन की बेटी के साथ करने की क्या जरूरत थी "।

तब MLA साहब बोलते हैं, "आप परेशान मत होइए, मैने सब ठीक कर दिया है.......

शाम होती है.........

यूवी रानी को ले कर आए रहा होता है। तब रानी बोलती है, "आपने मुझे बताया क्यों नहीं कि आपको गोली लगी है"।

तब यूवी बोलता है, "तुम्हे एक बात समझ में नहीं आती है क्या, तुमसे कितनी बार कहा है कि मुझ से दूर रहो और मेरे साथ क्या हो रहा है ये जानने का तुम्हारा कोई हक नहीं है, इसलिए मुंह बंद करो और चुप रहे बैठी रहो, वरना कही जंगलों में छोड़ दूंगा तुम्हे, रहना वहां पर चुड़ेलो के साथ "।

तब रानी बोलती है, "जिस भी लड़की की शादी होगी न तुम से बेचारी परेशान ही रहेगी "।

तब यूवी बोलता है, "तुम खुद पर ध्यान दो मुझ पर नहीं "।

तभी रास्ते में कुछ गुंडे यूवी की गाड़ी के आगे बंदूक ले कर खड़े हो जाते हैं...........