Mohabbat - 1 in Hindi Short Stories by mohammad sadique books and stories PDF | मोहब्बत - पार्ट 1

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मोहब्बत - पार्ट 1

कैसी हो सनाया अब आपकी तबियत कैसी है " "  सनाया से गज़ाला पुछती है। जी पहले से बेहतर है अब फुफ्फू जान। सनाया अपने बिस्तर से पैरों को समेटते हुऐ बैठ जाती है। बैठो ना फुफ्फू आप खडी क्यो हो। सनाया गज़ाला फुफ्फू से कहती है। नही बेटा आप आराम करो  मै तो बस यहा से गुज़र रही थी। तो सोचा क्यो ना अपने लाढली बिटियां से मिलती जाऊ। सनाया से गज़ाला बोलती है। रशीदा फुफ्फू को चाय लाओ। सनाया नौकरानी को आवाज़ देती है। तभी बाहर से शूर की आवाज आती है। सब बाहर की ओर भाग के जाते है। बाहर अरसलान तैय्यब जोर जोर से चिल्ला रहा था। अपने प्यार का इज़हार कर रहा था। ये देख कर गज़ाला और रिमशा(सनाया की मां) अर्शी(सनाया की खाला) सब की आंखे खुली की खुली रह गई। अरसलान तैय्यब ऐसा करेगा। जिसको पुरा मुहल्ला शरीफ समझता है। वो ऐसा करेगा,

अरसलान तैय्यब मुश्ताक साहब के एकलौते साहबजादे है। जिनको तैय्यब जी ने बडे प्यार से पाले है अरसलान की मा अरसलान के पैदा होने के दुसरे ही दिन अपने आप को अल्लाह के हवाले कर दी थी। इस वजह से अरसलान के अब्बा अरसलान को बडे लाड-प्यार से और तहज़ीब से बडा किया है। तैय्यब साहब के दो और भाई है। जाकिर मुश्ताक और इलियास मुश्ताक, जाकिर मुश्ताक साहब के भी एक लडका है इस्माइल जाकिर जो जाकिर साहब को जान से प्यारा है। पर जाकिर साहब अपने शहजादे को तैय्यार साहब जैसे तालीम नही दिये थे। इस्माइल निहायत बत्तमीज़ है। सनाया अरसलान को पसंद है। इसलिए अरसलान सनाया के पास भी किसी को देखता है। तो उसका खुन खौल जाता है। सनाया पर अरसलान को कभी उस नज़र से देखी ही नही थी। क्यो की सारे मुहल्ले मे सब अरसलान की बहुत इज्ज़त करते थे। इस्माइल सनाया को हमेशा परेशान करता था। क्योंकि सनाया थी भी बहुत खूबसूरत पर उसको ये बात भी पता थी के अरसलान सनाया को पसंद करता है। और अरसलान इस्माइल से उतना ही नफरत करता है जितना सनाया से मुहब्बत करता है। सनाया आज जो बेड मे है। तो उसमे पूरा का पूरा इस्माइल का उसके कुछ दोस्तो का है।....

पार्ट टू बहुत जल्द आयेगा ।


क्या सनाया अरसलान के नये चेहरे को देख कर अरसलान को प्यार करेगी। आखिर इस्माइल सनाया को परेशान करता था। क्या अरसलान सनाया के दिल मे जगह बना पाएगा। अरसलान इस्माइल को सबक सिखाएगा या नही 

बने रहे मेरे मात्रुभारती मे।।।। 


ईस कहानी का पार्ट 2 लिखने के लिये id को फालो करो मेरे कहानी को लाईक करके 5 स्टार देके नीचे कमेंट बॉक्स पर जा कमेंट करो। 

जिस से हमको मालूम हो कि यह कहानी मे आप लोंगो को कितना इंट्रेस्ट है। मेरे id मे जा कर मेरे कहानी (दर्द , इश्क और इनाम, पर्दा ) जैसे कहानी को पढो और 5 स्टार दो दुसरो को भी शेर करो। जिस से मेरे और भाई मेरे कहानी को पढ कहानी को लाईक और कमेंट करे।  मेरे सभी मात्रुभारती के दोस्तो का शुक्रिया जिन्हे ने मेरे कहानी को इतना प्यार दिया और मेरा सपोर्ट किया।