My Devil Hubby Rebirth Love - 34 in Hindi Love Stories by Naaz Zehra books and stories PDF | My Devil Hubby Rebirth Love - 34

Featured Books
  • Split Personality - 93

    Split Personality A romantic, paranormal and psychological t...

  • One Step Away

    One Step AwayHe was the kind of boy everyone noticed—not for...

  • Nia - 1

    Amsterdam.The cobbled streets, the smell of roasted nuts, an...

  • Autumn Love

    She willed herself to not to check her phone to see if he ha...

  • Tehran ufo incident

    September 18, 1976 – Tehran, IranMajor Parviz Jafari had jus...

Categories
Share

My Devil Hubby Rebirth Love - 34

रूही ने सारी फाइल्स समेटी और अपने केबिन में चली गई रूही भगवान जी आप मेरी मदद करना वरना पता नहीं यह डेविल अपनी बात मनवाने के लिए मुझसे  क्या क्या करवाइए प्लीज उसे डेविल से मेरी  रक्षा करना फिर जल्दी से अपने काम करने लगीं रूही को काम करते-करते  दोपहर हो गई  उसको यह भी होश नहीं था


कि लंच टाइम हो गया  उसके पास एक लड़की आई रूही चलो लंच टाइम हो गया लंच करने चलते हैं रुही ने जैसे ही उस लड़की कि आवाज सुनी तो उसने पीछे मुडकर देखा और बोली ओह टिना साॅरी लेकिन मुझे अभी बहुत काम है तुम चलो मैं थोड़ी देर में आती हूं टिना ठीक है 



लेकिन जल्दी आना वो जैसे ही जाने के लिए मोड़ी रोको टिना क्या हुआ रूही तूम्हे कूछ काम है रूही मुस्कुराई और बोली थैंक यू टिना थैंक यू किस लिए रूही मैरी फिक्र करने के लिये टिना दोस्ती में नो थैंक्स नौ साॅरी ‌ओके‌  रूही टिना की बात सुनकर मुस्कुराई और बोली ओके 

रूही टिना के जाते ही फिर अपना काम करने लगी रूही को काम करते-करते दोपहर से शाम हो गई लेकिन रूही ने नही लंच किया और नहीं ही‌ सुबह से कुछ खाया 


रूद्र की कार आके  ऑफिस के बाहर रुकी विक्रम ने  जल्दी से कार का दरवाजा खोला रूद्र बाहर आया और ऑफिस की तरफ चल दिया जैसे ही रूद्र अन्दर आया उसने  ने एक नजर रूही को देखा और अपने केबिन में चला गया रुद्र अपनी केबिन में आकर चेयर पर बैठकर रूही को देखने लगा 


रुद्रा रूही को देखा कर मुस्कुराया और बोला ओ वाइफी तुम कितनी मेहनत कर रही हो कि मेरी बात नहीं मानने के लिए अगर तुम इतनी मेहनत मुझसे प्यार करने में करती तो आज हमारे दो बच्चे होते हैं लेकिन तुम ढेरी‌ जिद्दी तुम कभी मेरी बात सुनती नहीं हो बस अपनी मनमानी करती रहती हूं 

थोड़ी देर बाद रूही का  केबिन

रूही थैंक यू भगवान जी मेरी मदद करने के लिए अगर आज आप मेरी मदद नहीं करते तो यह सारा काम मुझसे नहीं होता और वो डेविल मुझसे पता नहीं क्या-क्या करवाता अब उसको  पता  चलेगा कि आखिर उसने किससे  पंगा लिया है 


यह कहकर मुस्कुरा दि उसने जल्दी से फाइलें समेटी और रुद्र के केबिन तरफ जाने को हुई रूही एक बार में फाइल  चेक कर लेती हूं की कोई गड़बड़ तो नहीं है उसने जल्दी से सारी फाइलें चेक करने लगी थोड़ी देर बाद रूद्र  के केबिन के बाहर आके खड़ी हो गई

रूही ने डोर  नोक किया और केविन में चली गई रूही रूद्र को देखकर मुस्कुराई और बोली यह लीजिए सर आपने जो काम दिया था वो पूरा हो गया वो भी छुट्टी होने से पहले पहले आपने क्या सोचा था कि आप मुझे  बहुत सारा काम देंगे और मैं नहीं कर पाऊंगी फिर आप मुझसे जो चाहे करवा सकते हैं 

यह अपने दिमाग से निकाल दीजिए कि आप मुझसे अपनी बात बनवा सकते हैं यह  कहकर उसने फाइल रूद्र को दे दी रूद्र ने एक नजर रूही को देखा फिर उसने फाइल ली ले ली  रूद्र ने फाइल पढ़ी और टेबल पर रखकर पर रखकर अपनी चेयर से उठा और रूही के पास जाने लगा 

रूही रूद्र को अपने पास आता देख बोली‌ तूम मेरे पास क्यों आ रहे हो मैंने फाइल भी कंप्लीट कर दी और कोई गलती भी नहीं है तो दूर रहो मुझसे रुद्र रूही के पास आते हुए बोला सही कहा वाइफी तुमने काम अच्छा करा और कोई गलती नहीं है रुही तो तुम मेरे पास क्यों आ रहे हो यह कहकर रूही दीवार से लग गई

रुद्रा तुमने अपना ऑफिस का काम पूरा किया तो तुम्हारी ड्यूटी खत्म रूही ठीक है फिर मैं घर जा रही हूं यह कहकर रूही जाने लगी रूद्र ने रुही का हाथ पकड़ कर दीवार से लगाया और रूही को किस करने लगा रूही रुद्र से छूटने के लिए अपने दोनों हाथों रूद्र के सीने पर मरने लगी 



Cantinue