You Are My Choice - 12 in Hindi Short Stories by Butterfly books and stories PDF | You Are My Choice - 12

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You Are My Choice - 12

आकाश ने जय से तब तक काव्या का रूटीन चेक अप करने के लिए उसे कहा था जब तक वो पूरी तरह से ठीक नहीं हो जाती। इस बात पे जय ने उसे जवाब दिया था की जय उसकी ड्यूटीज निभाना अच्छे से जानता है। 

काव्या के होश में आने के 4 घंटे बाद रॉनित उसे देखने आया था। आकाश उसके वॉर्ड में बैठके ही अपने लैपटॉप पे काम कर रहा था। रॉनित जैसे ही अंदर आया, दरवाजा खुलने की आवाज से काव्या की आंखे खुल गई। उसने जैसे ही रॉनित को देखा उसकी आंखो में गुस्सा था। रोनित ने तुरंत उसके पास आते हुए कहा, "thank God that you are awake. तुझे पता है हमारी जान निकल गई थी। But I am relaxed now."

काव्या ने अपनी नजरे उसपे से हटा ली। काव्या को इस तरह रिएक्ट करता देख रोनित बोला, "I know.. I know, मेरा लेट आना तुझे पसंद नही आया बट... Baby.... I have a good news. आकाश हमे अपने ex crush के बारे में बताने वाला है।"

उसकी बात सुनते ही काव्या के चेहरे पे स्माइल थी। आकाश ने जब उसके सामने देखा तो अपनी दोस्त के चेहरे पे मुस्कुराहट देख उसे काफी अच्छा लगा। उसने अपना लैपटॉप बंध करते हुए कहा, "मुझे थोड़ा काम है, तू बैठ इसके पास।"

"Bro, you promised me. जब kavu ठीक होगी तब बताएगा तु।" रॉनित ने आकाश को अपनी कही बात याद दिलाते हुए कहा।

"ठिक होने के बाद। She is not recovered yet. बाद में बात करेंगे।" इतना बोलके आकाश अपनी ऑफिस जाने के लिए निकल गया।

आकाश के जाने के तकरीबन एक – डेढ़ घंटे बाद डॉक्टर श्रेया आई। वो नर्स को काव्या के डायट के रिलेटेड इंस्ट्रक्शन दे रही थी तभी रॉनीत ने काव्या से कहा, "ब्रो मुझे लगता है की आकाश अभी भी उस लड़की से ही प्यार करता है।"

श्रेया ने उसकी बात सुनी थी। श्रेया काव्या के पास ही खड़ी थी। काव्या ने धीरे से कुछ बोला, "उसे कहा – अपना दिमाग ज्यादा यूज ना करे।" वो बोल नही पा रही थी क्योंकि ज्यादा बोलने से उसके सिर में दर्द होता था। काव्या ने एक बात बोलने में थोड़ा वक्त लिया था। श्रेया ने काव्या की बात रॉनित से कही। रॉनित ने काव्या की बात का जवाब देते हुए कहा, "तू बोल मत, सुन सिर्फ। तुझे नही लगता... आकाश की बॉस ही उसका crush है, मतलब लड़की इतना परेशान करती है उसे फिर भी कुछ नही कहता।"

"Just tell him to shut up." काव्या ने फिरसे श्रेया से कहा धीरे से कहा।

"तू फिरसे बोली." 

रॉनीत की बात सुनते ही श्रेया ने कड़क आवाज में बोला, "shut up. आप जितना ज्यादा बात करेंगे वो उतना ज्यादा रिस्पांस देने की कोशिश करेगी। प्लीज आप उनसे ऐसी फालतू बाते मत करिए।"

रॉनित ने उसकी पूरी बात में एक ही शब्द के ऊपर ध्यान दिया था और वो था "फालतू"। श्रेया के जाने के बाद उसने सिर्फ एक ही बात बोली, "आकाश का crush, इन्हे यह टॉपिक फालतू लगता है? कुछ तो गड़बड़ है। यह आकाश आधी बात बताता है। इसीसे जाके पूछ लूं? नही यार, मरेगा आकाश। क्यूरियोसिटी बढ़ाके भाग जाता है।" उसने अपने आपसे कहा था, जो काव्या को सुनाई नही दिया। काव्या की आंखे बंध थी। उसे सोता देख रॉनित अपना काम करने लगा।

आकाश अपने ऑफिस में अपनी केबिन में बैठा हुआ था। वो अपने चेयर पे बैठके गहरी सोच में डूबा हुआ था। उसके हाथ में एक तस्वीर थी – 15 ही 16 साल की लड़की की। वो उसे देख रहा था की तभी उसके दरवाजे पे नॉक हुआ। 

"कम इन।"। आकाश ने फोटो अपनी cot के पॉकेट में रखते हुए कहा।

दरवाजा खुलते ही उसके केबिन में एक खूबसूरत लड़की एंटर हुए। वेल ड्रेस्ड, परफेक्ट हेयर और एलिगेंट वॉक। वो आकाश की बॉस मायरा खन्ना थी। मायरा के हाथ में एक फाइल थी। "बहुत दिनों बाद आए हो। लगता है तुम्हारे पास फाइनली टाइम है।"

आकाश ने हसते हुए उसे कहा, "बस.. मेरी फ्रेंड होस्पिटलाइज्ड थी सो... "

"तुम्हारी फ्रेंड यानी काव्या सेहगल।" मायरा ने उसके सामने की चेयर पर बैठते हुए बड़े ही आराम से कहा, मानो जैसे उसे पहले से ही आकाश और उसके आसपास के लोगो के बारे में सब पता हो।

"आप तो मेरे बारे में सब जानती है।" आकाश ने जानकर उससे ऐसा सवाल किया।

"बस.. मेरा दिल करता है की में तुम्हारे बारे में सब जानू।" मायरा ने स्माइल के साथ कहा।

आकाश उसे कुछ कहता उससे पहले ही उसकी एसिस्ट ने दरवाजा खोला। दोनों को देखें उन्हे ग्रीट किया और कहा, "sir, आपकी client के साथ मीटिंग है, 15 min में। 

"हा।" उसने मायरा की तरफ देखते हुए कहा, "I have to go."

"अब तो में तुम्हे रोक भी नही सकती.. वरना मुझे ही प्रॉब्लम होगी। मिलते है बाद में।" 

आकाश के जाने के बाद उसने केबिन के बाहर खड़े अपने असिस्टेंट को उखड़ी हुई आवाज में कहा, "पता लगाओ की आकाश की फ्रेंड कहा एडमिट है? और हुआ क्या था?" इतना बोलके वो उसके पास से अपनी गाड़ी की चाबी लेके निकल गई।


Continues in the next episode....


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