Haivaniyat - 3 in Hindi Love Stories by aruhi books and stories PDF | हैवानियत - 3

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हैवानियत - 3

Tina आग की लपटों में जल रही थी ,,,,,और उसकी चीख,,,उस सड़क पर चारों तरफ गुंज रही थी ,,,,,और वह लड़के सारे तीना को जलते हुए देखा ,,,,,जोर-जोर से हंसे जा रहे थे ,,,,,और कुछ ही देर में तीना का पूरा शरीर जलकर राख हो जाता है ,,,और टीना का नामोनिशान उस सड़क पर ,,,,खत्म हो जाता है

और वह चारों दरिंदे फिर से आजाद ghumne लगते हैं, ,,,,एक महीना बीत चुका था,,, 

आज वह चारों फिर मिलते हैं ,,,,,एक क्लब में,,,,,जहां वह शराब के नशे में पूरा चूर हो चुके थे ,,,,,और एक नए शिकार की तलाश में ,,,,विराज  का सहारा ले रहे थे,,, 

की तभी उस पार्टी हॉल में एक चीखने की आवाज आती है,,,,,,जिसे सुन  वह तीनों के कान खड़े हो जाते हैं,,,,,क्योंकि वह किसी और कि नहीं,,,,,,उन चारों में से एक की आवाज थी ,,,,,जिसे सुन वह तीनों दौड़ते हुए,,,,,,अपने चौथे दोस्त के पास जाते हैं ,,,,,,तो देखते हैं कि उसका वह दोस्त,,,,जमीन पर खून से लटपट पड़ा था,,,,,क्योंकि उसकी मौत हो चुकी थी,,, 

उन्हें समझ नहीं आ रहा था ,,,,,कि अचानक से उसके दोस्त की मौत कैसे हो गई,,,,,,क्योंकि वह कुछ देर पहले ,,,,,अभी साथ में पार्टी इंजॉय कर रहे थे,,,, 

जिससे उन तीनों के चेहरे पर डर के भाव नजर आने लगते हैं,,,,,कि अचानक से उसमें से जो तीन दोस्त में से,,,,,,एक की नजर कैमरे के बाहर खड़ी एक लड़की पर जाती है ,,,,,,जो कोई और नहीं तीना थी,,,,,,वह देखने में बहुत डरावनी लग रही थी ,,,,,,जिसे देख उसे वहां एकदम से डर जाता है ,,,,,और फिर उसे दिशा की तरफ उंगली करते हुए ,,,,,अपनी डरी हुई आवाज में ,,,,,वह जिंदा है,,,,,या कहते हुए वह जमीन पर गिर जाता है,,, 

जिसे देख विराज अपने दोस्त को जमीन से उठा, ,,,पागल है ,,,,इसकी क्या तुझे अंश की मौत का सदमा लग गया,,,क्यों यह रिएक्ट कर रहा है,,,,,,वहां कोई नहीं है,,,,,यह कहते हुए विराज जमीन पर गिरे कार्तिक को उठाते हुए,,,,उसे वहां से ले जाता है

इस वक्त वह तीनों दोस्त डरे  ,,,,उस टूटे हुए बिल्डिंग के अंदर बैठे हुए थे ,,,,,,और आपस में बातें कर रहे थे ,,,,,,कि अंश की मौत हुई तो हुई कैसे ,,,,,यूं अचानक क्या कोई किसी की साजिश है,,,,,,क्यों उसमें से कार्तिक बोल पड़ता है ,,,,,,नहीं यह सब उस लड़की ,,,,उस टीना टीना ने किया है,,,,मैंने तीना को देखा है वह बहुत डरावनी दिखती है,,,,,वह जिंदा है

जिसे सुन विराज गुस्से से,,,,,कार्तिक की तरफ देखते हुए,,,,,तो पागल है,,,,,,उसे हमने अपने सामने जिंदा जलाया था,,,,,वह जिंदा है ही नहीं,,,वह मर चुकी है ,,,तुझे समझ नहीं आता ,,,,,जिसे सुन कार्तिक चिखाते हुए,,,,पागल हो तुम दोनों ,,,वह,हम सबको मार देगी,,,,,,कि हम सबको ,,,,यह कहते हुए वह वहां से चला जाता है,, 

कार्तिक इस वक्त बहुत डरा हुआ था ,,,,,की तभी उस बिल्डिंग में दोबारा चिखने की आवाज आती है ,,,,,जिसे विराज और उसका दूसरा,,दोस्त दौड़ते हुए ,,,,,उसे आवाज की तरफ जाता है,,,,तो देखा है,,की ,,,खिड़की के नीचे उसके दोस्त कार्तिक की लाश पड़ी थी ,,,,,,जिसे देख वह दोनों एक दूसरे की शक्ल देखने लगते हैं ,,,,,जिससे विराज और दूसरा लड़का इसका मतलब कातिल यही कही है,,,,और फिर वह पूरी बिल्डिंग को छानबीन करने लगते हैं लेकिन वहां पर कोई नाम और निशान तक नहीं मिलती,, 

जिससे विराज अपने दूसरे दोस्त की तरफ देख ,,,हार्दिक हमें कुछ करना होगा ,,,मुझे ऐसा क्यों लग रहा है,,,,,इस सब के पीछे कोई तो है,,,पहले अंश कार्तिक,,,,अब हम दोनों बच्चे हैं ,,,,,मतलब वह एक-एक कर,,,,हम दोनों को ,,,,,नहीं हमें कुछ हो ,,उससे पहले हमें कातिल को ढूंढना होगा,,, 

जिसे सुन हार्दिक विराज की तरफ देखते हुए,,,,,,विराज कही कार्तिक,,,,,जो कह रहा था ,,,,, वह सच तो नहीं है,,,,,क्योंकि तू ही ,,,सोच अभी सिर्फ 5 मिनट हुआ होगा,,,,,,कार्तिक से मिले ,,,,,,और वह अचानक,,,,,और अगर उसका फिर कातिल का तो गया,,,,,क्या सच में तीना का कोई भूत,,,,,जिसे सुन विराज,,,,शट ,,,अप इस जमाने में भूत नाम की चीज नहीं होती ,,,,तो बेवकूफ है ,,,,,क्या क्या तुझे याद नहीं,,,उस लड़की को हमने खुद जिंदा जलाया था,,,,,वह बच ही नहीं सकती ,,, , ,,,,उसे हमने खुद अपनी आंखों के सामने राख होते हुए देखा है,,,, 

जिससे हार्दिक नहीं नहीं विराज,,,,हमें इस बात को सीरियस लेना होगा,,,,,,क्योंकि मुझे डर लग रहा है ,,,,,,अब हम सिर्फ हम दोनों बच्चे हैं,,,,की तबीयत अचानक से उसे बिल्डिंग में हवाएं तेज चलने लगती है,,,,,,और वहां की टूटी-फूटी चीज आवाज करने लगी थी ,,,,

चारों तरफ का बैकग्राउंड चेंज होने लगा था ,,,,,आवाज ही भयानक होने लगी थी ,,,,हवाए 💨💨🎐💨💨💨 जोर-जोर चलने लगी थी,,,,,,बिजली कड़कने लगी थी ,,,,,और बारिश होने लगी थी,,, 
हवाएं इतनी तेज चल रही थी ,,,,,कि उन दोनों की आंखों में धूल सा होने लगा था ,,,,,जिसे वह अपनी आंखों को मसलते हुए ,,,,बड़ी मुश्किल से ,,,,,अपने सामने देखते हैं ,,,,,तो उसके सामने सच में तीना खड़ी थी,,,,वह भी एकदम भयानक से रूप में

जिसे देख उन दोनों की आंखें फटी की फट्टी रह जाती है,,,,,क्योंकि उन्हें यकीन ही नहीं हो रहा था,,,,कि तीना उनके सामने खड़ी है ,,,,,क्योंकि उन चारों ने ,,,,अपनी आंखों के सामने टीना को जलते हुए देखा था,,,,,उसकी राख जमीन पर हवाओं की तरह उड़ते हुए देखा था,,, 

जिसे देख वहां दोनों डर से काप पढ़ते हैं,,,,,,क्योंकि इस वक्त तीना दिख भी बहुत भयानक रही थी ,,,,,जिसे देख वह दोनों अपनी कदम पीछे की तरफ लेने लगती है,,,,,कि अचानक से उसे बिल्डिंग में एक जोर से हंसी गुचती है,,,,,और अचानक से ही रोने की आवाज,,,,,,वह आवाज किसी का भी दिल दहला देने जैसी थी

और वही विराज दडर से कापते हुए,,,,,पीछे की तरफ जाते हुए ,,,,,तुम उससे बोला तक नहीं जा रहा था ,

,,,कि एकदम से तीना,,,,तुम दोनों ने मिलकर मुझे  जिंदा जला दिया,,,,,,अब बारी है तुम्हें जिंदा जलने की ,,,,,,,,,यह कहते हुए,,,,,,उस  टूटे हुए छत से पेट्रोल की बारिश होने लगती है,,    

जिसे देख वह दोनों डर जाते हैं,,,,,और एकदम से घुटनों के नीचे आ,,,,,प्लीज मेरे साथ कुछ मत करो,,,,,लेकिन टीना किसी की नहीं सुनती ,,,,,वह आब भी ,,,,अपने कदम कार्तिक हार्दिक की तरफ बढ़ाई जा रही थी ,,,,,जिसे हार्दिक जल्दी से जमीन से उठ पीछे की तरफ जाने लगता है,,,

क्योंकि इस वक्त टीना के हाथों में माचिस की तीली थी ,,,,,,जिसे देख वह पीछे की तरफ जाए जा रहा था ,,,,और अपने सामने तीना का भूत देखा है,,,,,,वह पीछे ना देख सका ,,,,,,जिससे वह सीधा बिल्डिंग से नीचे गिर जाता है,,,,,,जिससे उसकी तुरंत ही मौत हो जाती है,,,,,,,उसे मरा हुआ देख तीन हंसते हुए ,,,,,,अपने कदम विराज की तरफ बढ़ा देती है ,,, 

और वही विराजडर से कांप रहा था,,,,उसकी हिम्मत नहीं हो रही थी,,,,,,कि टीना के पास जाने की,,,,,जिससे वह डरते हुए ,,,,,पीछे की तरफ है जा रहा था ,,,,,कि  क्योंकि तीना अपने कदम विराज की तरफ बढ़ा रही थी ,,,,,,और वही विराज डर से ,,,,,पीछे की तरफ जा रहा था,,,,,,क्योंकि वह इस वक्त पेट्रोल से भीगा हुआ था,,,, 
जिससे विराज एकदम से जमीन पर बैठ ,,,,,अपने दोनों हाथ जोड़ ,,,,टीना टीना मुझे माफ कर दो ,,,,,मैं मैं मैं कुछ उससे बोला नहीं जा रहा था ,,,,,,क्योंकि उसके पास शब्द ही नहीं थे ,,,,,तीना को कुछ कहने की,,,, 

की तभी तीना विराट की तरफ देखते हुए ,,,,,,,तुमने आखिर में ऐसा क्यों किया ,,,,,,,क्यों मारा तुमने तीना को,,,,,,क्यों छीना तुमने ,,,मुझसे मेरी बहन को,,, 

क्या क्या कसूर था मेरी बहन का ,,,,जो तुम चारों है उसे जिंदा जला दिया,,,,,,,मुझे तो तुमसे घिन आ रही है,,,,,,वह कितना प्यार करती थी तुमसे,,,,,,,

अच्छा हुआ कि दी ने,,,,तुम्हारी तस्वीर मुझे दिखाई थी,,,,,अरे मुझे तो नफरत होती है,,,,,तुम जैसे झूठे और मक्कार लोगों से ,,,,,जब प्यार का दावा कर ,,,,,,एसे  खटिया हरकतें करते हो,,,,,,,तुम इंसान नहीं हैवान हो,,,,,और आज तुम्हारी हैवानियत के साथ,,,,तुम भी जल जाओगे,,,,,जिस तरह तुमने सड़क के बीचों बीच,,,,मेरी बहन को जिंदा जलाया था,, 

तुम्हें लगा किसी को कुछ पता नहीं चलेगा,,,,,,मैं भी उस वक्त उसी जगह पर थी ,,,,,,जब तुम सब मेरी बहन को जिंदा जला रहे थे  मुझे लगा मेरी बहन खुश होगी,,,,,मुझे क्या पता था,,,,

कि वह दो महीने से तुम्हारी कैद में थी ,,,,,,मैं कितना फोन ट्राई किया था ,,,,,आखिर में मुझे अपनी बहन को ढूंढते ढूंढते,,,,तुम तक पहुंच ही गई थी ,,,,,और तब से शुरू हुआ ,,,,मेरा असली खेल ,,,,,तुम सबको मौत के घाट उतारने का,,,,,जिस तरह तुमने मेरी बहन को मारा था ना,,,उसी तरह मैं तुम्हें भी मार दूंगी ,,,,यह कह जिया,,,,टीना की जुड़वा हम शकल बहन,, ,वहा माचिस की तीली विराज के ऊपर फेक देती है,,,,जिससे विराज मिनट में जल कर राख हो जाता है,,, 


विराज को जलते देख,,,,जिया मुस्कुरा उठती है,,,,कि तभी वहां पर दो-तीन और लोग आ जाते हैं ,,,जिसके साथ जिया मिल,,,,,अपनी बहन को इंसाफ दिला रही थी

टीना को तो इंसाफ मिल गया,,,,,पर आज भी कई लड़कियां ऐसी हैं ,,,,,,जिसे अब तक इंसाफ नहीं मिला है ,,,,

यह  ऐसी दरिंदगी होती रहेगी ,,,,, हर लड़कियों के साथ ,,,,,,जब तक हम जैसी लड़कियां इन हैवान जैसे लड़कों के जाल में फस्ती रहेंगे ,,,,,, 

इसलिए खुद भी अलर्ट रहो,,,,और दूसरों को भी अलर्ट रहने की सीख दो ,,,,,और इतनी जल्दी किसी पर भरोसा मत करो,,,,क्योंकि कई लोग अभी भी,,,,अच्छाई के मुखौटे पहने ,,,,,,दरिंदे भेडिया होते हैं ,,,,, जो तुम्हें नोचने के लिए बैठे होते हैं