The Author RashmiTrivedi Follow Current Read धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 6 By RashmiTrivedi Hindi Horror Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books Predicament of a Girl - 13 Predicament of a Girl A romantic and sentimental thriller Ko... HAPPINESS - 104 Keep erasing hatred from hearts in the universe. Keep... Love at First Slight - 28 The Grand Event at Marina Bay SandsThe night was alive with... The Village Girl and Marriage - 2 Diya had only seen the world of books; she had not witnessed... Met A Stranger Accidently Turned Into My Life Partner - 14 Riya at home As Riya reaches her home her mother comes near... 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"ऐसा कैसा सर? क्या कोई माँ अपनी बेटी के साथ ऐसा कैसे कर सकता है? मगर अब इतने हादसे के बाद कुछ तो सोचने का बनता है न सर!", पीटर ने भी अपना शक जाहिर करते हुए कहा। मैनेजर अशोक ने उसके काँधे पर हाथ रखते हुए कहा,"यह कलयुग है पीटर, घोर कलयुग!...यहाँ कुछ भी हो सकता है! अच्छा अच्छा, अब मैं समझा, तुम जब ऊपर कमरे में थे तो इधर उधर क्यूँ देख रहे थे। सीढ़ी पर भी तुम बहुत डर गए थे। असल में तुम क्रिस्टीना की आत्मा से डरे हुए हो!" पीटर ने अपना सिर खुजलाते हुए कहा,"हाँ, वो...हमको तो एक पल के लिए लगा, क्रिस्टीना बेबी का सोल ही हमपर हमला किया! लेकिन एक बात बोलूँ सर, वो बहुत प्यारा बच्ची था। जब हम शूटिंग देखने आता था न तो हमको कूकीज देता था खाने को! ...अगर कभी सच में उसका आत्मा हमारे सामने आ गया न तो हम उसको यहीच बात याद दिलाएगा और वो हमको छोड़ देगा!" पीटर की बात सुन अशोक को हँसी आ गई। उसने कहा,"अच्छा? मगर डरपोक तो तुम इतने हो कि किसी आदमी का साया देखकर भी डर जाओ और बातें बड़ी बड़ी करते हो! वैसे एक बात दूँ, यह सोल, आत्मा यह सब कुछ फ़िल्मी और किताबी बातें हैं। इन पर इतना विश्वास करना ठीक नहीं। तुम भी यह सब भूल जाओ। अच्छा अब चलो, काम ख़त्म करो जल्दी...क्रिस बाबा और उनके दोस्त आते ही होंगे अभी।".... क्रमशः रश्मि त्रिवेदी ‹ Previous Chapterधुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 5 › Next Chapter धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 7 Download Our App