The Author RashmiTrivedi Follow Current Read धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 2 By RashmiTrivedi Hindi Horror Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books શંકા ના વમળો ની વચ્ચે - 6 ઉત્તરાયણ પતાવીને પાછી પોતાના ઘરે આવેલી સોનાલી હળવી ફ... નિતુ - પ્રકરણ 52 નિતુ : ૫૨ (ધ ગેમ ઇજ ઓન)નિતુ અને કરુણા બંને મળેલા છે કે નહિ એ... ભીતરમન - 57 પૂજાની વાત સાંભળીને ત્યાં ઉપસ્થિત બધા જ લોકોએ તાળીઓના ગગડાટથ... વિશ્વની ઉત્તમ પ્રેતકથાઓ બ્રિટનના એક ગ્રાઉન્ડમાં પ્રતિવર્ષ મૃત સૈનિકો પ્રેત રૂપે પ્રક... ઈર્ષા ईर्ष्यी घृणि न संतुष्टः क्रोधिनो नित्यशङ्कितः | परभाग... 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"आय.. आय एम सॉरी मैडम! बट पता नहीं कैसे? मैंने तो कोई बटन प्रेस नहीं किया!", यह कहते हुए मैनेजर ने अपने हाथों का रिमोट चेक किया। साथ ही साथ उसके माथे पर पसीने की कुछ बूंदे भी उभर आई। वह जानता था कि बस एक गलती और उसकी नौकरी ख़तरे में पड़ सकती है! वह बार बार उलट पलटकर रिमोट देखते रहा। तभी क्रिस ने मुस्कुराते हुए कहा," कोई बात नहीं ग्रैनी, गलती से बटन दब गया होगा। अशोक अंकल, आप एक बार फिर से ट्राय कीजिये।" "यस क्रिस बाबा.. आय थिंक, इस रिमोट में ही कुछ गड़बड़ है! मैं फिर से गेट ओपन करता हूँ।", इतना कहकर उसने फिर से पैराडाइस विला का गेट खोला। गेट के खुलते ही सामने खड़े गार्ड्स पीछे हो गए। लियोना और क्रिस ने दो पल इंतज़ार किया,लेकिन इस बार कुछ नहीं हुआ। वह दोनों आगे बढ़कर गेट के अंदर दाख़िल हुए। लियोना ने पीछे मुड़कर मैनेजर को देखा और कहा,"अशोक,चेंज द रिमोट नाउ!", और वह अपने पोते के साथ आगे बढ़ गई। उन दोनों के अंदर जाते ही मैनेजर अशोक ने चैन की साँस ली और अपने माथे का पसीना पोछा। गेट के अंदर प्रवेश करने के बाद वह जैसे ही गेट बंद करने के लिए रिमोट लेकर मुड़ा, वैसे ही विला का गेट अपने आप बंद होने लगा। जिसे देख मैनेजर अशोक झटके से पीछे हो गया और रिमोट को देखने लगा। वह मन ही मन सोच रहा था,"आखिर यह हो क्या रहा है! दो दिन पहले ही तो वह सब कुछ चेक करके गया था,फिर यह गड़बड़ी कैसी?" .... क्रमशः .... रश्मि त्रिवेदी ‹ Previous Chapterधुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 1 › Next Chapter धुंध: द फॉग - एक हॉरर लवस्टोरी - 3 Download Our App