Mahila Purusho me takraav kyo ? - 87 in Hindi Human Science by Captain Dharnidhar books and stories PDF | महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 87

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महिला पुरूषों मे टकराव क्यों ? - 87

अभय ने एकाएक गाड़ी रोक दी .. बदली बोली क्या हुआ जीजू ? अभय ने कहा शायद हम गलत रास्ते पर चल रहे हैं .. बदली दाये बाये देखने लगती है ..नही जीजू रास्ता तो यही है , दूसरा रास्ता तो गांवो से होकर जाता है .. अभय ने कहा रास्ता तो शायद सही हो पर मुझे बैचेनी सी हो रही है ..शायद भोजन किया वह ठीक नही था .. बदली ने कहा जीजू भोजन तो मैने भी किया था .. अभय ने कहा पता नही ..थोड़ी देर रूककर चलते हैं ..अभय कार से बाहर आजाता है ..बदली भी बाहर आजाती है ..
बदली कहती है जीजू मेरे सिर मे भी थोड़ा भारीपन लग रहा है । शायद आप ठीक कह रहे हो ..
अभय ने सड़क से 50 मीटर दूर एक स्थान देखा जिसमे रोशनी तो नही थी पर आग जली हुई दिखाई दी ..अभय ने कहा बदली वहां पर कोई जरूर होगा मै जाकर देखकर आता हूँ आप चाहो तो कार मे बैठो .. बदली ने कहा नही जीजू मै भी आपके साथ ही चलती हूँ । अभय के पीछे पीछे बदली भी चल देती है ..
अभय ने वहां जाकर देखा वहां पर दो तिबारी बनी है बाहर सीमेंट की लंबी लंबी चेयर बनी है .. बदली ने उस स्थान को देखकर कहा ..जीजू यहां तो कोई नही है ..फिर यह आग कैसी ?
अभय को समझते देर नही लगी ..अभय ने कहा बदली यह तो श्मशान भूमि है यह आग चिता की है .. क्यों तुम्हे डर तो नही लग रहा .. बदली बनावटी हौसला दिखाते हुए बोली नही जीजू ..मै पोलिस ऑफिसर हूँ मै क्यो डरूंगी.. अभय ने कहा 'गुड" ..हम फौजियो का तो तंबू अधिकतर श्मशान भूमि मे ही लगता है .. यहां बैठोगी या चले .. अब मै पहले से बेटर फील कर रहा हूँ । बदली ने कहा जीजू आप जैसा कहे .. अभय ने कहा ..नही हम चलते है .. मुझे लगता है कार मे चलने से तबयत नरम हुई है ..बदली ने कहा कार की स्पीड ज्यादा थी शायद यह भी कारण होसकता है । अभय ने कहा रास्ते मे कही चाय की स्टाल पर चाय पीकर चलेंगे ..
अब कार फिर से सड़क पर सरपट दौड़ने लगती है ... अभय की नजर बदली के सुडोल बदन पर पड़ती है ..कार की गति धीमी कर .. अभय ने बातचीत शुरू की ..बदली ! आप बहुत सुन्दर लग रही हो ..बदली ने थैंक्यू कहकर आगे कहा सुन्दर हूँ इसलिए सुन्दर लग रही हूँ ..क्यों जीजी सुन्दर नही है क्या ? वह तो मुझसे भी अधिक सुन्दर है ..अभय ने जबाब मे कहा हां यह तो है .. अभय ने अपने बायें हाथ से बदली के गाल को छूकर कहा ..इस सुन्दर बगिया का कोई माली ढूंढा या नही .. बदली ने कहा आप सामने देखकर गाड़ी चलाओ ..माली तो आप ढूंढो ..यह काम आप बड़ो का है ..वैसे मै दो साल तो शादी नही करूंगी .. तभी
सड़क के साथ कुछ रेस्टोरेंट की रोशनी दिखाई दी ..अभय ने एक रेस्टोरेंट के पास गाड़ी पार्क की और बदली को आने का इशारा किया ..