Ameeri aur Garibi Kitaab ke do Panne - 2 in Hindi Motivational Stories by Poonam Kuhar books and stories PDF | अमीरी और गरीबी किताब के दो पन्ने। - 2

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अमीरी और गरीबी किताब के दो पन्ने। - 2

फिर वह साधु की बात सुनकर आश्चर्य में पड़ जाता हैं की मैने घर को त्याग दिया और संन्यासी बन जायुगा तो मेरे परिवार का क्या होगा ? वह मेरे बिना कैसे जीवनयापन करेंगे और उनका क्या होगा ? यदि मैने साधु की बात नही मानी तो साधु से किया वादा टूट जाएगा और में अपने दोस्त के बिना भी नही जी पाऊंगा । और इस तरह से वह मन में विचार करता हैं क्या किया जाए तब वह दिल की आवाज सुनकर साधु से बोलता हैं की मुझे आपकी बात मंजूर हैं ।
तब वह साधु से बोलता हैं की में आपसे कल मिलता हु।

तब वह अपने घर की ओर चल देता है और घर पहुंच कर परिवार वालो को सारी बात बता देता हैं तब घर वाले ये बाते सुनकर रोने लग जाते हैं और वह अमीर दोस्त भी रोने लग जाता हैं _____

फिर थोड़ी देर बाद वह अमीर दोस्त अपने परिवार वालो को समझाता हैं की आप मेरी चिंता न करे मैं अकेला नही हु मेरे साथ अन्य साधु संत भी होंगे जो मेरे साथ रहेंगे इसलिए आप अपना ध्यान रखना और मैं आपसे मिलने भी आता रहूंगा।
ऐसा सुनकर उसके बीवी बच्चे उसकी बात मान लेते है और उसे जाने के लिए बोल देते वह वहा से चल देता हैं ।

थोड़ी दूर चलने के बाद उसे अपने परिवार वाले की बहुत याद आती हैं और वह सोचता हैं की में एक बार वापस जाकर उनसे मिल आऊ और बाद में उनसे मिलना नसीब होगा या नहीं ऐसा सोचकर वह वापस चल देता हैं घर की तरफ।

तब वहा जाकर जो दृश्य देखता हैं तब वह यह सोचने पर मजबूर हो जाता हैं की यदि मुझे साधु यह करने के लिए नही बोलता तो कभी भी मुझे मेरे परिवार के बारे में पता नही चलता की ये सिर्फ पैसे से प्यार करते हैं मुझसे नही _____

तब वह वहा से चलकर अपने गरीब दोस्त को याद करता हैं और सोचता हैं की जिसके पास पैसा होता हैं उसी से सभी प्यार करते हैं और पैसा पास ना हो तो कोई आपको याद भी नही करता हैं ।
और साथ में सोचता है की मैने अपने गरीब दोस्त पर भरोसा न करके बहोत बड़ी गलती कर दी । ऐसा सोचते सोचते साधु के पास पहुंच जाता हैं और उसे सारी बात बता दी और साधु जोर से हंसने लगता हैं तब उसने पूछा आप क्या हंस रहे हो तब वह साधु उस अमीर दोस्त को अपने उस गरीब दोस्त के पास ले लता हैं ।

वहा ले जाने के बाद वह साधु उस इंसान से बोलता हैं की देखो उसके परिवार को इनके पास कुछ भी नही हैं पर ये बिना पैसे के भी बहुत खुश हैं क्योंकि इन्होंने सिर्फ पैसे से प्यार नही किया हैं बल्कि एक दूसरे से प्यार करते है।
ये जानते है की पैसे से बड़कर कोई चीज हैं तो वो परिवार हैं और परिवार साथ हैं तो पैसे भी कमा लेंगे गुजारे के लिए।
तब उसे समझ में आया की गरीब इंसान के पास सबसे बड़ी पूंजी उसका परिवार होता हैं जो उसकी कैसी भी परिस्थिति हो फिर भी वह अपने परिवार के साथ खड़ा रहता है और उसके साथ बराबर मेहनत करता हैं और अपना गुजारा करके सुखी रहता हैं
जबकि अमीर इंसान सोचता है की पैसा पास है तो सब कुछ खरीद लूंगा ।
इस कहानी से शिक्षा मिलती हैं कभी किसी अमीर व्यक्ति को यह नही सोचना चाहिए कि इसके पास तो पैसे नही है तो इसकी क्या औकात हैं ।
दरअसल गरीब परिवार के साथ उसकी सबसे बड़ी पूंजी उसका परिवार होती है। जो साथ मिलकर मेहनत करते है, कमाते हैं और गुजारा करते हैं ।

"हम दिल के गरीब नही है साहेब ,थोड़े से प्यार के भूखे है
थोड़ा सा प्यार दोगे तो इस गरीब के दिल को अच्छा लगेगा "
गरीबी की इस किताब को आप कहा तक पढ़ पाते है आप पर निर्भर करता हैं ___
इसलिए हर किसी की गरीबी समझने की कोशिश कीजिए ।
थैंक यू सभी का ____
🙏🏻🙏🏻🙏🏻