Jinnatto ki Sachi Kahaniyan - 15 in Hindi Horror Stories by सोनू समाधिया रसिक books and stories PDF | जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 15

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जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 15

अध्याय - 15 (कब्रिस्तान का जिन्न, भाग २ )

By Mr. Sonu Samadhiya Rasik


अशलम किसी काम से वहां से चला जाता है तो शायरा उसी रात नौकरानी के कमरे में पहुंच जाती है और वहाँ से उस कोठरी की चाबी चुरा लाती है।

शायरा रात को चाबी लेकर उस कोठरी के पास पहुंच जाती है।
शायरा जैसे ही उस कोठरी की ओर बढ़ती है तो वहां सब पहले जैसा होता है।
जैसे लाइट का ब्लिंक होना और डरावनी आवाजें आना।
शायरा डरते हुए उस कमरे की ओर कदम बढ़ाती है,जैसी ही शायरा उस कोठरी के पास पहुंचती है, तो दरवाजा जोर जोर से हिलने लगता है।

शायरा भूत प्रेत में यकीन नहीं करती थी।

तभी नौकरानी की आँख खुल जाती है, तभी उसकी नजर उस कोठरी की चाबी पर गई जो वहां नहीं थी, ये देख कर वो घबरा गई।

शायरा ने डरते हुए उस कोठरी का गेट खोल दिया।
शायरा जैसे ही उस कोठरी के अंदर पैर रखती है तो अंदर बुझे हुए दिए जल उठते हैं।
शायरा ने उस कमरे में चारो ओर देखा तो वहां कोई नहीं था।

कुछ देर बाद हवा का एक हल्का झोंका शायरा के बालों को हवा में लहरा देता है, साथ ही शायरा को उस कोठरी में डरवानी आवाजें सुनाई देने लगती हैं, जिससे शायरा डर जाती है।

तभी शायरा के पीछे से कोई गुजरता है तो शायरा मुड़कर पीछे देखती है। शायरा को कोठरी के बाहर नौकरानी खड़ी दिखती है, जो डरते हुए उसे देख रही थी।

शायरा कुछ करती, उससे पहले ही उस कोठरी का गेट अपने आप बंद हो जाता है। नौकरानी शायरा को आवाज लगाती है, तो शायरा गेट खोलने के लिए आगे बढ़ती है।

उसी वक़्त शायरा और नौकरानी को जोर का धक्का लगता है और दोनों गेट से दूर हो जाती है।
नौकरानी बाहर से दरवाजा खटखटाती रहती है, लेकिन शायरा चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रही थी, क्योंकि काला साया उसे रोक रहा था।

तभी जिन्न शायरा के जिस्म से एक एक करके सारे कपड़े और उसके जेवरात हटाने लगा।
जिन्न शायरा को घसीट कर जमीन पर गिरा देता है और उसके साथ जबर्दस्ती करने लगता है।
शायरा चाह कर भी कुछ नहीं कर पा रही थी। शायरा चीखने और चिल्लाते हुए रोये जा रही थी।
जिन्न शायरा के हुस्न की वासना के अभिभूत हो कर शायरा अपनी बीबी मान लेता है और उससे खुद को जोड़ लेता है।

बाहर नौकरानी जोर जोर से शायरा को आवाज लगाते हुए दरवाजे को पीट रही थी। कुछ देर बाद कोठरी का दरवाजा अपने आप खुल जाता है, नौकरानी हरजन कोठरी के अंदर देखती है तो उसे वहाँ शायरा नहीं दिखी। ये बात वो घबराते हुए शायरा की सास को बताती है।

शायरा की सास, शायरा को उसके कमरे में देखती है वो वहां भी नहीं मिलती है।

हरजन और शायरा की सास, शायरा को ढूंढने के लिए पीर बाबा की सहायता लेती है।

नौकरानी और शायरा की सास पीर बाबा को उसी कोठरी में ले जाती हैं जहाँ से शायरा गायब हुई थी।


क्रमशः.........


(©SSR'S Original हॉरर)
💕 राधे राधे 🙏🏻 ♥️