Jinnatto ki Sachi Kahaniyan - 4 in Hindi Horror Stories by सोनू समाधिया रसिक books and stories PDF | जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 4

Featured Books
  • નિતુ - પ્રકરણ 64

    નિતુ : ૬૪(નવીન)નિતુ મનોમન સહજ ખુશ હતી, કારણ કે તેનો એક ડર ઓછ...

  • સંઘર્ષ - પ્રકરણ 20

    સિંહાસન સિરીઝ સિદ્ધાર્થ છાયા Disclaimer: સિંહાસન સિરીઝની તમા...

  • પિતા

    માઁ આપણને જન્મ આપે છે,આપણુ જતન કરે છે,પરિવાર નું ધ્યાન રાખે...

  • રહસ્ય,રહસ્ય અને રહસ્ય

    આપણને હંમેશા રહસ્ય ગમતું હોય છે કારણકે તેમાં એવું તત્વ હોય છ...

  • હાસ્યના લાભ

    હાસ્યના લાભ- રાકેશ ઠક્કર હાસ્યના લાભ જ લાભ છે. તેનાથી ક્યારે...

Categories
Share

जिन्नातों की सच्ची कहानियाँ - भाग 4

अध्याय - 04
(जिन्न की मोहब्बत)


लेखक :- सोनू समाधिया 'रसिक'

(प्रस्तुत कहानी सत्य घटना से प्रेरित है। साथ ही कहानी को मनोरंजक और रोचक बनाने के लिए लेखक (SSR) ने इस कहानी को अपने यूट्यूब विडियो के लिए स्क्रिप्ट के तौर पर उपयोग किया है। स्पष्टतः यदि ये कहानी किसी घटना या फिर सीरियल का एक्सप्लेनेशन हो तो पाठक को अचंभित होने की आवश्यकता नहीं हैं। लेखक के परिश्रम को सराहें और उसका सपोर्ट करते रहें।)

-: कहानी :-

दोस्तो यह कहानी भी उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में रहने वाली एक खूबसूरत लड़की सुहाना की है।

सुहाना के साथ बचपन से ही ऎसी कई घटनाएँ होने लगी थीं। जिस पर उसका कोई कंट्रोल नहीं था।
जैसे झूले का अपने आप मूव करना, सुहाना को परेशान करने वालों को तक़लीफ पहुंचना।

ये सब इसलिए होता था क्योंकि सुहाना बहुत खूबसूरत थी, जिससे उस पर एक खतरनाक जिन्न का दिल आ गया था।

जब सुहाना बड़ी हुई तो उसके अब्बू को उसके निकाह की फिक्र होने लगी। सुहाना पर जिन्न के साया होने की वजह से कोई भी उसके साथ शादी करने को तैयार नहीं था।

जिन्न से निजात पाने के लिए सुहाना के अब्बू उसे दरगाह में एक पीर बाबा के पास ले गए। उन्होने सुहाना को एक ताबीज दिया और उसे हमेशा गले में रखने की हिदायत दी।

इसके बाद इंतइयाज़ नाम के लड़के ने दुनिया की परवाह किए बिना ही सुहाना से निकाह कर लिया।
एक रात जब इम्तियाज को सुहाना के गले में पड़ा ताबिज़ रास नहीं आया तो उसने सुहाना के मना करने के बाद भी ताबीज को निकाल कर फेंक दिया।

इससे सुहाना फिर से उस जिन्न के आगोश में आ गयी।
जब सुहाना की सास को पता चला कि सुहाना पर जिन्न का साया है तो वो सुहाना से नफरत करने लगी।

इम्तियाज जॉब के लिए दिल्ली जाता है। लेकिन सुहाना जब छत पर कपड़े सूखा रही थी तो उसकी नजर इम्तियाज पर पड़ी जो कल ही दिल्ली गया था।

जब वह इम्तियाज से मिली तो उसका बिहैवियर बिल्कुल बदल चुका था। वह अपनी अम्मी से बेरुखी से पेश आ रहा था। और वह हमेशा सुहाना के करीब आने की कोशिश करता रहता था। क्योंकि वह इम्तियाज नहीं उसकी शक्ल में वही जिन्न था।

दिल्ली में इम्तियाज अपने साथ हो रही पेरानॉर्मल एक्टविटिज से परेशान होकर अपने दोस्त रेहान के पास गया वह उसे जाफरी नाम के इंसान से मिलाता है जो कि पेरानॉर्मल एक्सपर्ट था।

जाफारी ने सब मुसीबत का कारण उस जिन्न को बताया और कहा कि सुहाना की जिंदगी खतरे में है।
सब उसी वक़्त सुहाना को बचाने के लिए निकल पड़े यह बात जिन्न को पता चल गई और वह सबका कार एक्सिडेंट करवा देता है।
सब घायल हो जाते हैं।
इम्तियाज सभी को वहीं छोड कर सुहाना के पास पहुंच गया।

इम्तियाज सुहाना से कुछ कहता। तब तक जिन्न उसे अपनी ताकत से मार देता है।
बाद में जिन्न रेहान और जाफरी को भी अपने रास्ते में न पड़ने की चेतावनी देता है।

जब रेहान सुहाना को जिन्न की सच्चाई बताता है और जाफारी से मिलने को बोलता है तो सुहाना उस पर भरोसा नहीं करती और वहां से चली जाती है।
सुहाना के जाने के बाद जिन्न वहां आ जाता है और रेहान को मार देता है।

बाद में जिन्न जाफरी को भी सुहाना के पहुंचने से पहले ही मार देता है।

अब सुहाना को जिन्न सारी सच्चाई पता चल चुकी थी। तब वह बहुत दुखी होती है और जिन्न से अपनी जिंदगी से चले जाने को कहती है। जब जिन्न नहीं मानता तो वह खुद को जलाकर मरने की धमकी देती है।
जिन्न सुहाना से बहुत प्यार करता था वह उसे मरते हुए नहीं देख सकता था। इसलिए वह सुहाना जिंदगी से हमेशा के लिए चला जाता है।



क्रमशः...........


(©SSR'S Original हॉरर)
💕 राधे राधे 🙏🏻 ♥️