Sath Zindgi Bhar ka - 20 in Hindi Love Stories by Khushbu Pal books and stories PDF | साथ जिंदगी भर का - भाग 20

Featured Books
  • अपराध ही अपराध - भाग 24

    अध्याय 24   धना के ‘अपार्टमेंट’ के अंदर ड्र...

  • स्वयंवधू - 31

    विनाशकारी जन्मदिन भाग 4दाहिने हाथ ज़ंजीर ने वो काली तरल महाश...

  • प्रेम और युद्ध - 5

    अध्याय 5: आर्या और अर्जुन की यात्रा में एक नए मोड़ की शुरुआत...

  • Krick और Nakchadi - 2

    " कहानी मे अब क्रिक और नकचडी की दोस्ती प्रेम मे बदल गई थी। क...

  • Devil I Hate You - 21

    जिसे सून मिहींर,,,,,,,,रूही को ऊपर से नीचे देखते हुए,,,,,अपन...

Categories
Share

साथ जिंदगी भर का - भाग 20

एकांश अपने ऑफिस में बैठा किसी सोच में गुम था कुंवर साहब कुछ हुआ है क्या आकाश आस्था का फास्ट एकांश ने बस इतना ही कहा

आकाश और अजय भी खामोश हो गए क्योंकि वह भी इस बारे में कुछ नहीं कर सकते थे एकांश ने फिर भी काम पर फोकस किया आस्था कॉलेज से घर लौट आई फ्रेश होकर सबके लिए चाय बनाई पर रात के खाने की तैयारी करने लगी कुछ ही घंटों में इतना बड़ा डाइनिंग टेबल अलग-अलग पकवानों से भर गया

हर रोज की तरह सभी ने आस्था की तारीफ की और खाने का मजा लिया और सभी अपने अपने कमरे में चले गए बड़ी मां यह दूध किस लिए आस्था माधव सा के लिए बड़ी मां ने कहा और एक नौकर को आवाज देकर हर्षिका के कमरे में दूध दे आने को कहा

क्या सोच रही हो आस्था बड़ी मां कुछ नहीं आस्था ने ना में सर हिला कर कहा जाओ जाकर सो जाओ लेट हो गया है

ना बड़ी मां हां आस्था ने कहा और

अपने कमरे में चली गई वह किसी सोच में गुम थी इसलिए उसे नींद ही नहीं आ रही थी वह बाहर आकर झूले पर बैठ गई

क्या हुआ नींद नहीं आ रही है क्या किसन कहा लेकिन उसकी अचानक आई आवाज सुनकर आस्था डर गई आस्था रिलायंस कुछ नहीं हुआ है

एकांश उसके पास बैठ गया और उसके सर पर हाथ रखा कुंवर जी ऐसे कोई डराता है क्या आस्था

सॉरी ना बाबा हमें क्या पता था आप डर जाएंगी एकांश अब फोन पकड़े क्या सॉरी ना आएगा इस नहीं बस एक सवाल का जवाब दीजिए

आस्था माधव जी jiju सा हर्षिका दादीसा एक कमरे में क्यों रहते हैं

आस्था ने मासूमी से पूछा लेकिन एकांश सोच में पड़ गया उसे क्या जवाब दें बताइए ना आस्था आप यह सवाल क्यों पूछ रहे हैं

एकांश यह जवाब नहीं है कुंवर जी आस्था तो यह हमारे सवाल का जवाब भी नहीं है

आस्था देखिए कुंवर जी आस्था ने मुंह बनाते हुए कहा आस्था

एकांश ने भी उसी के टोन में कहां हम दोनों एक कमरे में क्यों नहीं रहते आस्था ने अगला सवाल किया आस्था आज यह सारे सवाल क्यों पूछ रही हैं

आप कुंवर जी आई वांट आंसर उन दोनों की शादी हो गई है तो वह एक कमरे में रहते हैं बाकी सब भी दादा सा दादीसा बड़ी मां बड़े पापा छोटी मां काका साहब जिन की भी शादी हो गई है वह एक कमरे में रहते हैं तो हम क्यों नहीं आप था क्योंकि आप अभी छोटी हैं समझी आप एकांश ने कहा और वह उठकर जाने लगा कुंवर जी प्लीज बताइए ना

आस्था नहीं हमेशा की तरह क्यूट वाले एक्सप्रेशन देते हुए कहा अच्छा ठीक है बताते हैं लेकिन उससे पहले हमें आप बताइए शादी का मतलब आपके लिए क्या है एकांश क्या है आस्था वही तो हम पूछ रहे हैं आप क्या जानती हैं

शादी के बारे में क्या थिंकिंग है आपकी एकांश शादी मतलब जिम्मेदारी मां ने हमें बताया था की शादी के बाद हमें पति की सारी जिम्मेदारी उठानी होती है

उनके काम करना खाने का ध्यान रखना और अपने परिवार वालों को ध्यान रखना बस आता ने कहा सही कहा आपने और आप यह सब करती हैं ना एकांश हां करते हैं

ना आस्था तो फिर क्या जरूरत है हमें एक कमरे में रहने कि आप ऐसे भी तो आपकी जिम्मेदारी उठा रही है ना एकांश ओहो कुंवर जी यह जिम्मेदारी का और एक कमरे में ना रहने का क्या संबंध है हमने तो यह पूछा कि हम एक कमरे में क्यों नहीं रहते हैं

आस्था इसीलिए तो पूछा था कि जान सके कि आप शादी के बारे में क्या सोचती हैं रूद्र सही है

यह प्यार मोहब्बत से दूर नहीं बल्कि बहुत बहुत दूर हैं अब क्या जवाब दें इन्हें एकांश दिल ही दिल में सोचे जा रहे थे

जवाब दीजिए ना आस्था आस्था अभी आप छोटी हैं जब आप बड़ी हो जाएंगे ना तब आपको जवाब दे देंगे ठीक है एकांश बिल्कुल भी नहीं गाड़ी बड़ी होने के बाद सिखाएंगे अकेले बाहर बड़ी होने के बाद जा सकते हैं और यह जवाब भी बड़ी होने के बाद देंगे हर बात के लिए आप इतना ही बोलते हैं

देखिए आस्था उसके सामने खड़ी हो गई कितने बड़े हो गए हैं हम अब क्या आसमान तक पहुंचे एंड लेट मे टेल यू आई एम 17 प्लस और कुछ महीने में 18 के हो जाएंगे तो जवाब दीजिए जल्दी से आस्था हो गई हैं

आप बड़ी अब यहां बैठिए और हमें बताइए आपके कोई फ्रेंड नहीं है कॉलेज में यह हमारा जवाब नहीं है और हां नहीं है हमें कोई भी फ्रेंड पहले भी नहीं थे और अब भी नहीं हैं

अब आप ही बोलिए आस्था तभी अच्छा आप मूवी नहीं देखती एकांश नहीं देखते अब जवाब आस्था अब इन्हें कैसे समझाएं एकांश फिर से सोचने लगे कुंवर जी बताइए ना आस्था सिर्फ शादी जिम्मेदारी का नाम नहीं होता है

आप हमारे सारे काम करेंगे और हम आपके जरूरतों का ख्याल रखेंगे यह दिल का रिश्ता होता है जो पति पत्नी को आपस में जोड़ता है

शादी के बाद पति पत्नी एक कमरे में रहते हैं ताकि वह एक दूसरे को जान आए समझ पाए एक दूसरे को लाइक डिसलाइक अपना पाए और अपने दिल एक दूसरे के दिल से जोड़ पाए और भी बहुत कुछ होता है लेकिन वह समझाने के लिए आप छोटी हैं समझी

आप इतने प्यार से उसका नाक खींचा कुंवर जी ऐसा मत कीजिए ना

और एक बात बताइए आप था फिर से सवाल करने लगी एकांश टशन में आ गया

क्या एकांश ने किसी तरह पूछा हम कब तक छोटे रहने वाले हैं आस्था यह कैसा सवाल है एकांश और नहीं तो क्या आपको पता है हम 17 प्लस हैं

आस्था के बोलने से पहले ही एकांश ने कहा राइट राइट आस्था और हम कितने साल के हैं

एकांश 27 इयर्स आस्था मतलब आप से 10 साल बड़े तो आप हमारे सामने छोटे हो गई है ना

आस्था आपको किसने कहा हम से 10 साल बड़े होने को आस्था ने मुंह फुला कर कहा