Shoharat ka Ghamand - 16 in Hindi Fiction Stories by shama parveen books and stories PDF | शोहरत का घमंड - 16

Featured Books
  • જીવન પથ - ભાગ 33

    જીવન પથ-રાકેશ ઠક્કરભાગ-૩૩        ‘જીતવાથી તમે સારી વ્યક્તિ ન...

  • MH 370 - 19

    19. કો પાયલોટની કાયમી ઉડાનહવે રાત પડી ચૂકી હતી. તેઓ ચાંદની ર...

  • સ્નેહ સંબંધ - 6

    આગળ ના ભાગ માં આપણે જોયુ કે...સાગર અને  વિરેન બંન્ને શ્રેયા,...

  • હું અને મારા અહસાસ - 129

    ઝાકળ મેં જીવનના વૃક્ષને આશાના ઝાકળથી શણગાર્યું છે. મેં મારા...

  • મારી કવિતા ની સફર - 3

    મારી કવિતા ની સફર 1. અમદાવાદ પ્લેન દુર્ઘટનામાં મૃત આત્માઓ મા...

Categories
Share

शोहरत का घमंड - 16

जब आर्यन आलिया को काम बताता है तो फिर आलिया चोक जाती है और बोलती है, "आप को पता है कि मुझे अभी काम का इतना पता नहीं है तो फिर मैं ये काम कैसे कर सकती हूं"।

तब आर्यन बोलता है, "मुझे कुछ भी नही पता मेने बोला है कि मुझे काम चाहिए तो बस चाहिए अब मैं कुछ सुनने वाला नही हू"।

तभी आलिया जा कर बैठ जाती है और फिर सोचने लगती हैं कि अब में ये काम कैसे करू। तभी आलिया के पापा एक आइडिया आता है और वो रितु को मैसेज करती है और उसे काम बताती हैं। उसके बाद रितु बोलती है, "तुम परेशान मत हो मेरे बड़े भइया को इन सब का पता है मैं एक बार उनसे पूछ कर बताती हूं"।

उधर आर्यन ये सोच कर खुश होता है कि अब देखता हूं की ये कैसे काम करके दिखाती है, अब इसकी सारी अकड़ मिट्टी में मिल जाएगी और मेरे आगे ये झुक जायेगी और हार मान लेगी। तभी आर्यन के पास एक कॉल आती है और वो बाहर चला जाता है।

इधर आलिया भी रीतू से बात करती है और काम का पता लगा लेती है। अब आलिया को काम का पता चल जाता हैं और वो सारा काम जल्दी से करने लगती हैं।

उधर आलिया के पापा चुप चाप बैठे रहते हैं तभी आलिया की मम्मी बोलती है, "क्या हुआ आप इस तरह से क्यो बैठे हुए हैं"।

तब आलिया के पापा बोलते हैं, "तो फिर क्या करू बताओ, एक तो मै तीन तीन बेटियों का बाप हू और ऊपर से मेरी ये हालत मुझे कुछ भी समझ में नही आ रहा है कि क्या करु, जिस उम्र में बच्चे पढ़ते लिखते हैं जिंदगी जीते हैं उस उम्र में मेरी बेटी काम कर रही है घर को संभाल रही है, बताओ मेरे बारे में क्या सोचती होगी वो की में केसा बाप हू जो की अपनी बेटी को पढ़ा भी नहीं पाया और उल्टा उससे काम करवाने लगा, मुझे तो खुद पर बड़ी ही शर्म आ रही है"।

तभी आलिया की मम्मी बोलती है, "आप ऐसा क्यो सोच रहे हैं, और आलिया आपके बारे में कुछ गलत क्यो सोचेगी वो तो आपसे बहुत ही प्यार करती है और वो जानती है कि इस वक्त हमारे हालात केसे है तभी तो वो काम करने लगी है"।

तब आलिया के पापा बोलते है, "मजबूरी मे ही तो वो काम कर रही है न कोई खुश हो कर काम तो नही कर रही है न"।

तब आलिया की मम्मी बोलती है, "देखिए अगर आपका कोई बेटा होता तो क्या आप तभी भी यही सोचते जो अब सोच रहे हैं, देखिय बेटा हो या बेटी दोनों ही मां बाप के प्यारे होते है और बच्चे अगर मां बाप के दर्द को नही समझेंगे तो फिर कोन समझेगा, और हमारी बेटी तो वैसे भी निडर और काफी समझदार है, आप उसके बारे में मत सोचिए वो कुछ भी गलत नही सोचेगी आपके बारे में"।

उधर आलिया सारा काम खत्म कर लेती हैं क्योंकि उसकी छुट्टी का टाईम हो जाता हैं। तभी आर्यन भी आ जाता हैं। तभी आलिया आर्यन के पास जाती है और सारा काम दिखा देती हैं।

ये देख कर आर्यन चोक जाता हैं की इसने काम केसे कर लिया..............