Hope is hell - 1 in Hindi Thriller by kuldeep vaghela books and stories PDF | होप इस हेल - 1

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होप इस हेल - 1

होप इस हेल
ये एक काल्पनिक कथा है। जिसे रोचक बनाने के लिए कुछ वर्तमान प्रवाह, स्थान, संस्था, देश और अन्य उचित वस्तुओं का प्रयोग किया गया है। जिसका वस्तावमे हो रही घटनाओं के साथ संबंध या भूमिका नहीं है।
एपिसोड १
सूरज की पहली किरण अपने साथ नया दिन और उम्मीद लेकर आती। खिड़की से कमरे में आके उजाले की शुरुआत करते हुए वो उस के चेहरे पे पड़ी। उसकी पल्के हल्के से उठी और अधूरे सपने की तरह खुद को आजाद कराने के लिए माचलने लगी। एक साया ऊपर उठा और उस लड़की के शरीर का आभास देने लगा। वो धीरे से अपनेआप को संभालते हुए उठी , जैसे कोई हिरण तीर लगने पर खुद को संभालते है। वो खिड़की के पास जाकर रुकी और बाहर की नरम सुबह को निहारने लगी।उसकी सांसे उसके गले और सीनेको दर्द दे रही थी। वो सोच रही थी की पिछले दिनों उसने क्या क्या किया को उसने ज़िन्दगी में कभी नहीं सोचा था।
तभी उसकी सोच और वहां के सन्नाटे को चीरती हुई एक आवाज़ आई। बेंग...
उसी वक्त - थोड़े दूर एक आऊटहाउसमें
" आपका काम बहोत जल्दी हो जाएगा।" इतना कह के उस आदमीने फोन कट किया। वो अपने सामने रखे टेबल्से एक ग्लास वाईन लेके एक ही घुंटमे पी गया। उसके छोटे काले बाल उसकी बियर्ड से मिलते थे। आंखों अजीनसी ख़ामोशी उसको और डरावना बनाते थे। जिसमे उसकी काली जैकेट , काले कपड़े उसके काले कमको बयां कर रहे थे। वो धीरे-धीरि खिड़की के पास गया और आसमानमें देखने लगा। अंधेरे में सूरज की थोड़ी-थोड़ी रोशनी उसे अपनी जिंदगी कहानी जेसी लग रही थी। थोड़ी फलों के लिए उसने अपनी पुरानी जिंदगी को याद किया और फिर कैसे कुछ भी ना हुआ हो वैसे वापस यहीं पर आ गया। उसके मन में एक बात अभी भी चल रही थी। हर बार अपने काम को बहुत ही बेहतरीन तरीके से अंजाम देता था जिसका उसके मन पर कोई असर भी नहीं होता था। पर इस बार बात कुछ अलग थी। उसका मन ये काम करने को तैयार नहीं था। लेकिन वो जानता था कि अगर उसने ये काम नहीं किया तो उसका अंजाम क्या होगा। इसीलिए अपने मन को मारते हुए वह खिड़की के पास गया और वहां पर रखी अपनी स्नाइपर राइफल उठाई। उसमें स्कोप लगा कर वो अपने टारगेट की ओर देखने लगा और कुछ देर के बाद एक आवाज आई । बैंग ...
उसी वक्त वहां से थोड़ी दूर एक पहाड़ के पास ...
पहाड़ के कवरमें एक लड़की अपने आप को छुपाए हुए बैठी थी। उसकी शक्ल और अक्ल दोनों बहुत ही अच्छे थे। उसने अपने आपको इस तरह छुपाया था जैसे कोई प्रोफेशनल ट्रेईन्ड अपने आपको छुपाता है। इस काम में उसकी हाइट थोड़ी मुसीबत पैदा कर रही थी लेकिन उसको भी उसने बहुत ही अच्छी तरीके से हैंडल किया हुआ था। वो मन में यही सोच रही थी कि कहीं वो लेट तो नहीं हो गई। जिसे वो बचाने आई है क्या वो अभी तक जिंदा है? इसी बात से उसकी रूह कांप गई और वो खुद से बोलने लगी : " नहीं नहीं, ये नहीं हो सकता। वो एक फाइटर है और वो जानती है कि उसकी जिंदगीकी कीमत क्या है।
तभी उसे कुछ कदमों की आहट सुनाई दी। और उसने अपने आपको और संकुचित कर लिया। ताकि वो किसी की नजर में ना आए। हालांकि उस वक्त इतना अंधेरा था कि शायद ही कोई उसे देख पाता। उसने देखा कि को जहां पर थी उसके थोड़ी दूर एक छोटे से बच्चे रास्ते से तीन चार आदमी हाथ में बहुत सारा असला और हथियार लेकर जा रहे थे। देखने में तो वो सब कोई प्रोफेशनल ही लग रहे थे लेकिन उसे ये समझ नहीं आ रहा था कि ये सब इस वक्त यहां क्या कर रहे थे। धीरे-धीरे वो लोग दूर एक खेत में एक कमरेकी तरफ बढ़ने लगे और वह सबको देखती रही।
और कुछ देर बाद एक आवाज आई। बैंग ...

17 मार्च 2020
रोज की तरह आज भी अस्पताल में मरीज आ रहे थे। जो अभी एडमिट है उनका भी रेगुलर चेकअप चल रहा था। हॉस्पिटल के थर्ड फ्लोर पर एक कैबिनमें डॉक्टर रिया मेनन रेगुलर चेकअप के लिए तैयार हो रही है। नर्सने उनको बताया है कि उनके पास रोज से थोड़े ज्यादा पेशेंट है। क्योंकि डॉक्टरों की आज कमी है। इसका कारण भी व बहुत अच्छी तरहसे जानती थी। वो उससे आगे भी बहुत कुछ जानतीथी जो बहुत ही कम लोगों को पता है। तभी उनका फोन बजता है और सामने से भारी आवाज उनको बोलती है : " अब समय आ गया है अपने देश की सेवा करने का। क्या आप तैयार हैं ?"
डॉक्टर बिना किसी हिचकिचाहट के हां कह कर फोन रख देते है। उन्हें पता है कि अब उन्हें क्या करना है और बहुत कम लोगों को ऐसा मौका मिलता है कि वह अपने देश की सेवा कर पाते हैं। हालांकि उन्हें कोई यश नहीं मिलता लेकिन शायद उनको इससे कोई फर्क नहीं पड़ता। और तुरंत ही अपने रेगुलर चेकअप के लिए निकल जाती है।
दूर एक घरमे एक आदमी रस्सियों से बंधा हुआ खुद को छोड़ने की मिन्नतें कर रहा है। पर दूसरा आदमी उसकी बात को अनसुना कर के अपना काम जारी रखता है। "मैने तुम्हे सबकुछ बता दिया, अब तो मुझे जाने दो। " वो आदमी पास आया और उसके हाथ पर कुछ इंजेक्ट किया। उसके गलेमे रस्सी डालकर पंखेसे उसे लटका दिया। वो एक अजीब स्माईल के साथ वहां से निकाल गया और कुछ देर बाद वो घर एक ज़बरदस्त धमाके के साथ ख़ाख हो गया। उसकी हंसी और बेहतर हो गई।
डॉक्टर मेनन अपना काम खत्म कर के घरकी तरफ चलने लगी। अपनी बेंज करने हमेशा उनको आराम मिलता था। धीमा मोहंम्मद रफिका गाना चल रहा था। " कर चले हम फ़िदा जानो-तन साथियों, अब तुम्हारे हवाले वतन साथियों।"
आखिर डॉक्टर क्या करने वाली थी ? उस घर में वो लड़की कौन थी ? ये हथियारबंद लोग कौन थे और क्या चाहते थे ? वो लड़की किसे बचाने आई थी ? स्नाइपर वाला और बॉम्ब ब्लास्ट वाला आदमी कौन था ?