The Author Sarvesh Saxena Follow Current Read The Seven Doors - 4 By Sarvesh Saxena Hindi Horror Stories Share Facebook Twitter Whatsapp Featured Books પ્રેમ થાય કે કરાય? ભાગ - 21 સગાઈ"મમ્મી હું મારા મિત્રો સાથે મોલમાં જાવ છું. તારે કંઈ લાવ... ખજાનો - 85 પોતાના ભાણેજ ઇબતિહાજના ખભે હાથ મૂકી તેને પ્રકૃતિ અને માનવ વચ... ભાગવત રહસ્ય - 118 ભાગવત રહસ્ય-૧૧૮ શિવજી સમાધિમાંથી જાગ્યા-પૂછે છે-દેવી,આજે બ... ગામડા નો શિયાળો કેમ છો મિત્રો મજા માં ને , હું લય ને આવી છું નવી વાર્તા કે ગ... પ્રેમતૃષ્ણા - ભાગ 9 અહી અરવિંદ ભાઈ અને પ્રિન્સિપાલ સર પોતાની વાતો કરી રહ્યા .અવન... 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पेड़ तो हिलने लगा, "अरे वह पेड़ नहीं है", बच्चे चिल्लाए, "यह तो एक बड़ा चूहा है, जो कि सारे फल पकड़कर सो रहा था l अब एक तरफ चूहा और दूसरी तरफ हाथी था l एंजेल और रशेल ने हाथी की सूंड मे फल भर दिए जिससे ऊबकर वो चूहे के पूंछ के ऊपर गिर पड़ा, अब चूहे और हाथी में लड़ाई होने लगी और बच्चे भागने लगे हाथी और चूहा लड़ते-लड़ते बच्चों के पास आ गया l हाथी बहुत गुस्से मे था उसने चूहे को उठाकर दूर फेंक दिया, बच्चे और डर गए और भागने लगे धीरे-धीरे उनका समय भी खत्म हो रहा था हाथी उन्हें दौड़ता गया और फिर तीनों बच्चों को सूंड में उठाकर गोल गोल घुमा कर फेंक दिया, वो बहुत दूर ऊपर जाकर उड़ गए, उन्होंने नीचे देखा तो सारे खुंखार जानवर इकट्ठा होके उन्हें देख रहे थे और तभी ब्रैवो चिल्लाया, "दरवाजा आने वाला है, वो देखो" l बच्चे ऊपर से नीचे की ओर गिरने लगे उधर दरवाजा प्रकट हो चुका था और लाल रोशनी से सारे जानवर घबराकर भागने लगे तभी वो बड़ी चील हवा मे उड़ती हुई आई और तीनों बच्चों के बड़ी तेजी से अपने पंख मार गई और तीनों चौथे दरवाजे में जा गिरे और दरवाजा गायब हो गया तीसरी दुनिया भी अब खत्म हो चुकी थी l एंजेल, रशेल और ब्रेवो चौथे दरवाजे में आ चुके थे lआगे की कहानी अगले भाग मे....कहानी पढ़ने के लिए आप सभी मित्रों का आभार lकृपया अपनी राय जरूर दें, आप चाहें तो मुझे मेसेज बॉक्स मे मैसेज कर सकते हैं l?धन्यवाद् ?? सर्वेश कुमार सक्सेना ‹ Previous ChapterThe Seven Doors - 3 › Next Chapter The Seven Doors - 5 Download Our App