hindi Best Poems Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Poems in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cultures. Th...Read More


Languages
Categories
Featured Books

देखो भारत की तस्वीर - 7 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

देखो भारत की तस्वीर 7 (पंचमहल गौरव) काव्य संकलन समर्पण- परम पूज्य उभय चाचा श्री लालजी प्रसाद तथा श्री कलियान...

Read Free

नवगीत - नए अनुबंध ( पांच नवगीत) By Dr Jaya Shankar Shukla

१-नई पौधनई पौधकी बदचलनी को बरगद झेल रहे, ऊँची-नीची पगडंडी पर पाँव फिसलते हैं , एक-दूसरे से मिलजुल कर कब ये चलते हैं .गुस्से की अगुवाई मे कुछ ऐसे खेल रहे . नातों की सीमाएँ केवल स्वा...

Read Free

में और मेरे अहसास - 49 By Darshita Babubhai Shah

चलो एक बार फिर से बचपन में चले जाते हैं lहर पल हर लम्हा चैन ओ सुकून की साँस पाते हैं ll   ******************************** जिंदगी रुक गई साँसें चलतीं रहीं lउम्मीदों के धागे से...

Read Free

TOUCH THOSE KITES By KHEMENDRA SINGH

when the sky covered with joy,when the children smile at the sky,the land of festival brings many,many festival with sun's rays.a festival mood fills up by the air,the kites br...

Read Free

कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।। By Aziz

कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो प्यारे से जज़्बात से जुड़े,ओर महोब्बत तक का सफर तय करते है।कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो उम्मीद बने तब जब रब भी तुमसे रूठे,हाथ थामे तुम्हारा तो उम्म...

Read Free

Collection of short poems By Chandani

Collection of short poems:तेरे नाम लिख दूंलिखने को तो चांदनी रात लिख दूं,श्याम प्रिये, तारों की बारात लिख दूं,तु जो दामन थामे तो, में राधा तेरी हर श्रृंगार तेरे नाम लिख दूं।।__बदल...

Read Free

मेरे शब्द मेरी पहचान - 15 By Shruti Sharma

आज की कविताएं :-)1.) अँधेरा ।2.) तपना ज़रूरी है ।देखा जाए तो रौशनी आँखो को धूमिल करती है और अंधेरा आँखो में पडी धूल को हटाने में मददगार है । अंधेरा आपके अस्तित्व को बनाए रखता है पर...

Read Free

जीवन ऐसा हो (कविताये ) By Rajesh Maheshwari

जीवन ऐसा हो आत्मकथ्य मैं कौन हूँ , क्यों हूँ , किसलिए हूँ , क्या कर सकता हूँ , जैसे प्रश्न जब मन में उमडते घुमडते है। इन प्रश...

Read Free

कविता संग्रह _ छोटी कविताएं By Chandani

कविता संग्रहइश्क से हो तुम....हर सुबह की ढलती हुए गौधूली सांझ,सूरज की धीरे धीरे नम होती गरमीऔर साथ में नुक्कड़ की कड़क सी चायबस यह अनुभूति कराने वाले किसी "इश्क़ से हो तुम"नीले से...

Read Free

मंथन By Rajesh Maheshwari

अनुक्रमणिका 1. नवजीवन 25. प्रेम 2. माँ 26....

Read Free

क्षितिज (काव्य संकलन) - 5 - अंतिम भाग By Rajesh Maheshwari

सफलता का आधार जब मन में हो दुविधा और डिग रहा हो आत्म विश्वास तब तुम करो आत्म चिंतन और करो स्वयं पर विश्वास यह है ईश्वर का अद्भुत वरदान इससे तुम्हें मिलेगा कठिनाईयों से निकलने क...

Read Free

डायरी- 2021 (कोट्स) By Deepak Bundela AryMoulik

*दोस्तों इस संकलन में 50 शायरियां हैं मुझे उम्मीद हैं आपको पसंद आएंगी और आपके द्वारा सराही जाएंगी*....कृपया मेरे कोट्स और कहानियों को पढ़ने के लिए मेरे ब्लॉग को भी एकबार जरूर पढ़ेhtt...

Read Free

भारत के चमत्कार और आविष्कार - (कविता) By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

एक दिन हमारी मुलाकात,-- एक अमेरिकन से हो गई । हम भारतीय सदा से विनम्र ,--नम्रता से पेश आए।हाथ जोड़कर नमस्कार किया और हालचाल पूछने लगे।पर अमेरिकन सदा से गर्वीला,-- अकड़ गया हमसे।और...

Read Free

तेरे लिए By Vikas Mishra

1.कसकमेरे शब्दों में शायद कोई महक न होती ग़र उसमे तेरे दूर होने की कसक न होती न चमकता चाँद, रातों को तनहा आवारा तुझसे मिलने की उसमे ग़र लहक न होती न मिलती मेरी ग़ज़लों...

Read Free

जीवन वीणा - 10 - अंतिम, समापन किश्त By Anangpal Singh Bhadoria

आत्मिकी आम आदमी की -यह आम आदमी की आत्म कथा है .‌संसार रूपी जाल में बंद व्यक्ति भगवान के अनुदानों को न तो देख पाता है और न ही महसूस कर पाता है.जबतक उस पर सद्गुरु की कृपा नहीं होती .

Read Free

गज़लें और शायरीया By Harsh Parmar

आपने गज़लें और शायरीया तो बहुत सुनी होंगी पर उन मैं से गुलजार साहेब की बहुत गज़लें और शायरीया दिल को छु लेने वाली है. मै आपके सामने गुलज़ार साहेब की शायरीया लेके...

Read Free

तुम बिन जिन्दगी - 2 By निखिल ठाकुर

3. ‼️मुझे तन्हाई से डर नहीं है अब ‼️--------------------------------------------------------------------------------------खुश हैं जिन्दगी से हम !ना किसी की चाहत है अब!! मुझे तन्हाई...

Read Free

रंग बदलता आदमी, बदनाम गिरगिट - 11 - अंतिम भाग By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

रंग बदलता आदमी,बदनाम गिरगिट 11 काव्य संकलन- समर्पण- देश की सुरक्षा के, सजग पहरेदारों के, कर कमलों में-...

Read Free

मेरे जसबात By Dr.Chandni Agravat

मेरे दोनो बच्चो कोबचपननिर्दोष, मासूम ये तो पुराने शब्द है। तुझे तो चालाक होना है। आखिर तु ईक्कीसवी सदी का बच्चा है, तुझे बचपन को "बायपास " करके सीधा बडा होना है। तीतलीयो पं...

Read Free

देखो भारत की तस्वीर - 7 By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

देखो भारत की तस्वीर 7 (पंचमहल गौरव) काव्य संकलन समर्पण- परम पूज्य उभय चाचा श्री लालजी प्रसाद तथा श्री कलियान...

Read Free

नवगीत - नए अनुबंध ( पांच नवगीत) By Dr Jaya Shankar Shukla

१-नई पौधनई पौधकी बदचलनी को बरगद झेल रहे, ऊँची-नीची पगडंडी पर पाँव फिसलते हैं , एक-दूसरे से मिलजुल कर कब ये चलते हैं .गुस्से की अगुवाई मे कुछ ऐसे खेल रहे . नातों की सीमाएँ केवल स्वा...

Read Free

में और मेरे अहसास - 49 By Darshita Babubhai Shah

चलो एक बार फिर से बचपन में चले जाते हैं lहर पल हर लम्हा चैन ओ सुकून की साँस पाते हैं ll   ******************************** जिंदगी रुक गई साँसें चलतीं रहीं lउम्मीदों के धागे से...

Read Free

TOUCH THOSE KITES By KHEMENDRA SINGH

when the sky covered with joy,when the children smile at the sky,the land of festival brings many,many festival with sun's rays.a festival mood fills up by the air,the kites br...

Read Free

कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।। By Aziz

कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो प्यारे से जज़्बात से जुड़े,ओर महोब्बत तक का सफर तय करते है।कुछ बंधन ऐसे भी हुआ करते है।।जो उम्मीद बने तब जब रब भी तुमसे रूठे,हाथ थामे तुम्हारा तो उम्म...

Read Free

Collection of short poems By Chandani

Collection of short poems:तेरे नाम लिख दूंलिखने को तो चांदनी रात लिख दूं,श्याम प्रिये, तारों की बारात लिख दूं,तु जो दामन थामे तो, में राधा तेरी हर श्रृंगार तेरे नाम लिख दूं।।__बदल...

Read Free

मेरे शब्द मेरी पहचान - 15 By Shruti Sharma

आज की कविताएं :-)1.) अँधेरा ।2.) तपना ज़रूरी है ।देखा जाए तो रौशनी आँखो को धूमिल करती है और अंधेरा आँखो में पडी धूल को हटाने में मददगार है । अंधेरा आपके अस्तित्व को बनाए रखता है पर...

Read Free

जीवन ऐसा हो (कविताये ) By Rajesh Maheshwari

जीवन ऐसा हो आत्मकथ्य मैं कौन हूँ , क्यों हूँ , किसलिए हूँ , क्या कर सकता हूँ , जैसे प्रश्न जब मन में उमडते घुमडते है। इन प्रश...

Read Free

कविता संग्रह _ छोटी कविताएं By Chandani

कविता संग्रहइश्क से हो तुम....हर सुबह की ढलती हुए गौधूली सांझ,सूरज की धीरे धीरे नम होती गरमीऔर साथ में नुक्कड़ की कड़क सी चायबस यह अनुभूति कराने वाले किसी "इश्क़ से हो तुम"नीले से...

Read Free

मंथन By Rajesh Maheshwari

अनुक्रमणिका 1. नवजीवन 25. प्रेम 2. माँ 26....

Read Free

क्षितिज (काव्य संकलन) - 5 - अंतिम भाग By Rajesh Maheshwari

सफलता का आधार जब मन में हो दुविधा और डिग रहा हो आत्म विश्वास तब तुम करो आत्म चिंतन और करो स्वयं पर विश्वास यह है ईश्वर का अद्भुत वरदान इससे तुम्हें मिलेगा कठिनाईयों से निकलने क...

Read Free

डायरी- 2021 (कोट्स) By Deepak Bundela AryMoulik

*दोस्तों इस संकलन में 50 शायरियां हैं मुझे उम्मीद हैं आपको पसंद आएंगी और आपके द्वारा सराही जाएंगी*....कृपया मेरे कोट्स और कहानियों को पढ़ने के लिए मेरे ब्लॉग को भी एकबार जरूर पढ़ेhtt...

Read Free

भारत के चमत्कार और आविष्कार - (कविता) By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

एक दिन हमारी मुलाकात,-- एक अमेरिकन से हो गई । हम भारतीय सदा से विनम्र ,--नम्रता से पेश आए।हाथ जोड़कर नमस्कार किया और हालचाल पूछने लगे।पर अमेरिकन सदा से गर्वीला,-- अकड़ गया हमसे।और...

Read Free

तेरे लिए By Vikas Mishra

1.कसकमेरे शब्दों में शायद कोई महक न होती ग़र उसमे तेरे दूर होने की कसक न होती न चमकता चाँद, रातों को तनहा आवारा तुझसे मिलने की उसमे ग़र लहक न होती न मिलती मेरी ग़ज़लों...

Read Free

जीवन वीणा - 10 - अंतिम, समापन किश्त By Anangpal Singh Bhadoria

आत्मिकी आम आदमी की -यह आम आदमी की आत्म कथा है .‌संसार रूपी जाल में बंद व्यक्ति भगवान के अनुदानों को न तो देख पाता है और न ही महसूस कर पाता है.जबतक उस पर सद्गुरु की कृपा नहीं होती .

Read Free

गज़लें और शायरीया By Harsh Parmar

आपने गज़लें और शायरीया तो बहुत सुनी होंगी पर उन मैं से गुलजार साहेब की बहुत गज़लें और शायरीया दिल को छु लेने वाली है. मै आपके सामने गुलज़ार साहेब की शायरीया लेके...

Read Free

तुम बिन जिन्दगी - 2 By निखिल ठाकुर

3. ‼️मुझे तन्हाई से डर नहीं है अब ‼️--------------------------------------------------------------------------------------खुश हैं जिन्दगी से हम !ना किसी की चाहत है अब!! मुझे तन्हाई...

Read Free

रंग बदलता आदमी, बदनाम गिरगिट - 11 - अंतिम भाग By बेदराम प्रजापति "मनमस्त"

रंग बदलता आदमी,बदनाम गिरगिट 11 काव्य संकलन- समर्पण- देश की सुरक्षा के, सजग पहरेदारों के, कर कमलों में-...

Read Free

मेरे जसबात By Dr.Chandni Agravat

मेरे दोनो बच्चो कोबचपननिर्दोष, मासूम ये तो पुराने शब्द है। तुझे तो चालाक होना है। आखिर तु ईक्कीसवी सदी का बच्चा है, तुझे बचपन को "बायपास " करके सीधा बडा होना है। तीतलीयो पं...

Read Free