hindi Best Moral Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Moral Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cult...Read More


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  • रवानगी एक रिश्ते की

    डॉ.प्रभात समीर हफ़्ते भर में देवेन्द्र की बेटी मिनी का रिश्ता तय हो गया और पन्द्र...

  • BOYS school WASHROOM - 24

    अभी तो बोर्ड पेपर होने में चार-पांच महीने है, फ़िर पता नहीं अभी से फेयरवेल की ज़रु...

  • दूसरा अध्याय

    अभी मेरी अपनी एक सहेली रिया से पूरे दो घंटे बात हुई,वह बेहद व्यथित एवं उद्वेलित...

रवानगी एक रिश्ते की By prabhat samir

डॉ.प्रभात समीर हफ़्ते भर में देवेन्द्र की बेटी मिनी का रिश्ता तय हो गया और पन्द्रह दिन बाद का शादी का मुहूर्त भी निकलवा लिया गया। रवि, यानी जिससे मिनी का रिश्ता तय हुआ विदेश से इन्ड...

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कालभोज (बप्पा रावल) By धरमा

एक राजपूत बालक की गाय रोज दूध दुहने के समय कहीं चली जाती थी। उस बालक को रोज भूखा रहना पड़ता था इसलिए एक दिन वो उस गाय के पीछे पीछे गया। गाय एक ऋषि के आश्रम में पहुंची और एक शिवलिंग...

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अपंग.. By Prabodh Kumar Govil

गेल्या काही वर्षात त्याच्या वयाने जरा जास्तच वेगाने टप्पे पार केले आहेत. सगळ्या घटना अशा काही घडत गेल्या की जणू वेळ अगदी कमी होता आणि घडणाऱ्या घटना खूप अधिक. त्यामुळे दोन घटनां मधल...

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BOYS school WASHROOM - 24 By Akash Saxena "Ansh"

अभी तो बोर्ड पेपर होने में चार-पांच महीने है, फ़िर पता नहीं अभी से फेयरवेल की ज़रुरत ही क्या थी! ना तो ये बेवक़्त का फेयरवेल होता ना ही हम आज ऐसे यहाँ होते…..प्रज्ञा बाहर देखते हुए हत...

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दूसरा अध्याय By Rama Sharma Manavi

अभी मेरी अपनी एक सहेली रिया से पूरे दो घंटे बात हुई,वह बेहद व्यथित एवं उद्वेलित थी,कारण ऊपरी तौर पर कोई विशेष नहीं कहा जा सकता है लेकिन मैं उसकी उद्विग्नता अच्छी तरह महसूस कर पा रह...

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भारत के भीतर का सच. By Nirmal Rathod

प्रिय डॉलर,प्रिय रोज़गार ,प्रिय काला धन,दिल तो जला हुआ है, फिर भी प्रिय लिख रहा हूँ। जब भी हम सीना फुलाते हैं, तुम सीन में आ जाते हो। लोग चीखने लग जाते हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपया...

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इश्क बचपन का ही क्यों ? दार्शनिक दृष्टि By बिट्टू श्री दार्शनिक

अक्सर ऐसा देखा है या सुना है या अनुभव किया है ना की शादी के बाद इश्क या प्रेम या प्यार कम हो जाता है!प्यार पहले जैसा नहीं रहता...!दरअसल होता कुछ यूं है की,इश्क / प्रेम / प्यार ऐसी...

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शेष जीवन(कहानियां पार्ट24) By Kishanlal Sharma

"तो यह भी बताना पड़ेगा,"छाया बोली,"मैं तुम्हारी पत्नी हूँ।"छाया की बात सुनकर अनुपम चीखा,"कितनी बार कह चुका हूँ।तुम मेरी पत्नी नही हो।'अनुपम का गुस्सा देखकर छाया सहम गयी।उसे लगा...

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खामोशी... By Saroj Verma

स्कूल में पन्द्रह अगस्त का जलसा था तो विधायक जी को झंडा फहराने के लिए आना था,स्कूल को रंग बिरंगी पतंगी कागज की झण्डियों से सजाया गया,विधायक जी के लिए उनके सम्मान में कुछ शब्द भी प्...

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साउथ कोरिया की तेज तर्रार अर्थव्यवस्था भ्रष्टाचार और कानून के शासन समीक्षात्मक अध्ययन By JUGAL KISHORE SHARMA

कोरिया एक केंद्रीकृत राष्ट्र-राज्य है जिसमें सरकार की त्रिपक्षीय शासन प्रणाली है जिसमें प्रशासन, कानून और न्याय व्यवस्था शामिल है। कोई स्थानीय आपराधिक न्याय प्रणाली नहीं है और इस प...

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मीरा की बिखरी यादें By सीमा जैन 'भारत'

"मुझे तीन दिन के लिए बैंगलोर एक मेडिकल कोन्फ्रेंस में जाना है।" "चली जा, अना को मेरे पास छोड़ जाना।" "अना को तो तू सम्हाल ही लेगी पर तेरी शादी..." "तेरी शादी के नतीजे हम मिल कर ही...

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ज़िन्दगी - 6 By Mehul Pasaya

सुना सभी भाई लोग ने कोई कुच नही करेगा ओके. वरना में यहा पर सबको मार दूंगा और जेल चला जाऊंगा. ऐसी चीजों से बिलकुल भी नहीं डरता.ए ये अपनी धमकियां ना अपने पास ही रखो. एक और शब्द बोला...

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पलायन - 3 - अंतिम भाग By राज कुमार कांदु

पत्र समाप्त करके उस युवा ने अपना हाथ अपनी आँखों पर फेरा, शायद आँखें भर आईं थीं उसकी। कुछ पल वह खामोश रहा और फिर कहना शुरू किया, "साथियों, अभी हमने परसों ही उत्तर प्रदेश के एक युवा...

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भक्ति और शक्ति ( वेदांत अंश) By Anand Tripathi

भक्ति में बहुत शक्ति होती है। भक्ति का तात्पर्य है-स्वयं के अंतस को ईश्वर के साथ जोड़ देना। जुड़ने की प्रवृत्ति ही भक्ति है। दुनियादारी के रिश्तों में जुट जाना भक्ति नहीं है। भक्ति क...

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शोषण By Ashwajit Patil

मदन एक झटके से उठ बैठा. बदहवास सा सबसे पहले उसने अपने जिस्म को टटोला, वह नाईट सुट में था. अपने बिस्तर पर देखा उसके सिवा वहां कोई और न था. वह सोचने लगा, अभी-अभी तो एक औरत थी और वह उ...

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भग्नावशेष By Asha Parashar

आदित्य को समझ नहीं आ रहा था कि जो कुछ उसने देखा क्या वह सत्य था? जिस भव्य मूर्ति को वह बरसों से अपने दिल-दिमाग में सहेज कर बैठा था, वह इस प्रकार क्षणभर में खण्डित होगी, उसने साचा न...

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मुँह चिढ़ाते सपने By prabhat samir

डा.प्रभात समीर भीखा को मैंने पहली बार अलका के घर में देखा था । उसके ड्राइंगरूम में बैठी किसी पत्रिका के पृष्ठ पलटती हुई मैं उसकी प्रतीक्षा कर रही थी । ड्राइंगरूम के दायीं ओर का दरव...

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अधूरी कहानी By Asha Parashar

स्वरा पूरी रात करवटें बदलती रही। नींद उस से कोसों दूर थी। आंखें बुरी तरह जल रही थीं। वह अपने दिलो दिमाग से सब कुछ निकाल देना चाहती थी, पर कामयाब नहीं हुई। पास की मस्जिद से अज़ान की...

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दो नावों में By Ranjana Jaiswal

अनामा को ऐसा लग रहा था जैसे उसके प्राण निकल जायेंगे। जैसे वह चिता पर लेटी हुई है या फिर नरक की आग में जल रही है। इतनी जलन- इतनी तड़प- इतनी बेचैनी......उफ, रह-रहकर सीने में ऐसी तकलीफ...

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किस्सा एक लवारेंज मैरिज का By Rama Sharma Manavi

आजकल का जो नया चलन प्रारंभ हुआ है उसमें अक्सर युवक-युवती जब प्रेम करते हैं या एक-दूसरे को पसंद करने लगते हैं तो परिवार वालों को विवाह के लिए राजी कर लेते हैं,इसे लव कम अरेंज कहा जा...

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बागेश्वर धाम सरकार By Guri baba

दोस्तों बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के पन्ना रोड पर स्थित ग्राम गढ़ा गंज में स्थित है | बागेश्वर धाम छतरपुर से 35 किलोमीटर के आसपास की दूरी पर पड़ता है | दोस्तों छतरपुर...

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राजपूतों में अपने नाम में सिंह लिखना कब से और क्यु शुरू हुआ? By Dr. Bhairavsinh Raol

संस्कृत श्लोक नाभिषेको न संस्कार: सिंहस्य क्रियते मृगैः |विक्रमार्जितराज्यस्य स्वयमेव मृगेंद्रता ||हिंदी अनुवाद:जंगल में पशु शेर का संस्कार करके या उसपर पवित्र जल का छिडकाव करके उस...

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बुलेट बाबा मंदिर By Guri baba

मंदिर का नाम 'ओम बन्ना धाम' है। लोग इसे 'बुलेट बाबा मंदिर' के नाम से भी जानते हैं। दरअसल करीब 30 साल पहले इस गांव में ठाकुर जोग सिंह राठौड़ के बेटे ओम सिंह राठौड़ क...

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लंच टाईम By Rohit Kumar Singh

निरंजन चौधरी 50 के लपेटे मे आये हुये इन्सान थे,और कोई 22 बरस हो गये थे उन्हें अपनी स्टील की फैक्टरी मे नौकरी करते हुये।जीवन एकरसता सा चला जा रहा था,वही आना,जाना,सुबह शाम की फिक्स ब...

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शिमला का इतिहास By Guri baba

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की राजधानी शिमला है. यह ब्रिटिश काल में देश की समर कैपिटल (Sumer Capital) भी थी. गर्मियों में अंग्रेज यहीं से भारत का शासन करते थे. शिमला जिले की ऊ...

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जिला अलवर By Guri baba

राजस्थान का अलवर जिला पहले एक रियासत हुआ करते थी। 1947 के बाद इसका राजस्थान राज्य में विलय कर लिया गया। इस रियासत का राजस्थान में विलय करने के बाद यह अलवर जिले के नाम से जाने जाना...

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अब क्या कहूँ By Rama Sharma Manavi

आजकल मैं अत्यधिक चिंतित रहती हूँ।अपनी इस परेशानी को किसी से बांट भी तो नहीं सकती, बस ईश्वर से प्रार्थना करती रहती हूँ कि जो हमारे लिए उचित हो,वह निर्धारित करना,सद्बुद्धि देना,क्यों...

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बर्बरीक (खाटू श्याम जी) By Guri baba

बर्बरीक भीम के पुत्र घटोत्कच के पुत्र थे. बर्बरीक को आरंभ से ही धनुष विद्या में रूचि थी. बर्बरीक को भगवान शिव ने वरदान दिया था कि वह अपने तीन बाणों से तीनों लोक जीत सकते हैं. भगवान...

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पृथुदक तीर्थ By Guri baba

पिहोवा का इतिहास ___________________________पेहवा (Pehowa) या पेहोवा या पिहोवा भारत के हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र ज़िले में स्थित एक नगर है। इसका पुराना नाम पृथूदक (Prithudak) था...

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जिला कुरुक्षेत्र By Guri baba

यह वह भूमि है जिस पर महाभारत की लड़ाई लड़ी गई थी और भगवान कृष्ण ने अर्जुन को ज्योतिसर में कर्म के दर्शन का उचित ज्ञान दिया था।कुरुक्षेत्र एक महान ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थान...

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बस अब और नहीं! - 4 - अंतिम भाग By Saroj Prajapati

भाग -4 बच्चों को खाना खिला कर वह लेट गई लेकिन नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी। नींद तो उसे पहले भी नहीं आती थी। पहले अपने दुख में और अब बच्चों के भविष्य की चिंता में!! अब वह घर की...

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खूबसूरती है... सिरत की...!! By ...

देखो तो कितनी लंबी हैं....! इसकी height का तो लड़का भी नही मिलेगा,हाय राम ! इतनी ठिगनी .....! को कैसे कोई पसंद करेगा ? इतनी काली !गोरी होती तो पसंद कर लेता कोई ..! इतनी पतली कुछ खा...

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भरोसा - 5 - अंतिम भाग By Parul

5 (अंतिम भाग) करन प्रश्नार्थभरी नज़रों से इन्सपेक्टर के सामने देखते हुए उन्हें जवाब दे रहा था। वो इस तरह से जवाब दे रहा था कि पुलिस को ऐसा लगे कि जैसे वो उन्हें पूरी तरह से सहकार द...

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रवानगी एक रिश्ते की By prabhat samir

डॉ.प्रभात समीर हफ़्ते भर में देवेन्द्र की बेटी मिनी का रिश्ता तय हो गया और पन्द्रह दिन बाद का शादी का मुहूर्त भी निकलवा लिया गया। रवि, यानी जिससे मिनी का रिश्ता तय हुआ विदेश से इन्ड...

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कालभोज (बप्पा रावल) By धरमा

एक राजपूत बालक की गाय रोज दूध दुहने के समय कहीं चली जाती थी। उस बालक को रोज भूखा रहना पड़ता था इसलिए एक दिन वो उस गाय के पीछे पीछे गया। गाय एक ऋषि के आश्रम में पहुंची और एक शिवलिंग...

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अपंग.. By Prabodh Kumar Govil

गेल्या काही वर्षात त्याच्या वयाने जरा जास्तच वेगाने टप्पे पार केले आहेत. सगळ्या घटना अशा काही घडत गेल्या की जणू वेळ अगदी कमी होता आणि घडणाऱ्या घटना खूप अधिक. त्यामुळे दोन घटनां मधल...

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BOYS school WASHROOM - 24 By Akash Saxena "Ansh"

अभी तो बोर्ड पेपर होने में चार-पांच महीने है, फ़िर पता नहीं अभी से फेयरवेल की ज़रुरत ही क्या थी! ना तो ये बेवक़्त का फेयरवेल होता ना ही हम आज ऐसे यहाँ होते…..प्रज्ञा बाहर देखते हुए हत...

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दूसरा अध्याय By Rama Sharma Manavi

अभी मेरी अपनी एक सहेली रिया से पूरे दो घंटे बात हुई,वह बेहद व्यथित एवं उद्वेलित थी,कारण ऊपरी तौर पर कोई विशेष नहीं कहा जा सकता है लेकिन मैं उसकी उद्विग्नता अच्छी तरह महसूस कर पा रह...

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भारत के भीतर का सच. By Nirmal Rathod

प्रिय डॉलर,प्रिय रोज़गार ,प्रिय काला धन,दिल तो जला हुआ है, फिर भी प्रिय लिख रहा हूँ। जब भी हम सीना फुलाते हैं, तुम सीन में आ जाते हो। लोग चीखने लग जाते हैं कि डॉलर के मुकाबले रुपया...

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इश्क बचपन का ही क्यों ? दार्शनिक दृष्टि By बिट्टू श्री दार्शनिक

अक्सर ऐसा देखा है या सुना है या अनुभव किया है ना की शादी के बाद इश्क या प्रेम या प्यार कम हो जाता है!प्यार पहले जैसा नहीं रहता...!दरअसल होता कुछ यूं है की,इश्क / प्रेम / प्यार ऐसी...

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शेष जीवन(कहानियां पार्ट24) By Kishanlal Sharma

"तो यह भी बताना पड़ेगा,"छाया बोली,"मैं तुम्हारी पत्नी हूँ।"छाया की बात सुनकर अनुपम चीखा,"कितनी बार कह चुका हूँ।तुम मेरी पत्नी नही हो।'अनुपम का गुस्सा देखकर छाया सहम गयी।उसे लगा...

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खामोशी... By Saroj Verma

स्कूल में पन्द्रह अगस्त का जलसा था तो विधायक जी को झंडा फहराने के लिए आना था,स्कूल को रंग बिरंगी पतंगी कागज की झण्डियों से सजाया गया,विधायक जी के लिए उनके सम्मान में कुछ शब्द भी प्...

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साउथ कोरिया की तेज तर्रार अर्थव्यवस्था भ्रष्टाचार और कानून के शासन समीक्षात्मक अध्ययन By JUGAL KISHORE SHARMA

कोरिया एक केंद्रीकृत राष्ट्र-राज्य है जिसमें सरकार की त्रिपक्षीय शासन प्रणाली है जिसमें प्रशासन, कानून और न्याय व्यवस्था शामिल है। कोई स्थानीय आपराधिक न्याय प्रणाली नहीं है और इस प...

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मीरा की बिखरी यादें By सीमा जैन 'भारत'

"मुझे तीन दिन के लिए बैंगलोर एक मेडिकल कोन्फ्रेंस में जाना है।" "चली जा, अना को मेरे पास छोड़ जाना।" "अना को तो तू सम्हाल ही लेगी पर तेरी शादी..." "तेरी शादी के नतीजे हम मिल कर ही...

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ज़िन्दगी - 6 By Mehul Pasaya

सुना सभी भाई लोग ने कोई कुच नही करेगा ओके. वरना में यहा पर सबको मार दूंगा और जेल चला जाऊंगा. ऐसी चीजों से बिलकुल भी नहीं डरता.ए ये अपनी धमकियां ना अपने पास ही रखो. एक और शब्द बोला...

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पलायन - 3 - अंतिम भाग By राज कुमार कांदु

पत्र समाप्त करके उस युवा ने अपना हाथ अपनी आँखों पर फेरा, शायद आँखें भर आईं थीं उसकी। कुछ पल वह खामोश रहा और फिर कहना शुरू किया, "साथियों, अभी हमने परसों ही उत्तर प्रदेश के एक युवा...

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भक्ति और शक्ति ( वेदांत अंश) By Anand Tripathi

भक्ति में बहुत शक्ति होती है। भक्ति का तात्पर्य है-स्वयं के अंतस को ईश्वर के साथ जोड़ देना। जुड़ने की प्रवृत्ति ही भक्ति है। दुनियादारी के रिश्तों में जुट जाना भक्ति नहीं है। भक्ति क...

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शोषण By Ashwajit Patil

मदन एक झटके से उठ बैठा. बदहवास सा सबसे पहले उसने अपने जिस्म को टटोला, वह नाईट सुट में था. अपने बिस्तर पर देखा उसके सिवा वहां कोई और न था. वह सोचने लगा, अभी-अभी तो एक औरत थी और वह उ...

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भग्नावशेष By Asha Parashar

आदित्य को समझ नहीं आ रहा था कि जो कुछ उसने देखा क्या वह सत्य था? जिस भव्य मूर्ति को वह बरसों से अपने दिल-दिमाग में सहेज कर बैठा था, वह इस प्रकार क्षणभर में खण्डित होगी, उसने साचा न...

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मुँह चिढ़ाते सपने By prabhat samir

डा.प्रभात समीर भीखा को मैंने पहली बार अलका के घर में देखा था । उसके ड्राइंगरूम में बैठी किसी पत्रिका के पृष्ठ पलटती हुई मैं उसकी प्रतीक्षा कर रही थी । ड्राइंगरूम के दायीं ओर का दरव...

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अधूरी कहानी By Asha Parashar

स्वरा पूरी रात करवटें बदलती रही। नींद उस से कोसों दूर थी। आंखें बुरी तरह जल रही थीं। वह अपने दिलो दिमाग से सब कुछ निकाल देना चाहती थी, पर कामयाब नहीं हुई। पास की मस्जिद से अज़ान की...

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दो नावों में By Ranjana Jaiswal

अनामा को ऐसा लग रहा था जैसे उसके प्राण निकल जायेंगे। जैसे वह चिता पर लेटी हुई है या फिर नरक की आग में जल रही है। इतनी जलन- इतनी तड़प- इतनी बेचैनी......उफ, रह-रहकर सीने में ऐसी तकलीफ...

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किस्सा एक लवारेंज मैरिज का By Rama Sharma Manavi

आजकल का जो नया चलन प्रारंभ हुआ है उसमें अक्सर युवक-युवती जब प्रेम करते हैं या एक-दूसरे को पसंद करने लगते हैं तो परिवार वालों को विवाह के लिए राजी कर लेते हैं,इसे लव कम अरेंज कहा जा...

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बागेश्वर धाम सरकार By Guri baba

दोस्तों बागेश्वर धाम मध्य प्रदेश के छतरपुर जिले के पन्ना रोड पर स्थित ग्राम गढ़ा गंज में स्थित है | बागेश्वर धाम छतरपुर से 35 किलोमीटर के आसपास की दूरी पर पड़ता है | दोस्तों छतरपुर...

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राजपूतों में अपने नाम में सिंह लिखना कब से और क्यु शुरू हुआ? By Dr. Bhairavsinh Raol

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बुलेट बाबा मंदिर By Guri baba

मंदिर का नाम 'ओम बन्ना धाम' है। लोग इसे 'बुलेट बाबा मंदिर' के नाम से भी जानते हैं। दरअसल करीब 30 साल पहले इस गांव में ठाकुर जोग सिंह राठौड़ के बेटे ओम सिंह राठौड़ क...

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लंच टाईम By Rohit Kumar Singh

निरंजन चौधरी 50 के लपेटे मे आये हुये इन्सान थे,और कोई 22 बरस हो गये थे उन्हें अपनी स्टील की फैक्टरी मे नौकरी करते हुये।जीवन एकरसता सा चला जा रहा था,वही आना,जाना,सुबह शाम की फिक्स ब...

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शिमला का इतिहास By Guri baba

हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) की राजधानी शिमला है. यह ब्रिटिश काल में देश की समर कैपिटल (Sumer Capital) भी थी. गर्मियों में अंग्रेज यहीं से भारत का शासन करते थे. शिमला जिले की ऊ...

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जिला अलवर By Guri baba

राजस्थान का अलवर जिला पहले एक रियासत हुआ करते थी। 1947 के बाद इसका राजस्थान राज्य में विलय कर लिया गया। इस रियासत का राजस्थान में विलय करने के बाद यह अलवर जिले के नाम से जाने जाना...

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अब क्या कहूँ By Rama Sharma Manavi

आजकल मैं अत्यधिक चिंतित रहती हूँ।अपनी इस परेशानी को किसी से बांट भी तो नहीं सकती, बस ईश्वर से प्रार्थना करती रहती हूँ कि जो हमारे लिए उचित हो,वह निर्धारित करना,सद्बुद्धि देना,क्यों...

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बर्बरीक (खाटू श्याम जी) By Guri baba

बर्बरीक भीम के पुत्र घटोत्कच के पुत्र थे. बर्बरीक को आरंभ से ही धनुष विद्या में रूचि थी. बर्बरीक को भगवान शिव ने वरदान दिया था कि वह अपने तीन बाणों से तीनों लोक जीत सकते हैं. भगवान...

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पृथुदक तीर्थ By Guri baba

पिहोवा का इतिहास ___________________________पेहवा (Pehowa) या पेहोवा या पिहोवा भारत के हरियाणा राज्य के कुरुक्षेत्र ज़िले में स्थित एक नगर है। इसका पुराना नाम पृथूदक (Prithudak) था...

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जिला कुरुक्षेत्र By Guri baba

यह वह भूमि है जिस पर महाभारत की लड़ाई लड़ी गई थी और भगवान कृष्ण ने अर्जुन को ज्योतिसर में कर्म के दर्शन का उचित ज्ञान दिया था।कुरुक्षेत्र एक महान ऐतिहासिक और धार्मिक महत्व का स्थान...

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बस अब और नहीं! - 4 - अंतिम भाग By Saroj Prajapati

भाग -4 बच्चों को खाना खिला कर वह लेट गई लेकिन नींद उसकी आंखों से कोसों दूर थी। नींद तो उसे पहले भी नहीं आती थी। पहले अपने दुख में और अब बच्चों के भविष्य की चिंता में!! अब वह घर की...

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खूबसूरती है... सिरत की...!! By ...

देखो तो कितनी लंबी हैं....! इसकी height का तो लड़का भी नही मिलेगा,हाय राम ! इतनी ठिगनी .....! को कैसे कोई पसंद करेगा ? इतनी काली !गोरी होती तो पसंद कर लेता कोई ..! इतनी पतली कुछ खा...

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भरोसा - 5 - अंतिम भाग By Parul

5 (अंतिम भाग) करन प्रश्नार्थभरी नज़रों से इन्सपेक्टर के सामने देखते हुए उन्हें जवाब दे रहा था। वो इस तरह से जवाब दे रहा था कि पुलिस को ऐसा लगे कि जैसे वो उन्हें पूरी तरह से सहकार द...

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