hindi Best Fiction Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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त्रिधा - 15 By आयुषी सिंह

माया को आशीष जी के साथ भेजकर त्रिधा भी अपना हैंड बैग उठाकर वापस हॉस्टल की तरफ लौट रही थी और तभी दो हाथों ने पीछे से आकर उसकी आंखें बंद कर ली त्रिधा ने तुरंत उन हाथों को अपनी आंखों...

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टापुओं पर पिकनिक - 32 By Prabodh Kumar Govil

एम्बुलेंस देख कर सब बुरी तरह घबरा गए।शायद ये वाहन आधुनिक समय का सबसे विचित्र ऐसा साधन है जो लोगों को डर से निजात दिलाने के लिए ही बना है और बुरी तरह डरा देता है।लंबे- लंबे डग भरते...

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एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 22 By ARUANDHATEE GARG मीठी

अंशिका रेहान की बताई हुई बातें बड़े ध्यान से सुन रही थी । जब रेहान ने अपनी बात ख़तम की तो अंशिका ने मुस्कुराते हुए उससे कहा । अंशिका - ओह....! तो ये बात है । एक प्रकार से अच्छा ही...

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वर्जित व्योम में उड़ती स्त्री - 5 By Ranjana Jaiswal

भाग पाँच फिर बरसात का मौसम आ गया | ये मौसम मुझे बहुत भारी पड़ता है | मन घबराता है | एक अनजानी पीड़ा परेशान करती है | बादल के गरजने से भय नहीं लगता | बस जी चाहता है कि मैं भी उनके साथ...

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गुनाहों का देवता - 4 By Dharmveer Bharti

भाग 4 घास, फूल, लतर और शायरी का शौक गेसू ने अपनी माँ से विरासत में पाया था। किस्मत से उसका कॉलेज भी ऐसा मिला जिसमें दर्जों की खिड़कियों से आम की शाखें झाँका करती थीं इसलिए हमेशा जब...

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क्या मैं सही थी - 3 - अंतिम भाग By S Sinha

भाग - 3 ( अंतिम ) पिछले भाग में आपने पढ़ा कि छाया अपनी छोटी बहन के पास अमेरिका आयी जहाँ उसकी मुलाकात एक पुराने दोस्त से होती है , अब आगे …. कहानी - क्या मैं सही थी फिर...

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प्यार की निशानी - भाग-2 By Saroj Prajapati

भाग-२ धीरे धीरे जिंदगी पटरी पर आने लगी। मंजू अब फिर से स्कूल जाने लगी थी। वह अपने भाइयों पर भी पूरा ध्यान देती। जिसके कारण अब उसके भाइयों ने इधर उधर आवारागर्दी करने की बजाए अपनी पढ...

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कोट - ३ By महेश रौतेला

कोट-३जो कोट मेरे हाथ में था उसे मैंने वर्षों पहना था। उससे एक और याद लिपटती मुझे मिली।हमारे गाँव से बीस मील दूर, घने जंगल के बीच एक प्यार की चादर होने की बात हम प्रायः सुनते थे। उ...

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स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem(the socialization) - 11 By Nirav Vanshavalya

जैकब ने पूछा स्टॉक में ऐसा क्या है. अदैन्य ने कहा स्टॉक एक्सचेंज के पास ही देश की 30% इकोनामी रिजर्व काइंड में होती है. जिससे अंडरवर्ल्ड चाहे कितना ही बाहर आ जाए, 30% इकोनामी...

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नियति ...can’t change by anybody - 5 By PRATIK PATHAK

सर प्रोजेक्ट के लिए आपको कितने रुपए की जरूरत है? माइकल ने पूछा है मालिनीने कहा मतलब तूने हमारे प्रोजेक्ट के बारे में उसको बता दिया ? अमितने बेचैन होकर पूछा नहीं नहीं सर मैंने नहीं...

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एक थी...आरजू - 7 By Satyam Mishra

सुबह जब काफी देर इंतजार करने के बाद भी आरजू ब्रेकफास्ट के लिए न आयी तो हरिओम के कहने पर नैना ने खुद उसके रूम में जा कर चेक किया। दरवाजा खुला हुआ थ...

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थकान तन की या मन की? By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

जीवन में प्रत्येक व्यक्ति सफलता की मंजिल तक पहुंचना चाहता है और इस मंजिल तक पहुंचने में उसके सहयोगी होते हैं उसका तन और मन। सामान्यतः प्रत्येक व्यक्ति सफलता प्राप्ति हेतु अपने शरीर...

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टेढी पगडंडियाँ - 9 By Sneh Goswami

टेढी पगडंडियाँ अध्याय - 9 बीबीजी ओ बीबीजी , लीजिए छल्लियाँ ले आया हूँ – बसंत घेर के बीचोबीच खङा उसे पुकार रहा था । एक ये बसंत ही तो है जो लाख मना करने पर भी उसे बीबीजी कहकर संब...

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अँगड़ाईयॉं - 2 By Ramnarayan Sungariya

उपन्‍यास भाग—२ अँगड़ाईयॉं– २ आर. एन. सुनगरया,...

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कजरी - 3 By anushka swami

अध्याय - 3'कहो कजरी के बापू कैसा घर - परिवार है उनका '?कजरी की माँ बिमला ने पूछा।' अरे बहुत पैसे वाले लोग है अपनी कजरी तो राज़ करेगी देखना तुम्'। शंकर ने कहा।' उ...

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नैनं छिन्दति शस्त्राणि - 7 By Pranava Bharti

7-- मि.दामले रात कोई नौ बजे के क़रीब होटल से लौटे |तब तक रैम समिधा के साथ बैठकर न जाने कितनी बातें कर चुका था | दोनों में अच्छी मित्रता हो गई थी | “भूखे पेट न होए भजन ..... मै...

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रेज़्यूमे वाली शादी - भाग 8 By Daanu

अवनी निलय के बताए पते पर पहुँचती है, वो एक छोटी सी बिल्डिंग थी, बाहर से उसपे कराए हुए नए पेंट के साथ जगह जगह पड़ी हुई सीलन भी दिख रही थी, पर उस नए पेंट और सीलन से भी ज्यादा कुछ चमक...

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रक्षाबंधन के विभिन्न रूप By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

संपूर्ण सृष्टि संवेदनाओ से भरपूर है। मानव एक संवेदनशील प्राणी है। इस संवेदना के कारण ही वह परस्पर एक दूसरे की भावनाओं को समझने और अनुभव करने में सक्षम होता है। अतः इस संवेदनशीलता क...

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यकिं - एक मां की दास्तां By Zenifer Jenny

दरवाजे के पास जाकर मैंने बेल बजाया। तो अंदर से एक औरत की चहकती हुई आवाज सुनाई दी- लगता है वो आ गई। जल्दी से आरती की थाल ले आओ। अरे तुम लोग अभी तक यही हो, जल्दी करो। 10 साल बाद वो व...

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ये उन दिनों की बात है - 29 By Misha

और फिर उसने मेरा चेहरा अपने हाथों में लिया और वो कहा जो मैं इतने दिनों से सुनने को बेचैन हो रही थी, वो तीन शब्द!!! जो हर लड़की अपने महबूब से सुनना चाहती है | आई लव यू, दिव्या!!! आई...

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हिंदी साहित्य में प्रकृति चित्रण By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

प्रकृति सदा से ही मानव की चिरंसंगिनी रही है । सृष्टि के प्रारंभ मैं सर्वप्रथम मानव ने प्रकृति की गोद में ही अपनी आंखें खोली प्रातः कालीन उषा की लालिमा, स्वच्छंद आकाश में विचरण करते...

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रक्तिका - 1 By Komal Dixit

साभार सूचना जो भाग आज पोस्ट होगा वो कहानी की भूमीका है । जिसे मै एक दूस्ररे प्लेट्फार्म पर भी लिख चुकी हूँ , ऐसा सिर्फ पाथको के विचार जानने के लिये किया गया है । अगर आपके प्लेट्र...

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मिड डे मील - 8 By Swati Grover

8 अब हरिहर रोज़ कुछ न कुछ नया बनाकर अपने बच्चों के डिब्बे में देने लगा। केशव और मनोहर खुद भी खाते और अपने दोस्तों को भी खिलाते थे । हरिहर के हाथों में स्वाद हैं। बच्चे खुश होकर खा...

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सपनो के महल - 2. सृष्टि ने विकास को सिखाया सबक By Umang Chauhan

अगले दिन सुबह सृष्टि और आरव दोनों बाइक लेकर कोलेज जाने के लिए निकल पड़े | रास्ते में आरव ने सृष्टि से कहा, सृष्टि क्या तुम्हे किसी से डर लगता है? सृष्टि ने कहा, हाँ, सिर्फ भगवान...

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कुछ खट्टा कुछ मीठा - परिचय By Rajeev Upadhyay

विशाल पिछले चार साल से वैभवी से रिश्ते में है परन्तु अब तक ना तो उसने ही और ना ही वैभवी ने अपने घरवालों को इस रिश्ते के बारे में कुछ भी बताया है। लेकिन अब उन्हें अपने-अपने घर वालों...

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एक वरदान - संभोग 05 By Satish Thakur

एक वरदान - "संभोग" 05 हमने हमेशा से ही सुना है की मानव पांच तत्वों से मिलकर बना हुआ है आकाश, पृथ्वी, जल, अग्नि और वायु, ये पांच तत्व मनुष्य की मृत्यु तक उसके साथ रहते हैं...

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त्रिधा - 15 By आयुषी सिंह

माया को आशीष जी के साथ भेजकर त्रिधा भी अपना हैंड बैग उठाकर वापस हॉस्टल की तरफ लौट रही थी और तभी दो हाथों ने पीछे से आकर उसकी आंखें बंद कर ली त्रिधा ने तुरंत उन हाथों को अपनी आंखों...

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टापुओं पर पिकनिक - 32 By Prabodh Kumar Govil

एम्बुलेंस देख कर सब बुरी तरह घबरा गए।शायद ये वाहन आधुनिक समय का सबसे विचित्र ऐसा साधन है जो लोगों को डर से निजात दिलाने के लिए ही बना है और बुरी तरह डरा देता है।लंबे- लंबे डग भरते...

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एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 22 By ARUANDHATEE GARG मीठी

अंशिका रेहान की बताई हुई बातें बड़े ध्यान से सुन रही थी । जब रेहान ने अपनी बात ख़तम की तो अंशिका ने मुस्कुराते हुए उससे कहा । अंशिका - ओह....! तो ये बात है । एक प्रकार से अच्छा ही...

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वर्जित व्योम में उड़ती स्त्री - 5 By Ranjana Jaiswal

भाग पाँच फिर बरसात का मौसम आ गया | ये मौसम मुझे बहुत भारी पड़ता है | मन घबराता है | एक अनजानी पीड़ा परेशान करती है | बादल के गरजने से भय नहीं लगता | बस जी चाहता है कि मैं भी उनके साथ...

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भाग 4 घास, फूल, लतर और शायरी का शौक गेसू ने अपनी माँ से विरासत में पाया था। किस्मत से उसका कॉलेज भी ऐसा मिला जिसमें दर्जों की खिड़कियों से आम की शाखें झाँका करती थीं इसलिए हमेशा जब...

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क्या मैं सही थी - 3 - अंतिम भाग By S Sinha

भाग - 3 ( अंतिम ) पिछले भाग में आपने पढ़ा कि छाया अपनी छोटी बहन के पास अमेरिका आयी जहाँ उसकी मुलाकात एक पुराने दोस्त से होती है , अब आगे …. कहानी - क्या मैं सही थी फिर...

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प्यार की निशानी - भाग-2 By Saroj Prajapati

भाग-२ धीरे धीरे जिंदगी पटरी पर आने लगी। मंजू अब फिर से स्कूल जाने लगी थी। वह अपने भाइयों पर भी पूरा ध्यान देती। जिसके कारण अब उसके भाइयों ने इधर उधर आवारागर्दी करने की बजाए अपनी पढ...

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कोट - ३ By महेश रौतेला

कोट-३जो कोट मेरे हाथ में था उसे मैंने वर्षों पहना था। उससे एक और याद लिपटती मुझे मिली।हमारे गाँव से बीस मील दूर, घने जंगल के बीच एक प्यार की चादर होने की बात हम प्रायः सुनते थे। उ...

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अध्याय - 3'कहो कजरी के बापू कैसा घर - परिवार है उनका '?कजरी की माँ बिमला ने पूछा।' अरे बहुत पैसे वाले लोग है अपनी कजरी तो राज़ करेगी देखना तुम्'। शंकर ने कहा।' उ...

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नैनं छिन्दति शस्त्राणि - 7 By Pranava Bharti

7-- मि.दामले रात कोई नौ बजे के क़रीब होटल से लौटे |तब तक रैम समिधा के साथ बैठकर न जाने कितनी बातें कर चुका था | दोनों में अच्छी मित्रता हो गई थी | “भूखे पेट न होए भजन ..... मै...

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अवनी निलय के बताए पते पर पहुँचती है, वो एक छोटी सी बिल्डिंग थी, बाहर से उसपे कराए हुए नए पेंट के साथ जगह जगह पड़ी हुई सीलन भी दिख रही थी, पर उस नए पेंट और सीलन से भी ज्यादा कुछ चमक...

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रक्षाबंधन के विभिन्न रूप By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

संपूर्ण सृष्टि संवेदनाओ से भरपूर है। मानव एक संवेदनशील प्राणी है। इस संवेदना के कारण ही वह परस्पर एक दूसरे की भावनाओं को समझने और अनुभव करने में सक्षम होता है। अतः इस संवेदनशीलता क...

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दरवाजे के पास जाकर मैंने बेल बजाया। तो अंदर से एक औरत की चहकती हुई आवाज सुनाई दी- लगता है वो आ गई। जल्दी से आरती की थाल ले आओ। अरे तुम लोग अभी तक यही हो, जल्दी करो। 10 साल बाद वो व...

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प्रकृति सदा से ही मानव की चिरंसंगिनी रही है । सृष्टि के प्रारंभ मैं सर्वप्रथम मानव ने प्रकृति की गोद में ही अपनी आंखें खोली प्रातः कालीन उषा की लालिमा, स्वच्छंद आकाश में विचरण करते...

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साभार सूचना जो भाग आज पोस्ट होगा वो कहानी की भूमीका है । जिसे मै एक दूस्ररे प्लेट्फार्म पर भी लिख चुकी हूँ , ऐसा सिर्फ पाथको के विचार जानने के लिये किया गया है । अगर आपके प्लेट्र...

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8 अब हरिहर रोज़ कुछ न कुछ नया बनाकर अपने बच्चों के डिब्बे में देने लगा। केशव और मनोहर खुद भी खाते और अपने दोस्तों को भी खिलाते थे । हरिहर के हाथों में स्वाद हैं। बच्चे खुश होकर खा...

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सपनो के महल - 2. सृष्टि ने विकास को सिखाया सबक By Umang Chauhan

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विशाल पिछले चार साल से वैभवी से रिश्ते में है परन्तु अब तक ना तो उसने ही और ना ही वैभवी ने अपने घरवालों को इस रिश्ते के बारे में कुछ भी बताया है। लेकिन अब उन्हें अपने-अपने घर वालों...

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एक वरदान - संभोग 05 By Satish Thakur

एक वरदान - "संभोग" 05 हमने हमेशा से ही सुना है की मानव पांच तत्वों से मिलकर बना हुआ है आकाश, पृथ्वी, जल, अग्नि और वायु, ये पांच तत्व मनुष्य की मृत्यु तक उसके साथ रहते हैं...

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