hindi Best Fiction Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Fiction Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


Languages
Categories
Featured Books

राम कथा परंपरा में महावीर चरितम नाटक का औचित्य By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

संस्कृत नाटकों के विशाल साहित्य पर जिन गिने चुने नाटककारो के अमिट चरण चिन्ह विद्यमान है उनमें भवभूति अग्रगण्य है विशेषत: राम नाटकों के तो वे प्राण है। उन्हें अलग करके देखे तो राम न...

Read Free

टापुओं पर पिकनिक - 28 By Prabodh Kumar Govil

आर्यन के रोंगटे खड़े हो गए।वह पसीने- पसीने हो गया। वह उठ कर बैठ गया और इधर- उधर देखने लगा। उसने मोबाइल में समय देखा। रात के पौने तीन बजे थे।चारों ओर नीरव सन्नाटा पसरा हुआ था।वो फ़ा...

Read Free

हारा हुआ आदमी (भाग 35) By Kishanlal Sharma

"क्या तुमने मुझे --/"सॉरी निशा को गम्भीर होता देखकर देवेन ने उससे माफी मांगी थी।निशा को भी पति के व्यवहार से ऐसा लगा वह भी उस बात को गम्भीरता से ले गई।वह भी अपने को सामान्य बनाते ह...

Read Free

वो अनकही बातें - 18 By RACHNA ROY

मैं इस रूम को निहार लूं। और अब आगे।।शालू ने कहा सोमू अब इस रूम में हम-दोनों की महाबलेश्वर वाली वो फोटो लगवाना है खुब बड़ी वाली फोटो फ्रेम में फिट करवा कर बेड के ऊपर लगवाना है।सोमू...

Read Free

टेढी पगडंडियाँ - 8 By Sneh Goswami

टेढी पगडंडियाँ 8 किरण को तीनकोनी से बसस्टैंड तक अकेले सफर करना पङता । रास्ता बेशक पाँच मिनट का ही था पर किरण की साँस ऊपर ही कहीं अटक जाती । अब तक किरण ने छोटे छोटे बसस्टैंड देख...

Read Free

वर्जित व्योम में उड़ती स्त्री - 1 By Ranjana Jaiswal

यह उपन्यास डायरी विधा में लिखित एक स्त्री की दास्तान है। समाज ने स्त्रियों के लिए कुछ साँचे बना रखे हैं जैसे अच्छी माँ ....सुगढ़ गृहणी और फरमावदार बीबी, जो इन साँचों में फिट हो जाती...

Read Free

कजरी - 1 By anushka swami

अध्याय - 1'श्यामाप्रसाद ने क्या जवाब दिया आपका ? ' जानकी देवी ने अपने पति रघुनाथ से पूछा ।'तुम जानती हो जवाब क्या आएगा ,मेरी मानो तो उम्मीद छोड़ दो '। रघुनाथ् ने अपन...

Read Free

नैनं छिन्दति शस्त्राणि - 5 By Pranava Bharti

5- “चाय बनाऊँ न मैडम?” “मैडम ! चाय” बना लूँ, पीएंगे न ?” युवक को समिधा से दोबारा पूछना पड़ा था ---समिधा उसकी बात सुन ही नहीं पाई थी, वह न जाने किन विचा...

Read Free

एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 19 By ARUANDHATEE GARG मीठी

तीनों ही ऑडिटोरियम के अंदर आए । आरव दरवाज़े की ओर ही देख रहा था । जब उसने तीनों को आते देखा तो फटाक से उनके सामने हाज़िर हो सीधे कायरा से प्रश्न किया । आरव ( कायरा को चिंता की नज़र...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 27 By Sneh Goswami

मैं तो ओढ चुनरिया अध्याय – सत्ताइस मामा का पागलपन थमने का नाम ही नहीं ले रहा था । हर रोज वे अपने पागलपन में किसी को पकङ कर पीट देते । घर में तोङफोङ करते या फिर खुद को ही चोट पह...

Read Free

रेज़्यूमे वाली शादी - भाग 7 By Daanu

"अब मैं चलती हूँ, आज के लिए काफी हो गया", यह कहकर अवनी वहाँ से उठकर चली गई और निलय उस टेबल पर बैठकर बिना कुछ कहे, बस उसके कॉफी के खाली गिलास की और देख रहा था।"निलय डूड, पुराना हिंद...

Read Free

संस्कृत वांग्मय में धनुर्विज्ञान By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

संस्कृत वांग्मय में उच्च कोटि के आध्यात्मिक ज्ञान के साथ ही उच्चतम विज्ञान के भी दर्शन होते हैं अति प्राचीन काल से शारीरिक शिक्षा का चरमोत्कर्ष धनुर्वेद विज्ञान में अंतर्निहित है य...

Read Free

हाँ, मैं भागी हुई स्त्री हूँ - (भाग पन्द्रह) By Ranjana Jaiswal

(भाग पन्द्रह) आँख के ऑपरेशन के लिए चेन्नई जाना चाहती थी। दो साल पहले एक आँख का ऑपरेशन कराया था, उस पर भी झिल्ली आ गयी है । दूसरी आंख का भी ऑपरेशन जरूरी है। मोतियाबिंद ने आँखों की र...

Read Free

दैहिक चाहत - 20 - अंतिम भाग By Ramnarayan Sungariya

उपन्‍यास भाग—२० दैहिक चाहत –२० आर. एन. सुनगरया, प्र...

Read Free

ये उन दिनों की बात है - 28 By Misha

पहली बार मैं किसी लड़के की मोटरसाइकिल पर बैठी थी और वो लड़का कोई और नहीं बल्कि सागर था, "मेरा सागर" जिसे मैं बहुत ज्यादा चाहती थी | फिर भी मैं कुछ अजीब और शर्म-सा महसूस कर रही थी |तु...

Read Free

एक थी...आरजू - 4 By Satyam Mishra

उस दिन सारा टाइम आरजू शहजाद की बाइक पर उसके गले में अपनी बाहों का फंदा डाले घूमती फिरती रही। सबसे पहले शहजाद उसे सिनेमा दिखाने ले गया,फिर लवर्स प्वाइंट पर दोनो ने...

Read Free

हिंदी कविता में जनचेतना By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

काव्य मानव चेतना की एक स्वत: संभूत प्रवृत्ति है जिसका संबंध चेतना के अंतरंग से है। साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं अपितु वह समाज का सृष्टा निर्माता और प्रेरणादायक भी होता है। उसमें ज...

Read Free

त्रिधा - 13 By आयुषी सिंह

शाम को त्रिधा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपने हॉस्टल के लिए लौट रही थी कि तभी उसने कुछ ऐसा देखा जिसे देखकर वह हैरान रह गई। दरअसल त्रिधा ने वर्षा को मेन मार्केट में मजे से शॉपिंग करते...

Read Free

मिड डे मील - 7 By Swati Grover

7 क्लॉस में बच्चों को देख केशव खुश हों रहा था। उसने पूरी क्लॉस को देखा और चुपचाप एक कोने में बैठ गया। तभी मास्टरजी आये और केशव को देख बोले, "तुम नए आये हों। " उसने हाँ में सिर हि...

Read Free

सपनो के महल - 1 - सृष्टि और आरव की दोस्ती By Umang Chauhan

गुजरात के अहमदाबाद में सृष्टि नाम की एक लड़की रहती है। उसका इस दुनिया में कोई नहीं है। सृष्टि बचपन से ही बहुत होशियार और समझदार थी। सृष्टि शुरू से ही पढाई में टॉपर थी। और पढाई क...

Read Free

नियति ...can’t change by anybody - 3 By PRATIK PATHAK

अमित को उसकी सहायक मिल चुकी थी जिसकी वजह से एक तीर से तीन शिकार हुए थे उसके कॉलेज की नौकरी बच गई और उसको अपना रिसर्च में कुछ जान आ गई थी मगर पैसों की कमी अभी भी खल रही थी। मशीन क...

Read Free

स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem(the socialization) - 9 By Nirav Vanshavalya

उसका यह सौभाग्य था कि उसे ब्रिटिश ध्वज की छाया मिल रही थी. इंडोनेशिया का लोकतंत्र ब्रिटिश एंपायर की निगरानी में चल रहा है. बेशक यहां लोकतंत्र तो है मगर आज भी ब्रिटिश रजवाड़ों...

Read Free

एक वरदान - संभोग - 04 By Satish Thakur

एक वरदान – संभोग 04 संभोग एक आनंद दायक क्रिया है संपूर्ण संसार का सार या कहें की मानव जीवन का सबसे बड़ा पुरस्कार अगर कुछ है तो वो संभोग है, एक स्त्री और पुरुष जब परस्पर आलिंगन में ह...

Read Free

श्री सूर्यकांत त्रिपाठी निराला व्यक्तित्व और कृतित्व By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

व्यक्तित्व और कृतित्व के धनी श्री सूर्य कांत त्रिपाठी निराला अपने नाम के सदृश ही हिंदी साहित्य में भी निराला स्थान बनाए हुए हैं। किसी भी कवि के कृतित्व पर उसके व्यक्तित्व की छाप पड...

Read Free

आधुनिक शिक्षा में शैक्षिक तकनीकी By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

परिवर्तन ही जीवन है और मानव व्यवहार में परिवर्तन का श्रेय शिक्षा को जाता है शिक्षा जनित परिवर्तनों के कारण ही आज मनुष्य सभ्यता के ऊंचे शिखर पर पहुंच गया है सभ्यता की इस दौड़ में आज...

Read Free

बाल्मीकि रामायण और शिक्षा पद्धतियां By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

बाल्मीकि रामायण की रचना वैदिक काल के उत्तर वैदिक काल एवं सूत्र काल के बाद हुई। अतः वैदिक काल से जो शिक्षण पद्धतियां प्रचलित थी वह वाल्मीकि के समय में भी विद्यमान रही। साथ ही पाठ्य...

Read Free

राम कथा परंपरा में महावीर चरितम नाटक का औचित्य By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

संस्कृत नाटकों के विशाल साहित्य पर जिन गिने चुने नाटककारो के अमिट चरण चिन्ह विद्यमान है उनमें भवभूति अग्रगण्य है विशेषत: राम नाटकों के तो वे प्राण है। उन्हें अलग करके देखे तो राम न...

Read Free

टापुओं पर पिकनिक - 28 By Prabodh Kumar Govil

आर्यन के रोंगटे खड़े हो गए।वह पसीने- पसीने हो गया। वह उठ कर बैठ गया और इधर- उधर देखने लगा। उसने मोबाइल में समय देखा। रात के पौने तीन बजे थे।चारों ओर नीरव सन्नाटा पसरा हुआ था।वो फ़ा...

Read Free

हारा हुआ आदमी (भाग 35) By Kishanlal Sharma

"क्या तुमने मुझे --/"सॉरी निशा को गम्भीर होता देखकर देवेन ने उससे माफी मांगी थी।निशा को भी पति के व्यवहार से ऐसा लगा वह भी उस बात को गम्भीरता से ले गई।वह भी अपने को सामान्य बनाते ह...

Read Free

वो अनकही बातें - 18 By RACHNA ROY

मैं इस रूम को निहार लूं। और अब आगे।।शालू ने कहा सोमू अब इस रूम में हम-दोनों की महाबलेश्वर वाली वो फोटो लगवाना है खुब बड़ी वाली फोटो फ्रेम में फिट करवा कर बेड के ऊपर लगवाना है।सोमू...

Read Free

टेढी पगडंडियाँ - 8 By Sneh Goswami

टेढी पगडंडियाँ 8 किरण को तीनकोनी से बसस्टैंड तक अकेले सफर करना पङता । रास्ता बेशक पाँच मिनट का ही था पर किरण की साँस ऊपर ही कहीं अटक जाती । अब तक किरण ने छोटे छोटे बसस्टैंड देख...

Read Free

वर्जित व्योम में उड़ती स्त्री - 1 By Ranjana Jaiswal

यह उपन्यास डायरी विधा में लिखित एक स्त्री की दास्तान है। समाज ने स्त्रियों के लिए कुछ साँचे बना रखे हैं जैसे अच्छी माँ ....सुगढ़ गृहणी और फरमावदार बीबी, जो इन साँचों में फिट हो जाती...

Read Free

कजरी - 1 By anushka swami

अध्याय - 1'श्यामाप्रसाद ने क्या जवाब दिया आपका ? ' जानकी देवी ने अपने पति रघुनाथ से पूछा ।'तुम जानती हो जवाब क्या आएगा ,मेरी मानो तो उम्मीद छोड़ दो '। रघुनाथ् ने अपन...

Read Free

नैनं छिन्दति शस्त्राणि - 5 By Pranava Bharti

5- “चाय बनाऊँ न मैडम?” “मैडम ! चाय” बना लूँ, पीएंगे न ?” युवक को समिधा से दोबारा पूछना पड़ा था ---समिधा उसकी बात सुन ही नहीं पाई थी, वह न जाने किन विचा...

Read Free

एहसास प्यार का खूबसूरत सा - 19 By ARUANDHATEE GARG मीठी

तीनों ही ऑडिटोरियम के अंदर आए । आरव दरवाज़े की ओर ही देख रहा था । जब उसने तीनों को आते देखा तो फटाक से उनके सामने हाज़िर हो सीधे कायरा से प्रश्न किया । आरव ( कायरा को चिंता की नज़र...

Read Free

मैं तो ओढ चुनरिया - 27 By Sneh Goswami

मैं तो ओढ चुनरिया अध्याय – सत्ताइस मामा का पागलपन थमने का नाम ही नहीं ले रहा था । हर रोज वे अपने पागलपन में किसी को पकङ कर पीट देते । घर में तोङफोङ करते या फिर खुद को ही चोट पह...

Read Free

रेज़्यूमे वाली शादी - भाग 7 By Daanu

"अब मैं चलती हूँ, आज के लिए काफी हो गया", यह कहकर अवनी वहाँ से उठकर चली गई और निलय उस टेबल पर बैठकर बिना कुछ कहे, बस उसके कॉफी के खाली गिलास की और देख रहा था।"निलय डूड, पुराना हिंद...

Read Free

संस्कृत वांग्मय में धनुर्विज्ञान By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

संस्कृत वांग्मय में उच्च कोटि के आध्यात्मिक ज्ञान के साथ ही उच्चतम विज्ञान के भी दर्शन होते हैं अति प्राचीन काल से शारीरिक शिक्षा का चरमोत्कर्ष धनुर्वेद विज्ञान में अंतर्निहित है य...

Read Free

हाँ, मैं भागी हुई स्त्री हूँ - (भाग पन्द्रह) By Ranjana Jaiswal

(भाग पन्द्रह) आँख के ऑपरेशन के लिए चेन्नई जाना चाहती थी। दो साल पहले एक आँख का ऑपरेशन कराया था, उस पर भी झिल्ली आ गयी है । दूसरी आंख का भी ऑपरेशन जरूरी है। मोतियाबिंद ने आँखों की र...

Read Free

दैहिक चाहत - 20 - अंतिम भाग By Ramnarayan Sungariya

उपन्‍यास भाग—२० दैहिक चाहत –२० आर. एन. सुनगरया, प्र...

Read Free

ये उन दिनों की बात है - 28 By Misha

पहली बार मैं किसी लड़के की मोटरसाइकिल पर बैठी थी और वो लड़का कोई और नहीं बल्कि सागर था, "मेरा सागर" जिसे मैं बहुत ज्यादा चाहती थी | फिर भी मैं कुछ अजीब और शर्म-सा महसूस कर रही थी |तु...

Read Free

एक थी...आरजू - 4 By Satyam Mishra

उस दिन सारा टाइम आरजू शहजाद की बाइक पर उसके गले में अपनी बाहों का फंदा डाले घूमती फिरती रही। सबसे पहले शहजाद उसे सिनेमा दिखाने ले गया,फिर लवर्स प्वाइंट पर दोनो ने...

Read Free

हिंदी कविता में जनचेतना By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

काव्य मानव चेतना की एक स्वत: संभूत प्रवृत्ति है जिसका संबंध चेतना के अंतरंग से है। साहित्य समाज का दर्पण ही नहीं अपितु वह समाज का सृष्टा निर्माता और प्रेरणादायक भी होता है। उसमें ज...

Read Free

त्रिधा - 13 By आयुषी सिंह

शाम को त्रिधा बच्चों को ट्यूशन पढ़ाकर अपने हॉस्टल के लिए लौट रही थी कि तभी उसने कुछ ऐसा देखा जिसे देखकर वह हैरान रह गई। दरअसल त्रिधा ने वर्षा को मेन मार्केट में मजे से शॉपिंग करते...

Read Free

मिड डे मील - 7 By Swati Grover

7 क्लॉस में बच्चों को देख केशव खुश हों रहा था। उसने पूरी क्लॉस को देखा और चुपचाप एक कोने में बैठ गया। तभी मास्टरजी आये और केशव को देख बोले, "तुम नए आये हों। " उसने हाँ में सिर हि...

Read Free

सपनो के महल - 1 - सृष्टि और आरव की दोस्ती By Umang Chauhan

गुजरात के अहमदाबाद में सृष्टि नाम की एक लड़की रहती है। उसका इस दुनिया में कोई नहीं है। सृष्टि बचपन से ही बहुत होशियार और समझदार थी। सृष्टि शुरू से ही पढाई में टॉपर थी। और पढाई क...

Read Free

नियति ...can’t change by anybody - 3 By PRATIK PATHAK

अमित को उसकी सहायक मिल चुकी थी जिसकी वजह से एक तीर से तीन शिकार हुए थे उसके कॉलेज की नौकरी बच गई और उसको अपना रिसर्च में कुछ जान आ गई थी मगर पैसों की कमी अभी भी खल रही थी। मशीन क...

Read Free

स्टेट बंक ऑफ़ इंडिया socialem(the socialization) - 9 By Nirav Vanshavalya

उसका यह सौभाग्य था कि उसे ब्रिटिश ध्वज की छाया मिल रही थी. इंडोनेशिया का लोकतंत्र ब्रिटिश एंपायर की निगरानी में चल रहा है. बेशक यहां लोकतंत्र तो है मगर आज भी ब्रिटिश रजवाड़ों...

Read Free

एक वरदान - संभोग - 04 By Satish Thakur

एक वरदान – संभोग 04 संभोग एक आनंद दायक क्रिया है संपूर्ण संसार का सार या कहें की मानव जीवन का सबसे बड़ा पुरस्कार अगर कुछ है तो वो संभोग है, एक स्त्री और पुरुष जब परस्पर आलिंगन में ह...

Read Free

श्री सूर्यकांत त्रिपाठी निराला व्यक्तित्व और कृतित्व By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

व्यक्तित्व और कृतित्व के धनी श्री सूर्य कांत त्रिपाठी निराला अपने नाम के सदृश ही हिंदी साहित्य में भी निराला स्थान बनाए हुए हैं। किसी भी कवि के कृतित्व पर उसके व्यक्तित्व की छाप पड...

Read Free

आधुनिक शिक्षा में शैक्षिक तकनीकी By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

परिवर्तन ही जीवन है और मानव व्यवहार में परिवर्तन का श्रेय शिक्षा को जाता है शिक्षा जनित परिवर्तनों के कारण ही आज मनुष्य सभ्यता के ऊंचे शिखर पर पहुंच गया है सभ्यता की इस दौड़ में आज...

Read Free

बाल्मीकि रामायण और शिक्षा पद्धतियां By Dr Mrs Lalit Kishori Sharma

बाल्मीकि रामायण की रचना वैदिक काल के उत्तर वैदिक काल एवं सूत्र काल के बाद हुई। अतः वैदिक काल से जो शिक्षण पद्धतियां प्रचलित थी वह वाल्मीकि के समय में भी विद्यमान रही। साथ ही पाठ्य...

Read Free