hindi Best Classic Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Classic Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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हवलदार वरियाम सिंह, सी.एच.एम. By Devendra Kumar

हवलदार वरियाम सिंह, सी.एच.एम. (उर्फ़ बांग्लदेश मुक्ति का एक अनजाना योद्धा)                                                       -देवेन्द्र कुमार   आजकल बांग्ला देश में जबरदस्त राजन...

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जा, डिप्टी बनेगा By Devendra Kumar

जा, डिप्टी बनेगा                               -देवेन्द्र कुमार उर्दू के किसी शायर ने क्या खूब लिखा है, “भड़कती है लौ जब दिया बुझने को होता है|” जैसे जैसे बुजुर्गी आती है, जिंदगी का...

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जिन्दगी की राहें By Yash Singh

कहानी की शुरुआत एक छोटे से शहर में होती है, जहाँ एक लड़की, मेहर, अपनी ज़िन्दगी के हर दिन को एक रूटीन के अनुसार बिता रही थी। उसके दिल में एक खालीपन था, जो हर रोज़ बढ़ता ही जा रहा था...

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अल - अमानह : सल्तनत की किस्मत - 2 By Harun Khan

दूसरा अध्याय : अली की बेचैनी और एक अनसुलझी पहेलीअली के साथ हुई उस घटना से अब अली परेशान रहने लगा। अब वह अपने आपको एक रहस्य में छुपा हुआ पाता था।उसकी आँखों की नींद उड़ चुकी थी। अली...

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द्वारावती - 88 (अंतिम भाग) By Vrajesh Shashikant Dave

88उत्सव तथा केशव व्याकुल थे, चिंतित थे, दुविधा में थे। गुल शांत, स्थिर तथा निर्लेप थी। सूरज की प्रथम रश्मि ने अवनी को स्पर्श किया। दूसरी ने समुद्र को, तीसरी ने गुल को, चौथी ने केशव...

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मीरा प्रेम का अर्थ - 7 - मीरा की किडनैपिंग By sunita maurya

आसमान में सूरज आ चूका था...हर तरफ चिड़ियां की चहचाहट गूंज रही थी....मौसम में थोड़ी सर्दी का एहसास होना शुरू हो चुका था...जिसका मतलब था की सर्दियों का मौसम आने वाला है..... कॉलेज हॉ...

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हिंदी की दुनिया की सैर By Deepa shimpi

भाषा शास्त्र (Linguistics) भाषा के वैज्ञानिक अध्ययन को कहा जाता है। इसमें भाषा की उत्पत्ति, संरचना, विकास, ध्वनि, व्याकरण, अर्थ, और समाज में उसके उपयोग का अध्ययन किया जाता है।भाषा...

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सन्यासी -- भाग - 32 By Saroj Verma

तब जोगी बने जयन्त की बात सुनकर चन्द्रविजय बोला...."ये सब क्या कह रहे हो तुम,मुझे इसकी कोई पीठ नहीं देखनी,जाओ और अभी से काम पर लग जाओ""जी! मालिक!"जयन्त बोला...फिर दोनों अपनी जगह से...

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वसंत ऋतु का आगमन By Deepa shimpi

वसंत: एक नई शुरुआतगाँव में वसंत ऋतु का आगमन हो चुका था। ठंडी सर्दियों के बाद अब सूरज की किरणें हल्की गुनगुनी तपिश के साथ धरती को आलोकित कर रही थीं। खेतों में पीली सरसों लहराने लगी...

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पहला खिलौना By Harun Khan

   पहला खिलौना जब बच्चा  थोड़ा बड़ा होता है और उसके घरवाले जब उसे पहला खिलौना  दिलाते हैं  तो उसकी खुशी   सातवें आसमान पर पहुंच जाती है।निश्चित रूप से उसका  ये पहला खिलौना नहीं होत...

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आग से रिश्ता, नारी से नाता By Guri baba

आग से रिश्ता, नारी से नाता"अध्याय 1: जलती हुई आगराघव का जीवन हमेशा से ही संघर्षों से भरा हुआ था। वह एक छोटे से गाँव का रहने वाला था, जहाँ जीवन सरल था लेकिन हर किसी को अपनी रोटी का...

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जादुई आईना - पार्ट 1 By Manshi K

डिस्क्लेमर : यह मेरी रचना पूर्ण रूप से काल्पनिक है । इसमें सभी किरदार भी काल्पनिक है । इसका सम्बन्ध किसी व्यक्ति , स्थान , जाती , धर्म से संबंधित नहीं है अगर आपको लगता है की संबंध...

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जिस्म की भूख ने बर्बाद कर दिया परिवार By Lokesh Dangi

राहुल की पत्नी राखी बड़ी शोख और चुलबुली थी. अपनी अदाओं से वह राहुल को हमेशा मदहोश किए रहती थी. उस को पा कर राहुल को जैसे पंख लग गए थे और वह हमेशा आकाश में उड़ान भरने को तैयार हो उठ...

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वाड़ी By Ekta Vyas

वाड़ी     फरवरी 2019, अमरीका के न्यूयॉर्क शहर में सपरिवार बस गए भीमजी भाई बरसों बाद, अपनी अंग्रेजी सभ्यता में पली-बढ़ी और सदा अंग्रेजियत का कवच ओढ़े रहने वाली पत्नी रमा बेन और अपने दो...

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आखेट महल - 20 (अंतिम भाग) By Prabodh Kumar Govil

बीस गौरांबर के दिमाग ने सुन्न होकर काम बंद कर दिया था। परन्तु उसे बस थोड़ा-सा ढाढस इस बात का था कि उसके साथ, उसी की भाँति इस्तेमाल किया जाने वाला एक युवक और भी था। इसी युवक से अब गौ...

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समय कि गति By prabha pareek

समय की गतिसमय क्या चीज़ है जीवन के पथ पर अनुभवों की थाती संभलाता अच्छे बुरे अनुभवों से झोलियाँ भरता आगे बढ़ता जाता है। प्रकृति की सजीव व निर्जीव सभी चीजें हमें कुछ ना कुछ तो सिखा ही...

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हमें यह बात बता चुके हैं । By DINESH KUMAR KEER

एक कहानी :- दुआओं का असरएक होटल में बहुत ज्यादा भीड़ रहती थी, जिसका फायदा उठाकर एक आदमी रोजाना कचौरी खाकर बिना पैसे दिए ही चला जाता था । मैं रोज उस आदमी को देखता लेकिन होटल के मालि...

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मंजिले - भाग 9 By Neeraj Sharma

   ------खैर हो ----              चलती का नाम गाड़ी है। बेशर्म लोग कुछ नहीं समझ सकते। बस कही भी पैसे बचते है, छोड़ते नहीं है, भोजन फ्री का....चावल इतना खा गए, उस वक़्त, कि पूछो मत। चल...

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दो दिल एक मंजिल By DINESH KUMAR KEER

1. बाल कहानी - गलतीसूर्या नामक बालक अपने माता - पिता के साथ शहर में रहता था । सूर्या बहुत शैतान बालक था । हर समय वह नयी - नयी शैतानियाँ करता रहता था ।सूर्या का एक और शौक था । सूर्य...

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ज्वार या भाटा - भाग 1 By Lalit Kishor Aka Shitiz

"ज्वार या भाटा" भूमिकाकहानी ज्वार या भाटा हमारे उन वयोवृद्ध योद्धाओं की है जो अपने जीवन में अथाह अनुभव लेके उसे साकार करने हेतु एवं अपनी कुंठाए दूर करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है...

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तमस ज्योति - 60 (अंतिम भाग) By Dr. Pruthvi Gohel

प्रकरण - ६०स्टूडियो में बैठे रोशनकुमारने कहा, "अपनी आंखों की रोशनी वापस आने से मैं उस दिन बहुत ही खुश हुआ था।"अब अमिताने एक बहुत ही महत्वपूर्ण प्रश्न पूछा, "रोशनजी! आपकी आंखों की र...

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हवलदार वरियाम सिंह, सी.एच.एम. By Devendra Kumar

हवलदार वरियाम सिंह, सी.एच.एम. (उर्फ़ बांग्लदेश मुक्ति का एक अनजाना योद्धा)                                                       -देवेन्द्र कुमार   आजकल बांग्ला देश में जबरदस्त राजन...

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जा, डिप्टी बनेगा By Devendra Kumar

जा, डिप्टी बनेगा                               -देवेन्द्र कुमार उर्दू के किसी शायर ने क्या खूब लिखा है, “भड़कती है लौ जब दिया बुझने को होता है|” जैसे जैसे बुजुर्गी आती है, जिंदगी का...

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जिन्दगी की राहें By Yash Singh

कहानी की शुरुआत एक छोटे से शहर में होती है, जहाँ एक लड़की, मेहर, अपनी ज़िन्दगी के हर दिन को एक रूटीन के अनुसार बिता रही थी। उसके दिल में एक खालीपन था, जो हर रोज़ बढ़ता ही जा रहा था...

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अल - अमानह : सल्तनत की किस्मत - 2 By Harun Khan

दूसरा अध्याय : अली की बेचैनी और एक अनसुलझी पहेलीअली के साथ हुई उस घटना से अब अली परेशान रहने लगा। अब वह अपने आपको एक रहस्य में छुपा हुआ पाता था।उसकी आँखों की नींद उड़ चुकी थी। अली...

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द्वारावती - 88 (अंतिम भाग) By Vrajesh Shashikant Dave

88उत्सव तथा केशव व्याकुल थे, चिंतित थे, दुविधा में थे। गुल शांत, स्थिर तथा निर्लेप थी। सूरज की प्रथम रश्मि ने अवनी को स्पर्श किया। दूसरी ने समुद्र को, तीसरी ने गुल को, चौथी ने केशव...

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मीरा प्रेम का अर्थ - 7 - मीरा की किडनैपिंग By sunita maurya

आसमान में सूरज आ चूका था...हर तरफ चिड़ियां की चहचाहट गूंज रही थी....मौसम में थोड़ी सर्दी का एहसास होना शुरू हो चुका था...जिसका मतलब था की सर्दियों का मौसम आने वाला है..... कॉलेज हॉ...

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वसंत ऋतु का आगमन By Deepa shimpi

वसंत: एक नई शुरुआतगाँव में वसंत ऋतु का आगमन हो चुका था। ठंडी सर्दियों के बाद अब सूरज की किरणें हल्की गुनगुनी तपिश के साथ धरती को आलोकित कर रही थीं। खेतों में पीली सरसों लहराने लगी...

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पहला खिलौना By Harun Khan

   पहला खिलौना जब बच्चा  थोड़ा बड़ा होता है और उसके घरवाले जब उसे पहला खिलौना  दिलाते हैं  तो उसकी खुशी   सातवें आसमान पर पहुंच जाती है।निश्चित रूप से उसका  ये पहला खिलौना नहीं होत...

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राहुल की पत्नी राखी बड़ी शोख और चुलबुली थी. अपनी अदाओं से वह राहुल को हमेशा मदहोश किए रहती थी. उस को पा कर राहुल को जैसे पंख लग गए थे और वह हमेशा आकाश में उड़ान भरने को तैयार हो उठ...

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आखेट महल - 20 (अंतिम भाग) By Prabodh Kumar Govil

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समय कि गति By prabha pareek

समय की गतिसमय क्या चीज़ है जीवन के पथ पर अनुभवों की थाती संभलाता अच्छे बुरे अनुभवों से झोलियाँ भरता आगे बढ़ता जाता है। प्रकृति की सजीव व निर्जीव सभी चीजें हमें कुछ ना कुछ तो सिखा ही...

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   ------खैर हो ----              चलती का नाम गाड़ी है। बेशर्म लोग कुछ नहीं समझ सकते। बस कही भी पैसे बचते है, छोड़ते नहीं है, भोजन फ्री का....चावल इतना खा गए, उस वक़्त, कि पूछो मत। चल...

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दो दिल एक मंजिल By DINESH KUMAR KEER

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ज्वार या भाटा - भाग 1 By Lalit Kishor Aka Shitiz

"ज्वार या भाटा" भूमिकाकहानी ज्वार या भाटा हमारे उन वयोवृद्ध योद्धाओं की है जो अपने जीवन में अथाह अनुभव लेके उसे साकार करने हेतु एवं अपनी कुंठाए दूर करने के लिए निरंतर प्रयत्नशील है...

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तमस ज्योति - 60 (अंतिम भाग) By Dr. Pruthvi Gohel

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