hindi Best Classic Stories Books Free And Download PDF

Stories and books have been a fundamental part of human culture since the dawn of civilization, acting as a powerful tool for communication, education, and entertainment. Whether told around a campfire, written in ancient texts, or shared through modern media, Classic Stories in hindi books and stories have the unique ability to transcend time and space, connecting people across generations and cu...Read More


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तमस ज्योति - 14 By Dr. Pruthvi Gohel

प्रकरण - १४रईश आज घर आनेवाला था इसलिए हम सब उसका बड़ी बेसबरी से इंतज़ार कर रहे थे। रात का खाना खा लेने के बाद हम अभी घर के आंगन में बैठकर बातें कर रहे थे।दर्शिनी बात कर रही थी, "रो...

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द्वारावती - 45 By Vrajesh Shashikant Dave

45सभा को छोडकर केशव समुद्र तट पर आ गया। समुद्र की अविरत जन्मती, प्रवाहित होकर तट तक जाती तथा तट पर ही मृत हो जाती लहरों को देखता रहा। उसके मन में कोई भी लहर इसी प्रकार गतिमान न थी।...

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गोर्की देव का मुरब्बा By Prabodh Kumar Govil

"सच में नई पीढ़ी हमसे बहुत अच्छी है। इसे कम से कम हमारी जैसी लत तो नहीं है कि इतने बजे पेप्सी चाहिए, इतने बजे पिज़्ज़ा! हमें देखो, चार बजे नहीं कि बस, चाय चाहिए। ऐसी तलब लगती है कि...

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रेत होते रिश्ते - भाग 12 ( अंतिम भाग ) By Prabodh Kumar Govil

जोसफ नादिर से मेरा परिचय बिना किसी शक-शुबहे के परवान चढ़ गया। मैं एक विशुद्ध कारोबारी ग्राहक के तौर पर ही उससे कई बार मिल लिया था और वह अब मेरे प्रति पूर्ण आश्वस्त था। अपने गैरकानू...

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जाको राखे सांईयां मार सके ना कोय By Rajesh Maheshwari

जाको राखे सांईयां मार सके ना कोय   मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के समीप पतित पावनी नर्मदा नदी के किनारे मोहनिया नामक गांव में रामदास एवं रामेश्वरदास नाम के दो नजदीकी मित्रों के...

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इंद्रप्रस्थ - 2 By Shakti

परम पराक्रमी युधिष्ठिर नगरी के राजा बने। भीम मुख्य सेनापति बने। अर्जुन नकुल सहदेव मंत्री बने। युधिष्ठिर के राज्य में सब सुखी थे। अगल-बगल के गरीब लोग भी आकर युधिस्ठिर की नगरी में बस...

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अनीश (माँ का प्यार) By DINESH KUMAR KEER

1. अनीश और माँ का प्यारएक दिन की बात है । अनीश अपने दोस्तों के साथ रविवार की शाम मेला देखने पास के गाँव ये कह कर माँ से गया कि - "माँ ! मैं बस थोड़ी देर में ही आ जाऊँगा । पास के मै...

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रंजना By Narayan Menariya

रंजना - एक सच्ची घटना पर आधारित एक अधूरे प्यार की कहानी है, जिसको मैने दिनाँक 26 जुलाई, 2015 को लिखा था। अधूरा प्यार इसलिए क्योंकि, इस कहानी का एक पात्र अब हमारे बीच इस दुनियां में...

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अमर अमर By Shakti

अमर मै अमर तो हो गया। लेकिन फिर इससे कई प्रॉब्लम भी आने लगी। जवान और अमर होने के फायदे तो कई हुए। लेकिन घाटे भी कई हुए। सैकड़ो साल जिंदा रहने के कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं।...

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पैरासाइट By ABHAY SINGH

पैरासाइट, याने पिस्सू !!!खून चूसने वाला, दूसरे के दिये पर जीने वाला, औरो को खाकर जीने वाला.. हिंदी में परजीवी कहते है। परजीवी का अस्तित्व स्वतंत्र नही होता। उसे जिंदा रहने के लिए क...

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मकान नम्बर बासठ By Lalit Kishor Aka Shitiz

सुबह सुबह नहा धो कर मैं सेकेंड फ्लोर की बालकनी में आ कर बैठ गया... करीबन छ: सवा छ: बज रहे थेसीढ़िया चढ़ते हुए जब आ रहा था तो सभी कमरों के बाहर लगे कूलर सररर सरर्र कर रहे थे, किसी क...

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परिक्षाफल (हम आगे बढ़ सकें) By DINESH KUMAR KEER

15 मई को बच्चों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाना था। बच्चों को परीक्षा परिणाम जानने की बहुत ही उत्सुकता थी। सभी बच्चे आपस में एक - दूसरे से चर्चा करते कि - "मैंने ऐसा लिखा है... म...

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मौन का रहस्य By नंदलाल मणि त्रिपाठी

जुबान ,जिह्वा और आवाज़ जिसके संयम संतुलन खोने से मानव स्वयं खतरे को आमंत्रित करता है और ईश्वरीय चेतना की सत्ता को नकारने लगता है।अतः जिह्वा जुबान का सदैवसंयमित संतुलित उपयोग ही नैति...

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व्रत - 6 By Sonali Rawat

शाम को दफ्तर से छुट्टी कर के वह एक्टिवा पर आ रहा था कि पीछे से एक ट्रक वाले ने उसे टक्कर मारी. उस की एक्टिवा ट्रक के भारी पहियों के नीचे आ कर चकनाचूर हो गई और वह उछल कर पटरी पर जा...

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राधा रानी का इतिहास By Guri baba

देवी राधा का जन्म दिवस भाद्रमास की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को माना जाता है। इस साल यह तिथि गुरूवार 9 सितंबर को है। पुराणों का मत है कि देवी राधा भगवान श्री कृष्ण से ग्यारह महीने ब...

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जनाज़ा By Sharovan

ज़नाज़ा कहानी / शरोवन. देश में भ्रष्टाचार, अनियमितता और लापरवाही का शासन था. जनता के पास रोज़गार नहीं था. किसानों के पास बीज बोने के पैसे नहीं बच पाते थे. ऋण की रकम की भरपाई न करने के...

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राक्षसराज रावण - एक पराक्रमी भाई की कहानी - भाग 2 By Neel Mukadam

रावण अब कुबेर से लंका जीतने की योजना बना रहा था। जब सुमाली को अपने पोते की स्थिति का पता चला, तो वे खुद रावण के पास आए और बोले, "रावण, तुम अकेले हो। यक्षराज हसूड भी कुबेर के साथ है...

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तमस ज्योति - 14 By Dr. Pruthvi Gohel

प्रकरण - १४रईश आज घर आनेवाला था इसलिए हम सब उसका बड़ी बेसबरी से इंतज़ार कर रहे थे। रात का खाना खा लेने के बाद हम अभी घर के आंगन में बैठकर बातें कर रहे थे।दर्शिनी बात कर रही थी, "रो...

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द्वारावती - 45 By Vrajesh Shashikant Dave

45सभा को छोडकर केशव समुद्र तट पर आ गया। समुद्र की अविरत जन्मती, प्रवाहित होकर तट तक जाती तथा तट पर ही मृत हो जाती लहरों को देखता रहा। उसके मन में कोई भी लहर इसी प्रकार गतिमान न थी।...

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गोर्की देव का मुरब्बा By Prabodh Kumar Govil

"सच में नई पीढ़ी हमसे बहुत अच्छी है। इसे कम से कम हमारी जैसी लत तो नहीं है कि इतने बजे पेप्सी चाहिए, इतने बजे पिज़्ज़ा! हमें देखो, चार बजे नहीं कि बस, चाय चाहिए। ऐसी तलब लगती है कि...

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रेत होते रिश्ते - भाग 12 ( अंतिम भाग ) By Prabodh Kumar Govil

जोसफ नादिर से मेरा परिचय बिना किसी शक-शुबहे के परवान चढ़ गया। मैं एक विशुद्ध कारोबारी ग्राहक के तौर पर ही उससे कई बार मिल लिया था और वह अब मेरे प्रति पूर्ण आश्वस्त था। अपने गैरकानू...

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जाको राखे सांईयां मार सके ना कोय By Rajesh Maheshwari

जाको राखे सांईयां मार सके ना कोय   मध्यप्रदेश की संस्कारधानी जबलपुर के समीप पतित पावनी नर्मदा नदी के किनारे मोहनिया नामक गांव में रामदास एवं रामेश्वरदास नाम के दो नजदीकी मित्रों के...

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इंद्रप्रस्थ - 2 By Shakti

परम पराक्रमी युधिष्ठिर नगरी के राजा बने। भीम मुख्य सेनापति बने। अर्जुन नकुल सहदेव मंत्री बने। युधिष्ठिर के राज्य में सब सुखी थे। अगल-बगल के गरीब लोग भी आकर युधिस्ठिर की नगरी में बस...

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अनीश (माँ का प्यार) By DINESH KUMAR KEER

1. अनीश और माँ का प्यारएक दिन की बात है । अनीश अपने दोस्तों के साथ रविवार की शाम मेला देखने पास के गाँव ये कह कर माँ से गया कि - "माँ ! मैं बस थोड़ी देर में ही आ जाऊँगा । पास के मै...

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रंजना By Narayan Menariya

रंजना - एक सच्ची घटना पर आधारित एक अधूरे प्यार की कहानी है, जिसको मैने दिनाँक 26 जुलाई, 2015 को लिखा था। अधूरा प्यार इसलिए क्योंकि, इस कहानी का एक पात्र अब हमारे बीच इस दुनियां में...

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अमर अमर By Shakti

अमर मै अमर तो हो गया। लेकिन फिर इससे कई प्रॉब्लम भी आने लगी। जवान और अमर होने के फायदे तो कई हुए। लेकिन घाटे भी कई हुए। सैकड़ो साल जिंदा रहने के कुछ फायदे हैं तो कुछ नुकसान भी हैं।...

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पैरासाइट By ABHAY SINGH

पैरासाइट, याने पिस्सू !!!खून चूसने वाला, दूसरे के दिये पर जीने वाला, औरो को खाकर जीने वाला.. हिंदी में परजीवी कहते है। परजीवी का अस्तित्व स्वतंत्र नही होता। उसे जिंदा रहने के लिए क...

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मकान नम्बर बासठ By Lalit Kishor Aka Shitiz

सुबह सुबह नहा धो कर मैं सेकेंड फ्लोर की बालकनी में आ कर बैठ गया... करीबन छ: सवा छ: बज रहे थेसीढ़िया चढ़ते हुए जब आ रहा था तो सभी कमरों के बाहर लगे कूलर सररर सरर्र कर रहे थे, किसी क...

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परिक्षाफल (हम आगे बढ़ सकें) By DINESH KUMAR KEER

15 मई को बच्चों का परीक्षा परिणाम घोषित किया जाना था। बच्चों को परीक्षा परिणाम जानने की बहुत ही उत्सुकता थी। सभी बच्चे आपस में एक - दूसरे से चर्चा करते कि - "मैंने ऐसा लिखा है... म...

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मौन का रहस्य By नंदलाल मणि त्रिपाठी

जुबान ,जिह्वा और आवाज़ जिसके संयम संतुलन खोने से मानव स्वयं खतरे को आमंत्रित करता है और ईश्वरीय चेतना की सत्ता को नकारने लगता है।अतः जिह्वा जुबान का सदैवसंयमित संतुलित उपयोग ही नैति...

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व्रत - 6 By Sonali Rawat

शाम को दफ्तर से छुट्टी कर के वह एक्टिवा पर आ रहा था कि पीछे से एक ट्रक वाले ने उसे टक्कर मारी. उस की एक्टिवा ट्रक के भारी पहियों के नीचे आ कर चकनाचूर हो गई और वह उछल कर पटरी पर जा...

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राधा रानी का इतिहास By Guri baba

देवी राधा का जन्म दिवस भाद्रमास की शुक्लपक्ष की अष्टमी तिथि को माना जाता है। इस साल यह तिथि गुरूवार 9 सितंबर को है। पुराणों का मत है कि देवी राधा भगवान श्री कृष्ण से ग्यारह महीने ब...

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जनाज़ा By Sharovan

ज़नाज़ा कहानी / शरोवन. देश में भ्रष्टाचार, अनियमितता और लापरवाही का शासन था. जनता के पास रोज़गार नहीं था. किसानों के पास बीज बोने के पैसे नहीं बच पाते थे. ऋण की रकम की भरपाई न करने के...

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राक्षसराज रावण - एक पराक्रमी भाई की कहानी - भाग 2 By Neel Mukadam

रावण अब कुबेर से लंका जीतने की योजना बना रहा था। जब सुमाली को अपने पोते की स्थिति का पता चला, तो वे खुद रावण के पास आए और बोले, "रावण, तुम अकेले हो। यक्षराज हसूड भी कुबेर के साथ है...

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