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तुमने भी ना समझा तो अब मलाल किस बात का। सब कुछ तो बता चुके है तुम्हे फिर सवाल किस बात का। कहने को जो कुछ भी बचा हो कह डालो मर गये तो फिर सवाल किस बात का। आया था कोई जो छोड़ गया बीच मजधार मे। फिर तुम मिले तो लगा अब इन सवालों का क्या करे। तुममे हि देख ली दुनिया सारी। क्या हि मिला मेरे इस ख्वाब का। गर जाना चाहते हो मुझसे दूर तो फिर मेरे मरने का क्या। रहेगा इंतजार सिर्फ तुम्हारा । मेरे इन जवाबो का क्या। बार बार तो नही होगी हमसे मोहोब्बत हर किसी से। जो बची थी वो तुम पर लुटा दी। तुम्हे जाना है तो जाओ । मेरे जिंदा रहना या मर जाने का क्या। Akash Gupta 😞✍️
तुम्हे तो सबकुछ बताना था। क्या हो रहा मेरे साथ क्या हुआ है सब बताना था। खो जाना चाहता था इस भीड़ से बस तेरे साथ जीना था। हा टूटे हुए थे तुम टूटे हुए थे हम इसी लिए तुम्हारे साथ दिल लगाना था। सोचा था की समझोगे हमे बिना बातये बस इस लिए ये टूटा हुआ दिल देना था। क्या पता था की तुम कही और व्यस्त हो जाओगी। तुम्हे जबरजस्ती नही प्यार से पाना था। खोया रहता हु इस तन्हाई की दुनिया मे। बस थक हार कर तेरे गोद मे सोना चाहता था। लोग रुला जाते है किसी ना किसी बात पे । मै तुम्हे छोटी छोटी बातो मे हसना चाहता था। लाख बुराइयाँ होंगी मेरे अंदर क्युकी खुदा नही हु मै । बस तुम समझो मुझे और मै तुम्हारे गले लग जाना चाहता था। क्या हुआ क्या नही सब भूल कर मै आगे का सफर तुम्हारे साथ बिताना चाहता था। क्या कहु कैसे कहु प्यार जो बचा था सिर्फ तुमपर लुटाना चाहता था। जाओ अभी आजमा लो इस दुनिया को तुम। इंतजार तुम्हारा है और रहेगा मै तो सिर्फ तुम्हे गले लगाना चाहता था। बदल देती है हवाएं पानी की दिसा। मै तो सिर्फ तुम्हे इस मतलबी दुनिया से बचाना चाहता था। कास समझते तुम मेरे इस प्यार को मै दुनिया को दिखाना नही सिर्फ अपने पास छिपाना चाहता था। ..............Akash Gupta ✍️
फिर एक दिन ख़रीद लेगी ये कबर की मिट्टी मुझे मेरा यकीन करो अपनी उम्र से ज़्यादा उदास हूं मैं.
मैं सूरज के साथ रहकर भी भूला नहीं अदब... लोग जुगनू का साथ पाकर मगरूर हो गए....
लौट कर फिर से आए हो? तुम तो चले गए थे ना! हाल फिर से पूछा है? पर हम तो बिछड़ गए थे ना! ये सांवली रंगत हुई है कैसे? तुम तो निखर गए थे ना ! “मेरे हो” ये कहते हो? पर तुम तो मुकर गए थे ना ! क्या फायदा पछतावे का? हम तो बिखर गए थे ना!🙂❤️🩹
जिंदगी ने जिंदगी से पूछा, तू क्या लेगी मेरी जिंदगी वापस देने के लिए जिंदगी ने मुश्कुरा कर जवाब दिया में क्या करूंगी तेरी जिंदगी लेकर तू खुद जिंदगी से परेशान है 🥺
चाह कर भी उनका हाल नहीं पूछ सकते डर है कहीं कह ना दे कि ये हक्क तुम्हे किसने दिया😢😢
सुना है काफी पढ़ लिख गए हो तुम, कभी वो बी पढ़ो जो हम कह नहीं पाते. 😟💔😢
अब अगर तुम जाने ही लगे हो तो पलट कर मत देखना, *क्योकि मौत की सजा लिखने के बाद कलम तोड़ दी जाती है*💔💔
कोई खुशी से नशे का आदी नहीं होता, मज़बूरी मे नशा ही साथ देता है, भरोसेमंद लोग ही जब हाँथ छुड़ा लेते है, संभलने मे नशा ही हाँथ देता है 🙏💟
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