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जिंदगी हमेशा वैसी नहीं होती जैसी हम चाहते है। जिंदगी वैसी होती है जैसा उसे होना होता है। वो किताबों जैसी बिल्कुल नहीं होती ...की अंत में बस happy ending हो कई बार कहानी अधूरी रह जाती है और किताबों से भी ज्यादा सुंदर हो जाती है। ArUu💫
एक कहानी पढ़ रही थी अमृता प्रीतम की उसमें कुछ लाइंस थी... गमला कितना भी बड़ा हो पर गमले में चंपा के फूल नहीं खिलते...फूलों को खिलने के लिए पौधे की जड़ों को धरती की जरूरत होती है। हम भी कई दफा रिश्तों को गमलों में रोप देते है और उम्मीद लगाए रखते है कि उसमें फूल खिलेंगे। किसी ने मुझसे एक रोज कहा था रिश्तों को जितनी आजादी दोगे जितना उन्हें प्यार से सिंचोगे वो उतने ही महक के साथ फलेंगे फूलेंगे। इसलिए रिश्तों को गमले की बजाय धरती में रोप देना बेहतर है ताकि उनकी जड़े गहरी हो...और फूल दूर तक खुशबू फैला देने वाले🥰 ArUu ✍️
एक जिंदगी में जिंदगी ढूंढ रही हूं मैं 🫠 ArUu ✍️ - ArUu
अनंत बार खुद से हार जाने के बाद भी जीतने की जिद है। ArUu ✍️ - ArUu
अब कभी कभी सोचती हूं...वो लोग जो सुसाइडल थॉट्स दिमाग में लाते है या खुद किसी तरह से मरने का इरादा करते है उनको ये समझना चाहिए कि भाई वो काले भैंसे वाला अपना दोस्त तो है नहीं जो पलके बिछाए बैठा है तुम्हें लाने के लिए तुम जिस दुख से मर रहे हो या जिन लोगों को कद्र के लिए मर रहे जब उन्होंने कदर नहीं की तो वो यमराज जी क्यों करेंगे भाई तुम्हारे सुसाइड के चक्कर में उसको ओवर टाइम करना पड़ता है सोचो कितनी मौत आती होगी उन्हें जब वो तुम्हे बिना वक्त लेने आते होंगे। जब सब तय है तो क्यों बिना मतलब उनके प्लान में खलल पैदा करना सोचो तुम सो रहे हो आराम से या फैमिली टाइम हो तो अचानक कोई काम आ जाए ऑफिस का तो कितना बुरा लगता है बस वैसे ही...बेचारे यमराज जी भी जब चैन से बैठे हो ओर उधर कोई लटक गया...मुझे लगता है पूरे रास्ते टकली में मारते मारते ले जाते होंगे🤢 मत करना भाई बहुत मार पड़ेगी मरने के बाद भी🙁 यहां थोड़ा बहुत दुख सह लेना बस वरना वहां कौन जाने कितनी पिटाई हो... ArUu ✍️
और एक दिन जब आप थक जाओ...हारने लगो जब जिंदगी बेकार लगने लगे खुद पर हजार सवाल उठने लगे जब कोशिश कर के थक गए हो। सहेजी गई हर चीज आपके हाथ से फिसल रही हो ...तब समझना ईश्वर आपको मजबूती से लड़ने की प्रेरणा दे रहे है इतनी विपरीत परिस्थितियों में भी ईश्वर पर विश्वास बनाए रखना..क्योंकि जो कुछ हो रहा है वो उनकी मर्जी से हो रहा है और आगे भी जो होगा वो उनकी ही मर्जी से होगा...हो सकता है कुछ वक्त के लिए ये हमें बुरा लगे... अपने अनुकूल न लगे पर यकीन करना सब कुछ खो दोगे तब यही वक्त होगा जब आप खुद को पाआगे...खुद से मिलने का एक सुनहरा मौका होगा बस जब तक खुद को ना पा लो तब तक पॉजिटिव बने रहना...फिर देखना कोई तुमसे जीत नहीं पाएगा😍👍🏻 ArUu ✍️
और मैं अब तुम्हारे बिना भी जीना सिख गई हूं...क्योंकि मेरे पास इसके सिवा कोई ऑप्शन नहीं था...तुम्हारे जाने के बाद खुद को खत्म करने की कोशिश करते करते मैं इतना ही समझ पाई हूं कि जीना सीखना सबसे बड़ी कला है और कुछ हद तक मै भी इसे सीख चुकी हूं। कई बार अनायास ही अतीत के गर्त में गोते लगा आती हूं जहां जाना मुझे खास पसंद नहीं है क्योंकि वहां जा कर मुझे तुम्हें खोने का अहसास होता है...लगता है जैसे तुम पास नहीं हो और ये अहसास मेरे लिए सबसे कष्टदायक होता है... मैं जल्द से जल्द उस दलदल से बाहर आना चाहती हूं पर उसी में धंसी चली जाती हूं... पता नहीं कैसे लोग कह देते है कि वक्त हर जख्म को भर देता है...मुझे तो इतने सालों बाद भी तुम्हारी कमी ख़लती है जो आजीवन रहेगी। इन 4 सालों में अनंत बार मैं ऊपर वाले के दरबार में अर्जी दे आई हूं कि वो मुझे तुम्हारे पास बुला ले पर वो भी हर बार अपने मन की करते है...कभी कभी मन की खामोशी को नजरअंदाज करने के लिए बिना मतलब की बाते करती रहती हूं...मुझे लगता है इससे मुझे परेशान होने का वक्त नहीं मिलता... पर मैं तुम्हें निराश नहीं करूंगी...मैं हर दिन बेहतर जी पाऊं ये कोशिश करती हूं...कई बार इसमें नाकामयाब भी होती हूं पर इतना तो चलता है ना। मुझे यकीन है तुम मेरे पास हो और हमेशा रहोगी ❤️
भगवान का लाख लाख sukar है कि अप्रैल महीना खत्म हो रहा। भाई इसने शुरू से ही मेरी जिंदगी में तबाही मचा के रख दी। एक अप्रैल को मैने सबको अप्रैल फूल बनाया और 2तारीख से इस महीने ने मुझे अप्रैल फूल बना दिया🥲और पूरे month prank किया जो अलग🙂मेरी गाड़ी मेरी हड्डियां और आंखें eyebrows or सबसे कीमती मेरे hairs 🫠 पर अब ये महीना सकुशल बीत गया है😂इसकी खुशी है... ठीक होने में अभी भी 2-3 महीने लग जाएंगे पर मुझे लगता है अप्रैल खत्म होने के बाद से ही रिकवरी प्रोसेस थोड़ा फास्ट हो जाएगा😅इतने बुरे वक्त में परिवार और खास दोस्तों का खूब सपोर्ट मिला और तहसील स्टॉफ जिन्होंने इतने बुरे वक्त में मेरा बहुत साथ दिया😍🫶🏻सबको दिल से धन्यवाद मेरी हिम्मत बनने के लिए ❤️ - ArUu
मैं खोज रही हूं खुद को कभी पा लेती हूं कभी फिर से खो देती हूं कभी जान लेती हूं सब कभी फिर से अजनबी बन जाती हूं जाने अनजाने सबसे ज्यादा व्यथित किया है सजा दे कर फिर मरहम लगाती हूं खुद को कभी धूप बन कर सहलाती हूं खुद को कभी छांव बन खुद में ही छुप जाती हूं आशाओं की किरणों को समेट हर बार जगमगाती हूं खुद को बाहर वेदना है भीतर है क्रंदन जलमग्न आंखे चेतना है गुमसुम फिर हरा कर सारे गम खोजती हूं खुद को ArUu ✍️
राम चंद्र कह गए सिया से ऐसा कलयुग आयेगा मेरे ही नाम पर लड़ेंगे लोग फिर ना मानव कोई कहलाएगा😑 - ArUu
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