खामोश चेहरों के पीछे by Kapil in Hindi Novels
खामोश चेहरों के पीछे – पार्ट 1 : एक अनजान चिठ्ठी गंगू दौलतपुर गाँव वैसे तो शांत और साधारण था, लेकिन उसकी खामोशी में भी क...
खामोश चेहरों के पीछे by Kapil in Hindi Novels
खामोश चेहरों के पीछे   भाग 2-   अतीत का दरवाजाराघव को उस रात नींद नहीं आई। दादी की पुरानी बातों में छुपे हुए इशारे अब उस...
खामोश चेहरों के पीछे by Kapil in Hindi Novels
खामोश चेहरों के पीछे – पार्ट 3।  छुपा हुआ सचरात की स्याही इतनी गहरी थी कि चारों ओर घुप्प अंधेरा छाया हुआ था। हवा बिल्कुल...