स्त्री का श्राप by Vedant Kana in Hindi Novels
गाँव धनौरा अपनी शांति और सांस्कृतिक परंपराओं के लिए जाना जाता था। हर साल वहाँ एक मेला लगता था, जिसमें दूर-दूर से लोग आते...
स्त्री का श्राप by Vedant Kana in Hindi Novels
5 साल बाद…गाँव अब भी वैसा ही था — चुपचाप, रहस्यमय, और डर से भरा हुआ। लोग अब वहाँ बसते नहीं थे, सिर्फ पुराने लोग ही बचे थ...