माँ का आख़िरी खत by julfikar khan in Hindi Novels
  > "बेटा, जब तू ये खत पढ़ रहा होगा... शायद मैं इस दुनिया में नहीं होऊँगी।"   बस यही एक लाइन थी उस खत की शुरुआत में, जिस...