नीलिमा दरवाजे की ओर बढ़ी और उसने धीरे से दरवाजा खोला,बाहर एक लड़का खड़ा था स्टाइलिश कपड़े, स्टाइलिश जूते,आंखों पे काले गॉगल्स ओर हैंडसम।
तनु तू ? इसे चीखते हुए नीलिमा उस लड़के के गले लग गई।
आकाश ने भी तनु नाम सुना ओर वो भी दरवाजे के पास आया,उसने भी उस लड़के को हग किया तीनों अंदर आए ओर सोफे पे बैठ गए।
वो लड़का ओर कोई नहीं बल्कि नीलिमा का छोटा भाई तन्मय था।
तन्मय हॉस्टल में रहता था,ओर अभी छुटीयो में घर आया था। नीलिमा पानी लेने गई तो तन्मय ने आकाश से कहा,आकाश तुमने दीदी को प्रपोज किया या अभी भी ऐसे ही आगे पीछे घूम रहे हो?
आकाश ने कहा छोड़ो ना वो तो बचपन की बात थी।
बचपन को बात थी मतलब? तुम अब दीदी से प्यार नहीं करते? तन्मय ने कन्फ्यूज हो के पूछा।
तभी नीलिमा आ गई दोनों चुप हो गए,ये देख नीलिमा बोली क्या बात कर रहे थे दोनों ओर अब चुप क्यों हो गए?
हम तुम्हारी तरह बातूनी थोड़ी ना हे हालचाल पूछ लिए और क्या तुम्हारी तरह बक बक शुरू ही थोड़ी ना रखते है।तन्मय ने नीलिमा को चिढ़ाते हुए कहा।
हा हा क्यों नहीं तुम लड़के के तो बोलते ही कहा हो।नीलिमा ने चिढ़ाते हुए कहा।
तन्मय नीलिमा से 3 साल छोटा था पर नीलिमा के लिए वो छोटे भाई से पहले बेस्ट फ्रेंड था।
तीनों ने बहुत बाते की हंसी मजाक किया फिर तीनों ने नाश्ता किया ओर टीवी देखने लगे। तभी नीलिमा ने घड़ी की ओर देखा तो घड़ी में 6 बजने को थे उसने आकाश को इशारे से रूम में आने का इशारा किया ओर वो अपने रूम में चली गई।
पीछे पीछे आकाश भी गया रूम में जैसे ही पहुंचा नीलिमा ने बोला आकाश डिनर का क्या करे प्रीतम का मैसेज आया था उसने 7 बजे जाने को बोला है और तनु भी आया हुआ है अब क्या करे?
तभी पीछे से आवाज आई दीदी ये प्रीतम कौन है? दोनों ने चौंक के पीछे देखा तन्मय वही खड़ा था।पहले तो नीलिमा ने बहाने बनाए और बोला वो हमारा कॉलेज फ्रेंड है और आज हमारा डिनर का प्लान था।
सिर्फ दोस्त?अगर दोस्त है तो इतने बहाने क्यू?ओर आप इतनी डरी हुई क्यू लग रही हो मेरे पूछने पर?
तनु वो.....रुको नीलिमा! नीलिमा बोल ही रही थी कि आकाश ने उसे रोकते हुए कहा मुझे लगता है तनु को बता देना चाहिए।
तन्मय ने कहा ये क्या लगा रखा है तुम दोनों ने,क्या बताना है? अब जल्दी बताओ ना मुझसे अब इंतजार नहीं होता।
आकाश ने उसे बिठाया और बोला प्रीतम हमारे साथ कॉलेज में है वो हमारी नीलिमा को शुरू से ही बहुत पसंद करता था ओर नीलिमा भी उसे पसंद करती थी और उसने कल ही नीलिमा को प्रपोज किया ओर नीलिमा ने है बोलदी है।
क्या दीदी ने किसी ओर को है बोला दी? मगर आकाश तुम ..... ये बोलते बोलते तन्मय अटक गया।
नीलिमा ने हैरानी से कहा अटक क्यों गए?
आकाश ने नीलिमा के पीछे से तन्मय को चुप रहने का इशारा किया तो तन्मय ने बात बदलते हुए कहा आकाश तुम मुझे पहले भी तो ये बात बता सकते थे ।
आकाश ने कहा जो हो गया सो हो गया अब बहस करने से क्या फायदा वो नीलिमा से बहुत प्यार करता है और हमारी नीलिमा भी तो उससे प्यार करती हैं और क्या चाहिए हमे।
तन्मय ने कहा मुझे शुरू से बताओ क्या क्या हुआ फिर में मानूंगा। तो आकाश ने कहा तू बाहर चल में तुझे शुरू से सब बताऊंगा नीलिमा को तैयार हो जाने दे फिर हम पांचों जायेंगे डिनर पे।
पांचों ?पर हम तो चार हुए ये पांचवा कौन है ? तन्मय ने पूछा तभी आकाश ने कहा पांचवा विष्णु प्रीतम का छोटा भाई।
आकाश ने नीलिमा से कहा तुम वो पिंक वाला क्रॉप टॉप पहन लो वो तुमपे अच्छा लगता हैं ये कह के तन्मय को हॉल में लेकर आ गया ओर उसे शुरू से सब कुछ बताने लगा।
सब जानने के बाद तन्मय बोला ये क्या किया तुमने आकाश तुम्हे पता था कि प्रीतम दीदी को प्रपोज करने वाला है तो तुम दीदी को सच्चाई नहीं बता सकते थे? बताया होता तो दीदी फौरन हा बोल देती तुम्हे।
आकाश ने उसे समझाते हुए कहा तनु देख में बचपन से नीलिमा को जनता हु हम साथ रहे हैं ओर में उसे पसंद करता था पर वो प्यार तो नहीं कहा जा सकता ओर नीलिमा प्रीतम से प्यार करती हैं ये जानते हुए भी में उसे प्रपोज करु ये तो गलत बात हुईं ना!
देखो तनु प्यार उसे कहा जाता है जिसमें दोनों करते हो पर यह में सिर्फ नीलिमा को पसंद करता था ओर नीलिमा ने तो कभी ऐसा बोला नहीं वो मुझे अपना सबसे अच्छा दोस्त मानती है तो क्या प्रपोज करके में दोस्त भी गवा दूं? क्योंकि वो है तो बोलती नहीं।
तन्मय ने कुछ देर सोचने के बाद बोला बात तो तुम्हारी सही है,पर वो लड़का कैसा है वो सब......
वो सब तुम मत सोचो अभी क्यूंकि लड़का बहुत अच्छा है नीलिमा को वो हम सब से ज्यादा खुश रखेगा यू कहो तो जन छिड़कता है नीलिमा पर।
तो मुझे कोई दिक्कत नहीं है में बस यही चाहता हु कि मेरी बहन हमेशा खुश रहे।
तो फिर बस ये सब सोचना छोड़ दो ओर रेडी हो जाओ।
ये कह आकाश बाल्कनी में चला गया ओर प्रीतम को कॉल कर के सारी बात बताई प्रीतम ने कहा थैंक गॉड की वो मान गया ओर बिगेस्ट थैंक्यू फॉर यू सच में आकाश तुम नहीं होते तो पता नहीं मेरी लव स्टोरी का क्या होता।
आकाश ने हंसते हुए कहा फ्रेंडशिप में नो सॉरी नो थैंक्यू। अच्छा बताओ हमें जाना कहा है।
प्रीतम ने कुछ देर सोचने के बाद बोला एक काम करते हैं रॉयल रेस्टोरेंट में चलते हैं लखनऊ का बेस्ट रेस्टोरेंट मुझे तो वही लगता हैं अगर नीलिमा को पसंद हो तो नहीं तो जहां वो कहे वहां।
वाह यार क्या चॉइस है दोनों की सेम सेम नीलिमा का भी वही रेस्टोरेंट फेवरेट है ।आकाश ने हंसते हुए कहा।
ठीक हैं फिर वही चलते है पर नीलिमा को मत बताना उसके लिए वह सरप्राइज़ है। प्रीतम ने यह कह कॉल कट कर दी।
तभी तन्मय नीलिमा के रूम में आया नीलिमा रेडी हो चुकी थी उसे देख तन्मय बोला वाह दीदी आप तो बहुत ही सुंदर लग रहे हो। उसे देख नीलिमा ने कहा थैंक यू पर सॉरी तनु तुझे जल्दबाजी में ये सब बताने का मौका नहीं मिला ।
तन्मय ने कहा इट्स ओके दीदी मुझे आपसे कोई शिकायत नहीं है। में आपके लिए बहुत खुश हु में भगवान से यही प्रार्थना करता हु कि आप हमेशा खुश रहो।
ओह मेरे लिटिल हीरो!! ये कह नीलिमा तन्मय के गले लग गई।
तन्मय नीलिमा ओर आकाश रेडी हो गए और कार से रेस्टोरेंट के लिए निकल गए।
इस तरफ विष्णु ओर प्रीतम भी रेडी होकर निकल गए आज वो भी कार लेके ही गए।
रेस्टोरेंट के बाहर विष्णु ने कार पार्क की थोड़ी देर बाद आकाश,नीलिमा ओर तन्मय भी पहुंच गए।
वॉव रॉयल रेस्टोरेंट माई फेवरेट रेस्टोरेंट।ये बोलती हुई नीलिमा उछल पड़ी।
उसे ऐसा करता देख प्रीतम भी खुश हो गया।हमेशा की तरह आज भी नीलिमा पिंक क्रॉप टॉप में बेहद ही सुंदर लग रही थी। पांचों ने एक दूसरे को हाई हेलो किया ओर रेस्टोरेंट के अंदर चले गए।