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हमने देखा कि सभी के सभी लोग नैंसी को देख रहे थे
मीना (नैना की मम्मी) ने कहा तुम बदतमीज लड़की यहां क्या कर रही हो ये हमारे घर का मामला है तो अभी के अभी यह से निकला
नेनसी ने मीना की आंखों में आंखें डाल के कहा मुझे नहीं लगता कि ये अब आपके घर का मामला ही रहा क्यों कि सारे कॉलेज को पता है कि आप अपनी बेटी को पसंद नहीं करते है
मीना ने गुस्से से कहा तो इस से तुम्हे क्या वो मेरी बेटी है हम उस के सात कुछ भी करे
नैंसी ने अपनी एक अंगुली मीना को दिखाते हुए कहा है आप सही कह रहे है कि मुझे क्या लेखी में पास आ के लिए एक ऑफर है
तभी नैना के पापा राकेश जी कहते क्या मतलब हम समझे नहीं
नैंसी ने कहा में चाहती हु कि आप नैना को मेरे साथ रूम में छोड़ दो मेरा मतलब है नैना अब से मेरे साथ रह शक्ति है
राकेश जी ने कहा कि इस का क्या मतलब है
नेनसी ने कहा में एक मिडिल क्लास लड़की हु मुझे पाता है कि किसी चीज में कैसे एडजेस्ट करना है में नैना कोधीरे धीरे सब कुछ समझा दूंगी और फिर ये ऐसा कुछ नहीं करे गी जिस से इसका झगड़ा किसी के साथ हो
मीना ने कह हम कैसे विश्वास करे कि तुम जो कह रही हो वो सही है
नैंसी ने कहा अपने कहा तो सही लेकिन आप के पास इस के अलावा ओर कोई दूसरा रास्ता नहीं आगर आप इस की पढ़ाई को इस कॉलेज से छुड़ा दे तो किसी ना किसी कॉलेज में तो ये पढ़े गि ना तो इस चीज की क्या गारंटी है कि ये वहा कुछ नहीं करे गी और आप इसे घर में रख नहीं सकते क्योंकी फिर लोग क्या कहे गए की अपनी बेटी को ये पढ़ाते नहीं है
मीना ने कहा इस में तुम्हार क्या फायदा है
नैंसी ने हल्का हंसते हुए कहा मुझे कुछ नहीं चाहिए है मेरा आज तक कोई दोष नहीं रहा ओर नैना आज ही मेरे दोस्त बनी है इस लिए में कहा रही थी ओर वैसे भी जो लड़की कॉलेज में इतनी लड़ाई करती है तो घर में भी करती होगी आप को इस से छुटकारा मिल जाए ग ओर मुझे एक दोसता मिल जाए गई जी को मैं सुधारण वाली हु इतना कह कर नैंसी ने नैना की तरफ देखा जिस के आंखों में आंसू आए हुए थे
मीना ठीक है हम इसे तुम्हारे साथ छोड़ देते है लेकिन अगर अगली बार इसने लड़ाई की तो हम इसे हमेशा के ली विदेश में छोड़ दे ग
नैंसी ऑफ कॉस आंटी
मीना मेरा तुम हु कोई रिश्ता नहीं इस लिए ठीक ही होगा कि तुम मुझे आंटी मत कहो
नैंसी ने कहा ओके मेम वैसे आप नैना को हॉस्टल में कब भेजे गए
मीना आज ही इस का सारा सामान में हॉस्टल में देख दूंगी
नैना जो अब तक बैठी हुई थी उस ने नैंसी को गुस्से से कह तुम होती कौन हो जो मुझे सुधारो ही
नैना ने अपनेआंखों से आंसू पहुंचते हुए कहा तुम ने कहा था कि तुम मेरी मदद करो कि मेरी फैमिली के सात मेरे रिश्ते को सही करने की लेखी तुम तो ये साबित करने में तुली हो कि में बिगड़ी हुए हु
नैंसी ने।नैना को पुरी तरह इग्नोर कर दिया और कहा चलो आज हमारे घर चलते है नैंसी ने मीना की तरफ देखते हुए कहा क्या मुझे आप का नंबर मिल सकता है क्या