"छोटी सी छोटी एक एक बात अगर मुझे लगा कुछ छुपाने की कोशिश कर रहे तो याद रखना सेफ तो तुम यहां भी नहीं हो क्योंकि मैं यहां हूं" आशना डेंजर नजरों से घूरते हुए बोली। अब आगे,,,,,
आशना की लाल आखें देख वो आदमी डर के मारे बकरे की तरह बोलने लगा "मैं मैं मै बताता हु सबकुछ बताता हूं plisss मुझे मत मारना"
"मारना ही होता तो तुझे जिंदा क्यों करते" भीनी भौंहे उठा कर बोली।
कृभीन मुंह बनाते हुए धीरे से "कभी डॉक्टर जैसा भी बिहेव कर लिया करो" भीनी उसे घूरती है तो वो अपनी नज़रे उस आदमी की ओर कर "यहां तुम बिलकुल सेफ हो don't vary,,,"
"हा हा यहां टाइम बॉम भी आ गिरे तो पेड़ पौधे गार्डन अपार्टमेंट का सारा समान अरे पुरी धरती या तक की खुद बॉम के चिथड़े उड़ जाएंगे लेकिन फिर भी तुम बिलकुल सेफ रहोगे डोंट वरी" कृषि हस्ते हुए बोला।
सभी अजीब सा मुंह बनाकर "बड़बोला काहि का हु"
कृषि का मुंह बन गया।
"चुप " आशना और कृषभ एक साथ गुस्से में चिल्लाए।
"ए न्यूज रिपोर्टर है ना तू,,,?" आशना ने सख्ती से सवाल किया।
वो आदमी घबराते हुए "ह हा"
"तो क्राइम रिपोर्टर बनके काहे घुसा बे काला भंडार में" कृषभ गुस्से में भड़का वो आदमी सहम गया।
"शांत लीडर शांत कही आपके चिल्लाने से दुबारा बेहोश ना हो जाए" कृभिन की बात पर कृषभ उसे ततेर कर घूरा
"ये भाई तू गलत टाइम पर आग क्यू उगल रहा चुप चाप खड़ा रह ना" मीडिया का आदमी मिमियाते हुए बोला।
"मै तो तेरी भलाई के लिए ही बोला,,,पर यहां तो भलाई का जमाना ही भाड़ मे चला गया,,, लीडर चिल्लाने से कोई फायदा नहीं इसका एक पैर गोली से उड़ा दो बकरे की तरह बोलने लगेगा" कृभिन साइको जैसे बोल रहा था कृषि कनंत डर से एक दुसरे से चिपक गए सभी कृभिन की बात सुन उसे आखें फाड़े देख रहे थे।
देखे भी क्यू ना आखिर पहली बार उसका ऐसा रूप देख रहे थे वरना वो तो सीधा सादा शांत बंदा है और ऐसा बंदा अचानक बदल जाए तो किसी की भी आखें बाहर आ जाए।
"मेंमेंमेरी फा,, फालतू बात को इ,, इ,,इतना सीरियसली लेना अच्छी बात नहीं स,, स,,सर जी"
वो मीडिया का आदमी कृभिन के डर से भीगी बिल्ली की बन बोला।
"तो जल्दी बक ना क्यों गया वहा?" आशना दात पिस्ते हुए बोली।
उसे बहुत गुस्सा आ रहा था कितना वक्त से काम की बात छोड़ बकवास सुने जा रही थी वो बिचारी अपना गुस्सा कंट्रोल किए हुए थी कोई न लेकिन कृषभ ने उसे नोटिस कर लिया वो मन में घबराते हुए बोला "बहुत जल्द टाइम बॉम ब्लास्ट होने वाला है कंट्रोल के बाहर होने से पहले डिफ्यूज करना होगा जल्द से जल्द"
मीडिया का आदमी "वो मुझे,,," वो इतना ही बोला था की कनंत कृषि बीच में कूद पड़े "ज्यादा क्राइम सीन देखने का शौक चढ़ा है बे"
"नही सर मेरा नाम मिकी माउस है और मैं,,," तभी फिर बीच में
कृषि उसे डपटते हुए "चुप,,, हमे पता तेरी पूरी जन्म कुंडली,,,"
मिकी हैरानी से "सच में क्या???"
"तेरे बारे मे हमें इतना पता है जितना तू खुद के बारे नही जानता बड़ा आया हमे जानकारी देने वाला" कनंत उसे चिढ़ाते हुए बोला।
मिकी मायूसी से "मैं तो बस नाम बता र,,,"
"हमने पूछा तेरा नाम,,," कृषि उसकी बात बीच में काट घूरते हुए बोला।
"पर मैं तो,,,," तभी फिर
"जितना पूछा जाए सिर्फ उतना जवाब दे" कनंत बोला।
कनंत कृषि का बक बक फिर शुरू हो गया
रिहा,काशी, कृभिन, कृषभ डर से हड़बड़ाते हुए उन दोनों का मुंह चाप दिए ऐसे पोजिशन में थे सब की लग रहा था किसी जंगली आदिवासी को काबू करने की कोशिश में लगे हैं।
दरअसल आशना की आखों में क्रोध का ज्वाला फूटते देख कृषभ ने रिहा, काशी, कृभिन को इशारा कर उन्हे सावधान किया की "बात सर पर चढ़ गई है इन दोनों बडबोलो को चुप कराओ वरना इनके साथ तुम सब भी मारे जाओगे" आशना का खौफ खाकर बिना सोचे समझे कूद पड़े सब दोनो बड़बोले बंदरो पर
"जब तक तुम दोनो अपना मुंह बंद नहीं रखोगे तब तक कोई अपनी बात पूरी कर ही नही पाएगा,,,तुम सब जब तक मैं ना कहूं इन बड़बोलो छोड़ना मत" आशना गुस्सा कंट्रोल करते हुए कमांड दी उसकी गुस्से को भाप कोई कुछ नहीं बोल पाया बस बैल की तरह गरदन हिला दीए सब।
मीडिया का आदमी मिकी भी सबकी तरह गरदन हिला रहा था आशना की नजर उस पड़ी तो बिचारा ऐसे कापंने लगा जैसे बिल्ली पानी में डुबकी लगाके बाहर निकल कर कापती हैं।
"तुम,,,तुम क्या मुंडी हिला रहे तुम्हे बोलते रहना जब तक अपनी पूरी बात खत्म नहीं कर लेते एक सास में पूरी बात बताओ अगर बीच में रुके तो,,,आगे तुम समझदार हो" इतना बोल आशना रुकी और एक गुस्से भरी नजर उसे घूरा मिकी समझ गया अगर वो रुका तो उसकी सास हमेशा के लिए रुक जाएगी।
वो गहरी सांस लिया और बोलना शुरू किया "आज से दो दिन पहले की बात है। मैं टीवी पर क्राइम रिपोर्टर शो देख रहा था।
फ्लैश बैक
मुबई का सबसे सस्ते दामों का इलाका जहा रूम से लेकर खाने पीने से लेकर नहाने धोने का सब कुछ सस्ते दामों में खरीदा जाता हैं।
वही के एक छोटे से फ्लैट रूम no2 में जहा छोटा सा किचन कोने में और हॉल में ही बेड सोफा चेयर था रूम में ही बाथरूम भी था एक लड़का चड्डा बनियान पहन गले में कैमरा लटकाए सोफे पर पसर कर tv में क्राइम रिपोर्टर शो देख रहा था ।
"ये रिपोर्टर बहुत हुआ तेरा मच मच अच्छा होगा की तू यहां से कट ले वरना,,," एक खूनी गुंडा क्राइम रिपोर्टर पर गन प्वाइंट किए धमका रहा था।
क्राइम रिपोर्टर कैमरा सेट करते हुए "और आगे,,,आगे बोलिए अच्छा प्रदर्शन कर रहे"
तभी किसी की चीख निकल पड़ी वो लड़का जो टीवी देख रहा था "ओए,,,तेरी तो,,," इतने में ही वो चुप रह गया।
मिकी माउस उम्र28, डरपोक न्यूज रिपोर्टर दरअसल इसका सपना क्राइम रिपोर्टर बनने का था पर मां बाप इसके फैसले के खिलाफ थे क्युकी ये बहुत डरपोक था इसलिए न्यूज रिपोर्टर बन गया। अब न्यूज रिपोर्टर है पर शौक अभी भी क्राइम रिपोर्टर बनने का चढ़ा है। इसलिए tv पर ही देख रहा था की क्राइम रिपोर्टर बनने के लिए क्या क्या करना होता है वो देख ही रहा था की किसी ने टीवी ऑफ कर दिया जिससे मिकी चिढ़ गया और गुस्से में उसे गाली देने वाला था की उसका चेहरा देख उसके चेहरा रंग उड़ गया।
"स,, स,,सर सो,,सॉरी आ,,आप अ,, अंदर कैसे अ,,म,,मैं देख रहा था ना बंद क्यों किए,,,?" ऐसे सुबह सुबह अचानक से अपने सामने उस सूटबूट पहने आदमी को देख वो हड़बड़ाया और जो मुंह में आया बोलते जा रहा था।
तो कौन है ये आदमी? जो अचानक से मिकी के घर प्रकट हो गया कैसे?? क्या होगा आगे जानने के लिए स्टोरी के साथ बने रहे।
और प्लीज पढ़कर एक छोटा सा कमेंट जरुर करे ताकि मुझे आगे लिखने की प्रेरणा मिले।🙏🤗🙏