मेरे इश्क में शामिल रुमानियत एपिसोड 19
“अनाया और राज़ – मोहब्बत की परीक्षा”रात का अंधेरा दरभंगा की हवेली पर और भी गहरा बैठ गया था। नीली और सुनहरी लपटों का रहस्यमयी खेल अब पूरे आँगन और गलियारों में फैल चुका था। हवेली के बाहर ठंडी हवा, भीतर गर्म होती ऊर्जा — जैसे दोनों के बीच कोई अदृश्य जंग हो रही हो।राज़ हवेली के बीचोबीच खड़ा था। उसकी हथेलियों में अब भी हल्की चमक थी, लेकिन भीतर एक बेचैनी भी थी। पिछले इम्तिहान में उसने शक्ति को मोहब्बत से नियंत्रित किया था, पर अब उसे एहसास हो रहा था कि असली जंग तो अभी शुरू हुई है।अनाया उसके पास आई। उसकी आँखों में चिंता और भारी सवाल थे।
“राज़… मुझे लगता है कुछ बड़ा होने वाला है,” उसने धीमे स्वर में कहा।
राज़ ने उसकी ओर देखा, “हाँ… और इस बार, हमारे दिल की सच्चाई ही हमें बचा सकती है।”हवेली के बाहर का ख़तराअचानक, हवेली के दरवाज़े पर जोरदार धमाका हुआ। वो पुराना लकड़ी का दरवाज़ा जैसे किसी भारी ताकत से हिलने लगा। राज़ और अनाया ने एक-साथ उस दिशा में देखा। दरवाज़े पर नीली और सुनहरी लपटें लहराती हुई, किसी अज्ञात शक्ति के संकेत दे रही थीं।विवान मंदिर से बाहर आकर उनके पास आया।
“मुझे लगता है… ये वही है, जिसने रूहानी की रूह को पहले कैद किया था,” उसने चिंतित लहज़े में कहा।
राज़ ने अपनी मुट्ठियाँ कसते हुए कहा, “अगर ऐसा है, तो यह सिर्फ शक्ति की बात नहीं, बल्कि हमारे मोहब्बत का इम्तिहान होगा।”अजनबी का आगमनदरवाज़ा खुला और एक लंबा, काले लिबास वाला व्यक्ति अंदर आया। उसके चेहरे पर सफ़ेद मुखौटा था और आंखें ठंडी, पर भीतर जलती आग थीं।
“राज़,” उसकी आवाज़ हवेली में गूंज उठी, “तुमने रूहानी को मुक्त कर दिया… लेकिन अब मेरी बारी है।”राज़ ने ठंडे स्वर में पूछा, “तुम कौन हो?”
वो मुस्कुराया, “मैं विहार हूँ… रूहानी का पहला प्रेम… और साथ ही उसकी सबसे बड़ी भूल।”अनाया ने विस्मय से उसकी ओर देखा। राज़ का दिल एक पल के लिए रुक गया। रूहानी का पहला प्रेम? इसका मतलब यह था कि उसकी मोहब्बत और शक्ति का अतीत अब उनके वर्तमान को बदलने वाला था।मोहब्बत बनाम विश्वासविहार ने आगे कहा, “तुम सोचते हो कि मोहब्बत हर शक्ति को नियंत्रित कर सकती है? तुम्हारी अनाया… तुम्हारा विश्वास… सब कुछ परखने का समय आ गया है।”अनाया राज़ के पास खड़ी रही, लेकिन उसकी आँखों में हल्की सी घबराहट थी।
राज़ ने उसका हाथ थाम लिया, “हम साथ हैं, और यही हमारी ताकत है।”विहार ने हाथ उठाया और अचानक हवेली में अंधकार फैल गया। नीली और सुनहरी लपटें धुंधली पड़ गईं, और उनकी जगह एक काली परछाई छा गई।
“यह शक्ति… मोहब्बत को सबसे पहले तोड़ती है,” विहार की गहरी आवाज़ गूंजी।दिल की परीक्षाराज़ के सामने विहार ने एक अजीब इम्तिहान रखा — एक भ्रम-जगत।
अचानक हवेली गायब हो गई, और राज़ खुद को एक सुनसान मैदान में खड़ा पाया। दूर अनाया दिख रही थी… लेकिन उसके पास जाने पर पता चला कि वह गायब हो रही है, जैसे हवा में बिखर रही हो।“अगर तुम सच्चे हो… तो अपने दिल में उसका चेहरा स्थिर रखो। डर या शक अंदर आया, तो वह हमेशा गायब हो जाएगी,” विहार की आवाज़ आसमान से आई।राज़ ने अपनी आँखें बंद कीं। भीतर की सारी डर को बाहर निकालने लगा। उसने अनाया की मुस्कान, उसकी आँखों का विश्वास, उसके स्पर्श की गर्माहट को अपने दिल में गहराई से महसूस किया।नीली और सुनहरी लपटें उसके चारों ओर लौट आईं।अनाया का संघर्षउधर, असली हवेली में अनाया खुद अपने डर से लड़ रही थी। अंधेरे में उसे वो पल याद आने लगे जब वह पहली बार राज़ से मिली थी, उसके साथ हँसी थी… और जब रूहानी की कहानी शुरू हुई थी।
उसने आँसू पोंछते हुए खुद से कहा, “राज़… मैं यहाँ हूँ। हमेशा।”अचानक लपटें उसे घेरने लगीं — लेकिन इस बार वो डरावनी नहीं थीं। ये वही चमक थी जो राज़ की मोहब्बत से पैदा हुई थी।पुनर्मिलनभ्रम-जगत टूट गया और राज़ अपने घुटनों पर था। उसके सामने अनाया खड़ी थी, आँसुओं के साथ मुस्कुराती हुई।
राज़ ने उसकी ओर हाथ बढ़ाते हुए कहा, “तुम ही मेरी जीत हो, अनाया।”
अनाया ने उसका हाथ थाम लिया, “और तुम… मेरी दुनिया।”विहार ने दूर से यह दृश्य देखा, उसकी आँखों में एक क्षण के लिए नरमी आई, लेकिन वह तुरंत ठंडा पड़ गया।
“तुमने जीत लिया… लेकिन तुम्हें जवाब अभी नहीं मिला कि शक्ति का असली अंत कहाँ है,” उसने कहा, और धीरे-धीरे धुंध में गायब हो गया।नया मोड़हवेली में फिर शांति आई, लेकिन बाहर आसमान में एक नई चीज़ उभर रही थी — एक सुनहरा निशान, जो पहले कभी नहीं दिखा था।राज़ ने अनाया से कहा, “मुझे लगता है… यह हमारी अगली राह का संकेत है।”
अनाया ने गहराई से उसकी आँखों में देखा, “हम साथ हैं, तो राह कितनी भी कठिन क्यों न हो… हम पार करेंगे।”वो दोनों हवेली की छत पर खड़े थे। हवा उनकी साँसों को छू रही थी, और लपटें अब एक नये प्रतीक की ओर इशारा कर रही थीं।✨ हुक लाइन (Suspense Ending)हवेली के बाहर नीली और सुनहरी लपटों के बीच अचानक एक परछाई बनी — और वह रूहानी की थी।
लेकिन इस बार, उसकी आँखों में कोई दर्द नहीं था… सिर्फ चेतावनी।“अगली परीक्षा… मोहब्बत और शक्ति के बीच चुनाव की होगी।”