उजाले की ओर..... संस्मरण
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स्नेहिल नमस्कार मित्रो
हम अक्सर भविष्य की चिंता में वर्तमान को भूल जाते हैं। हम सोचते हैं जब सब कुछ ठीक हो जाएगा तब हम खुल कर जीएंगे, तब खुशी मनाएंगे, खुद के लिए तब समय निकालेंगे। लेकिन क्या हम कभी सोचते हैं कि सब कुछ सही वाला समय कभी आएगा भी या नहीं?
हमारी अलमारियाँ सुंदर सुंदर कपड़ों से ओवरफ्लो हैं जिनके स्तेमाल के लिए हम लंबी प्रतीक्षा में रत रहते हैं कि किसी खास मौके पर पहनेंगे, वह मौका या तो आता ही नहीं है या उस समय फिर हम एक नया बहाना ढूंढ लेते हैं या फिर हम ही नहीं रहते हैं और वो कपड़े व अन्य सभी वस्तुएं इन्तजार करती रह जाती हैं।
ऐसे ही हम अक्सर जीवन के बहुमूल्य पल किसी खास वक़्त के लिए सम्भाल कर रखते हैं पर वो खास पल कभी भी नहीं आता है।
क्योंकि हम लोग जीवन को कल पर टालते रहते हैं, जबकि हकीकत यह है कि 'आज, अब, यही समय'हमारे जीवन का सबसे खूबसूरत, खास ओर कीमती पल होता है जो इस क्षण हमारे पास होता है।यानि कि जो क्षण हमारे पास है उसकी महत्ता व उपयोगिता समझना ही कीमती पल को संभालना है।
हमें अपने आज में विश्वास, अपने इस पल में विश्वास रखकर जीवन जीना है, एन्जॉय करना है।हमारे लिए ज़रूरी है कि हम अपने आज के प्रत्येक पल को खुल कर जीएं। भविष्य के बारे में सोचना ग़लत नहीं है,उससे प्लान भी करना है, मेहनत भी करनी है लेकिन वर्तमान को नहीं खोना है क्योंकि वर्तमान पल एक बार चला गया तो फिर कभी वापिस नहीं आएगा। वर्तमान पल पर ही सब कुछ टिका है और वही हमारे भविष्य की नींव होती है।
हम अक्सर कहते हैं कि 'काश मेरे पास और समय होता'। हम यह तो नहीं करते कि जो समय हमारे पास है, उसे संभालें। केवल सोच हमें थकान और असन्तोष की ओर ले जाती है। साथ ही हम एक प्रकार की नकारात्मकता से घिर जाते हैं। वास्तविकता तो यह है कि हम सबको प्रकृति से समान समय, मिलता है, समान पल मिले हैं फर्क सिर्फ इस बात से पड़ता है कि हम उसका उपयोग किस प्रकार करते हैं। वॉरेन बफेट ने कहते हैं कि सफलता केवल उन्हीं को मिलती है जो समय का निवेश केवल महत्वपूर्ण कार्यो में करते हैं"।
सबसे महवपूर्ण बात कि हमें अपने मिले हुए पलों के प्रति चैतन्य रहना है इसीलिए ज़रूरी है कि घड़ी की सूइंयों की सरसराहट को सुनें, समझें और उसके संकेतो को समझें। जो लोग हर क्षण को सार्थक बनाते हैं वही जीवन में संतोष ओर सफलता का सच्चा संतुलन पाते हैं।
पल, दो पल की बात है जीवन
पल, दो पल का राग है जीवन
एक पल ही तो हँसने का
ये पल ही तो गाने का
एक सुंदर संवाद है जीवन!
बस हर पल से करते रहें संवाद!!
हम सब हर पल आनंदित रहें!!
त्यौहारोँ के पूरे मौसम में खुशी के पलों में जीवन जीना है, घूँट घूँट जीवन के हर पल को पीना है।
त्यौहारों के इस मौसम की शुरुआत पर सबको ढेरों ढेर मंगलकामनाएं।
आप सबकी मित्र
डॉ. प्रणव भारती