साइलेंट हार्ट्स (조용한 마음 – Joyonghan Maeum)
लेखक: InkImagination
एपिसोड 15: दिल की जीत (The Victory of the Heart)
सियोल की रातें अब जिवोन और मिन्हो के लिए एक ऐसी धुन बजा रही थीं, जो उनके प्यार और सपनों को एक साथ गूंथ रही थी। मिन्हो का पेंडेंट, उनकी साथ में बनाई गई लय, और उसका वादा—“तुम मेरी धुन हो”—जिवोन के दिल में एक ऐसी ताकत बन चुका था, जो हर मुश्किल को पार कर रहा था। म्यूज़िक फेस्टिवल में उनकी धुन की तारीफ और स्कूलरशिप की शुरुआत ने जिवोन को एक नई राह दिखाई थी, लेकिन मिन्हो के भाई, किम जुनसु, का टकराव और जिवोन के पिता का अल्टीमेटम अब भी उनके रास्ते में था।
पार्क जुनहो का प्रोजेक्ट पार्टनर के रूप में सहयोग जिवोन के लिए एक नई दोस्ती बन रहा था, लेकिन उसकी ताने भरी टिप्पणियाँ अब भी हल्का तनाव ला रही थीं। क्या जिवोन और मिन्हो अपनी लय को दुनिया के सामने बचा पाएँगे? और क्या उनका प्यार इन आखिरी इम्तिहानों में जीत हासिल करेगा?
🎶 प्रोजेक्ट का रिज़ल्ट
म्यूज़िक फेस्टिवल के बाद इंस्टिट्यूट में रिज़ल्ट का ऐलान होने वाला था। जिवोन और जुनहो अपनी धुन को लेकर नर्वस लेकिन उत्साहित थे। ऑडिटोरियम में स्टूडेंट्स और प्रोफेसर्स की भीड़ जमा थी। जिवोन की नज़रें बार-बार मिन्हो की ओर जा रही थीं, जो ऑडियंस में सबसे आगे बैठा था, उसकी मुस्कान जिवोन को हिम्मत दे रही थी।
प्रोफेसर ने माइक पर ऐलान किया, “इस साल का बेस्ट ग्रुप प्रोजेक्ट… हान जिवोन और पार्क जुनहो!”
तालियों की गड़गड़ाहट ने हॉल को हिला दिया। जुनहो ने जिवोन को जोर से गले लगाया। “जिवोन, हमने कर दिखाया!” उसने उत्साह से कहा।
जिवोन ने मुस्कुराते हुए मिन्हो की ओर देखा, और मिन्हो की आँखें गर्व से चमक रही थीं। लेकिन तभी जिवोन की नज़र अपने पिता, हान जंगसु, पर पड़ी, जो ऑडियंस के आखिरी कोने में खड़े थे। उनकी आँखों में अब वह सख्ती नहीं थी; उसकी जगह एक हल्की-सी नरमी थी।
रिज़ल्ट के बाद जुनहो ने जिवोन को कंधे पर थपथपाया। “तुम्हारा म्यूज़िक सच में जादुई है। और शायद मिन्हो का लकी चार्म भी,” उसने हँसते हुए कहा। इस बार उसकी आवाज़ में ताना नहीं, बल्कि एक दोस्ताना गर्माहट थी।
जिवोन ने हल्के से मुस्कुराया। “शायद। लेकिन तुम्हारा गिटार भी कमाल था।”
🏢 पिता की नरमी
फेस्टिवल के बाद जिवोन को एक मैसेज मिला। यह उसके पिता का था: “म्यूज़िक रूम में मिलो।”
जिवोन का दिल तेज़ी से धड़क रहा था। वह म्यूज़िक रूम पहुँचा, जहाँ हान जंगसु खड़े थे, उनके हाथ में जिवोन की पुरानी डायरी थी—वही डायरी जिसमें उसने अपनी पहली धुनें लिखी थीं।
“जिवोन,” जंगसु ने धीरे से कहा, “मैंने तुम्हारी परफॉर्मेंस देखी। और… मुझे तुम्हारी माँ की याद आई। वो भी ऐसी ही थी—अपने सपनों के लिए ज़िद्दी।”
जिवोन की आँखें चौड़ी हो गईं। “पापा…”
जंगसु ने एक गहरी साँस ली। “मैंने तुम्हें हमेशा बिज़नेस में देखना चाहा। लेकिन आज… मैंने तुम्हारा संगीत सुना। और मैंने देखा कि तुम कितने ज़िंदा हो उसमें।”
जिवोन की आँखें नम हो गईं। “पापा, मैं आपकी ज़िम्मेदारी नहीं भूलूँगा। लेकिन मेरा संगीत… वो मेरा दिल है।”
जंगसु ने पहली बार एक हल्की मुस्कान दी। “तुम्हें एक साल का वक्त है, जिवोन। साबित करो कि तुम्हारा संगीत तुम्हें और इस परिवार को गर्व दे सकता है।”
जिवोन ने सिर हिलाया, और उसका दिल हल्का हो गया। यह पहली बार था जब उसे अपने पिता की स्वीकृति का अहसास हुआ।
😤 मिन्हो और जुनसु का फाइनल टकराव
उस दोपहर जिवोन मिन्हो से मिलने कॉफ़ी शॉप गया। मिन्हो अपनी शिफ्ट पर था, लेकिन उसका चेहरा अब भी उदास था। “जिवोन, मेरे ह्युंग… वो आज फिर आए थे। वो मुझे सियोल छोड़ने के लिए मजबूर कर रहे हैं।”
जिवोन ने मिन्हो का हाथ थाम लिया। “मिन्हो, तुम कहीं नहीं जाओगे। हम साथ में ये जंग जीतेंगे।”
तभी जुनसु कॉफ़ी शॉप में आया। उसने जिवोन और मिन्हो को देखा और ठंडी आवाज़ में कहा, “मिन्हो, ये तुम्हारा आखिरी मौका है। मेरे साथ चलो, वरना तुम परिवार को हमेशा के लिए खो दोगे।”
मिन्हो ने जिवोन की ओर देखा, और उसकी आँखों में एक नई दृढ़ता थी। “ह्युंग, मैंने अपना परिवार चुना है। जिवोन मेरा परिवार है। और मेरा सपना यहाँ है, सियोल में। मैं तुम्हारे साथ नहीं जाऊँगा।”
जुनसु की आँखों में एक पल के लिए दर्द झलका। “तुम… तुम वही गलती कर रहे हो जो मैंने की थी। मैंने भी अपने सपनों को चुना था, और मैंने सब खो दिया।”
मिन्हो ने धीरे से कहा, “ह्युंग, तुमने सब नहीं खोया। मैं अब भी तुम्हारा भाई हूँ। लेकिन मुझे अपने रास्ते पर चलने दे।”
जुनसु ने एक लंबी साँस ली। उनकी आँखों में अब गुस्सा नहीं, बल्कि एक हल्की-सी उदासी थी। “ठीक है, मिन्हो। लेकिन अगर तुम्हें कभी मेरी ज़रूरत पड़ी, तो मैं यहाँ हूँ।” वह चुपचाप चला गया।
जिवोन ने मिन्हो को गले लगाया। “मिन्हो, तुमने ये किया… मेरे लिए, अपने लिए।”
मिन्हो ने मुस्कुराते हुए कहा, “नहीं, जिवोन। हमने ये किया।”
🌌 सियोल टावर का रोमांटिक पल
उस रात मिन्हो ने जिवोन को एक और सरप्राइज़ दिया। “चलो, कहीं खास चलते हैं,” उसने कहा और जिवोन को सियोल टावर ले गया। टावर की चोटी से शहर की रोशनी चमक रही थी, जैसे उनके प्यार को सलाम कर रही हो।
जिवोन ने मिन्हो की ओर देखा। “मिन्हो, आज मेरे पापा ने मुझे स्वीकार किया। और तुमने अपने ह्युंग से अपने लिए लड़ा। हम… हम जीत गए, ना?”
मिन्हो ने जिवोन का चेहरा अपने हाथों में लिया। “जिवोन, ये हमारी जीत है। तुमने मुझे सिखाया कि प्यार और सपने एक साथ जी सकते हैं।”
जिवोन ने पेंडेंट को छुआ, जो मिन्हो ने उसे दिया था। “मिन्हो, ये पेंडेंट… ये हमारी लय है।”
मिन्हो ने जिवोन को अपनी बाहों में खींच लिया और धीरे से उसके होंठों पर एक नरम चुंबन दिया। “जिवोन, तुम मेरी धुन हो। और मैं तुम्हारी लय।”
उस पल में सियोल टावर की रोशनी जैसे उनके प्यार की गवाही दे रही थी। जिवोन ने मिन्हो की बाहों में सुकून पाया, और उसे लगा कि यह उनकी नई शुरुआत थी।
🕊️ एपिसोड 15 का अंत
उस रात जिवोन अपने डॉर्म में लौटा। उसने पेंडेंट को छुआ और मुस्कुराया। उसका दिल हल्का था, जैसे मिन्हो की बाहों ने उसके सारे डर को मिटा दिया हो। उसने अपना कीबोर्ड खोला और अपनी और मिन्हो की धुन फिर से शुरू की। यह अब सिर्फ़ उनकी लय नहीं थी—यह उनकी जीत थी, जो हर स्वर में गूंज रही थी।
लेकिन जिवोन का एक साल का अल्टीमेटम और मिन्हो के भाई की उदासी अब भी उनके सामने थी। क्या उनकी धुन दुनिया को और जीत पाएगी? और क्या जुनहो की दोस्ती उनके रिश्ते में नया रंग लाएगी?
लेखक का नोट:
साइलेंट हार्ट्स का पंद्रहवाँ एपिसोड पढ़ने के लिए दिल से शुक्रिया! जिवोन और मिन्हो की जीत, पिता की नरमी, और सियोल टावर का प्यार—क्या ये सब उनके प्यार को अमर बना देंगे? उनकी कहानी अब एक नए पड़ाव पर है, जहाँ प्यार और सपनों की नई उड़ान बाकी है। Matrubharti पर मुझे, InkImagination, को फॉलो करें ताकि आप इस खूबसूरत सफर का हर पल मेरे साथ जी सकें। आपके कमेंट्स मेरे लिए अनमोल हैं—बताएँ, जिवोन और मिन्हो का सियोल टावर का पल आपको कैसा लगा? और क्या उनकी धुन अब भी गूंजेगी?
Thankyou 🥰🥰 ...