The Secret of the Black Mansion in Hindi Horror Stories by Rupesh Kumar books and stories PDF | काली हवेली का रहस्य

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काली हवेली का रहस्य

 
रात के सन्नाटे में, गाँव के बाहरी इलाके में एक पुरानी हवेली खड़ी थी। लोग उसे "vकाली हवेली" कहते थे। कहते हैं, वहाँ कई साल पहले रहने वाला परिवार रहस्यमयी ढंग से गायब हो गया था। उसके बाद से जो भी उस हवेली में गया, वो कभी वापस नहीं लौटाb।

गाँव के लोग दिन में भी उसके पास जाने से डरते थे। लेकिन वीर नाम का एक युवक था, जिसे भूत-प्रेत की कहानियों पर यकीन नहीं था। उसने अपने दोस्तों से शर्त लगाई कि वो आधी रात को हवेली में जाएगा और सबको साबित करेगा कि वहाँ कुछ नहीं है ।

रात के बारह बजे वीर टॉर्च और मोबाइल लेकर हवेली के अंदर घुस गया। अंदर अजीब-सी सीलन की बदबू थी। दीवारों पर काले दाग, टूटे फर्नीचर और जगह-जगह जाले लटके हुए थे। हवा भारी और डरावनी थी।

जैसे ही उसने पहला कमरा खोला, दरवाज़ा खुद-ब-खुद तेज़ आवाज़ के साथ बंद हो गया। वीर का दिल धड़क उठा, लेकिन उसने खुद को सँभाला। अचानक उसकी टॉर्च झिलमिलाई और बुझ गई। मोबाइल की रोशनी जलाकर उसने इधर-उधर देखा। तभी उसे दीवार पर खून से लिखी एक पंक्ति दिखाई दी  –
" तुम यहाँ क्यों आए हो ? "

वीर का गला सूख गया। वो पीछे हटने ही वाला था कि अचानक एक बच्ची की हँसी गूँज उठी। वो हँसी इतनी ठंडी और खतरनाक थी कि वीर की रूह काँप गई। उसने आवाज़ का पीछा किया और हवेली के तहखाने में पहुँच गया।

तहखाना अंधेरे से भरा था। ज़मीन पर जंग लगी ज़ंजीरें और टूटी गुड़िया पड़ी थीं। अचानक उसे लगा किसी ने उसके कंधे पर हाथ रखा। उसने पलटकर देखा तो वहाँ कोई नहीं था। लेकिन दीवार पर उसकी परछाई के साथ एक दूसरी परछाई भी दिखाई दे रही थी—लंबे बालों वाली और लाल चमकती आँखों वाली।

वीर ने चिल्लाकर बाहर भागने की कोशिश की, लेकिन दरवाज़े अपने आप बंद हो गए। अब हवेली में हर तरफ फुसफुसाहटें सुनाई देने लगीं –
"तुम हमें नहीं छोड़ सकते… तुम अब हमारे हो …"

वीर घबराकर मोबाइल का कैमरा ऑन कर रिकॉर्ड करने लगा। स्क्रीन पर जो दिखा, उससे उसका खून जम गया—उसके चारों तरफ साए खड़े थे, बिना चेहरों के, बस काली आकृतियाँ, जो धीरे-धीरे उसकी तरफ बढ़ रही थीं ।

वो चीखता हुआ दरवाज़ा पीटने लगा, लेकिन अचानक हवेली की सारी बत्तियाँ अपने आप जल उठीं और सामने वही परिवार खड़ा था, जो सालों पहले गायब हुआ था। उनके चेहरे सफ़ेद और आँखें पूरी काली थीं ।

एक औरत ने ठंडी आवाज़ में कहा  –
" हमारे साथ हमेशा के लिए यहीं रहना होगा … "

उसके बाद वीर की चीख हवेली के बाहर तक गूँज उठी ।

अगली सुबह गाँव वालों ने देखा कि वीर का मोबाइल हवेली के बाहर पड़ा था । उसमें आखिरी वीडियो रिकॉर्ड था—वीर के पीछे खड़े सैकड़ों साये, और उसकी डर से निकली आखिरी चीख। लेकिन वीर खुद … कहीं नहीं मिला।

कहते हैं , उस दिन से हवेली में अब एक और आवाज़ जुड़ गई है—आधी रात को कोई दरवाज़ा पीटता है और चीखते हुए मदद माँगता है। लेकिन जो भी अंदर जाता है… फिर कभी वापस नहीं आता ।