आरोही वही बैठी थी क्यों कि उसके हाथ में चोट लग गई थी..........शिवम् ने बाहर से किसी को बुला कर साफ सफाई करवा दी।
कुछ देर बाद आरोही का फोन बजता है।
आरोही: हेलो हा राहुल बोलो।
राहुल: दीदी आते समय कुछ खाने को लाना।
आरोही: अच्छा ठीक है बाय।
और फोन कट जाता है
शाम का समय 6 बजे थे और आरोही वही बैठी थी। शिवम आता है।
शिवम: तुम्हारा हाथ ठीक है ना अब।
आरोही: जी सर।
शिवम: ठीक है 7 बजे मेरी मीटिंग है तुम्हे साथ चलना होगा मेरे।
आरोही:( ये हिटलर जीने नही देगा) ।
शिवम: कुछ कहां तुमने?
आरोही: नो सर।
शिवम: ठीक है इतनी देर तुम फाइल कलेक्ट करो और जाने की तयारी करो मीटिंग दूर है हमे अभी निकलना होगा।
आरोही: ठीक है।
शिवम: हा तुम फाइल्स लो फिर चलते है।
आरोही: ओके सर।
आरोही फाइल्स लेती है और फिर शिवम के साथ मीटिंग के लिए निकल जाती है। मीटिंग किसी होटल में थी तो दोनो उसी जगह पोहंच्च जाते है मीटिंग काफी देर से खत्म होती है 10 बज चुके थे।
शिवम: आरोही रात हो चुकी है चलो में घर छोड़ देता हूं।
आरोही:थैंक यू में चली जाऊंगी।
शिवम: देखो आरोही मुझे भी लेट हो रहा है घर जाने में देरी हो रही है और आधी रात को किसी लड़की को रास्ते में नही छोड़ सकता।
आरोही: नही में खुद चली जाऊंगी।
शिवम: ठीक है मे ऑटो स्टैंड तक छोड़ देता हूं। अब उसमे न मत करना और ये में खुद की मर्जी से नहीं कर रहा डैड ने कहा था मेरी उनसे बात हुई थी मीटिंग से पहले उन्होंने कहा था बस इसलिए।
आरोही: ठीक है।
शिवम: चलो अब।
दोनो चले जाते है कुछ देर शिवम और आरोही दोनो घर पोंछ जाते हैं।
शिवम का घर
शिवम के डैड: शिवम तू आ गया आजा तुझे एक सरप्राइज देता हूं।
शिवम: सरप्राइज कोनसा?
पारुल: ( शिवम को गले लगाते हुए) डैड में बताऊंगी।
शिवम की मोम: हा ठीक है तू ही बता।
शिवम के दादा जी: नही में बताऊंगा।
शिवम: कोई भी बता दो पर बताओ।
दादा जी: तो सरप्राइज बोलते नही दिखा ही देते है।
पारुल शिवम की आंखे बंद करती हे और सभी लाइट्स भी जैसे ही लाइट्स ओन होती है पारुल आंखों से हाथ हटा देती है शिवम की आंखे के सामने देखते ही खुश हो उठा उसकी खुशी का ठीकआना नही था क्यूं की उसके सामने उसकी दादी , बुआ और एक उसका भाई था वो सब बाहर वाली कंट्री से आय थे और शिवम को सबसे ज्यादा प्यार दादी से था इसलिए वो देखते ही खुश हो गया।
शिवम: दादी आप अचानक आप आ रहे थे बताया क्यू नही में लेने आ जाता।
दादी: अगर बता देती तो सरप्राइज खराब हो जाता।
शिवम: बुआ कैसी हो आप।
बुआ: हम सब ठीक है इतने सालो बाद देख कर बहुत खुशी हो रही हैं।
शिवम: सब आ गए हो ना अब कही नी जाने दूंगा सब यही रहेंगे अब........?
दादी:हां ठीक है में अपने पोते को छोड़ कर नही जा रही वैसे भी.........?
शिवम् का भाई आया ओर उसके पीछे से बोला"ठीक है सारा प्यार दादी ओर मॉम को ही दो मेरी तो वैल्यू नहीं............सबको देख कर खुशी हुई शायद मुझे देख कर ही नहीं हुई.........मुझे जाना चाहिए 😒में नहीं रहूंगा।
थैंक यू
क्रमक्ष।