My Mafia Boyfriend - 4 in Hindi Love Stories by unknown writer books and stories PDF | My Mafia Boyfriend - 4

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My Mafia Boyfriend - 4

(पिछले भाग में हमने पढ़ा कि कैसे रिहान ऑफिस में अपने पहले दिन ही जासूसी करने लगता है उसे कोई फाइल मिली थी वो देख रहा था तभी अचानक पीछे से वीर आ जाता है! रिहान हड़बड़ा कर वो फाइल रख देता है! वीर उसके पास आने लगता है और उसके पास जा कर उसे किस करने लगता है !! रिहान को तो होश ही नहीं था वो जैसे होश में आता है वीर को धक्का दे देता है जिससे वीर के हाथ में चोट लग जाती है रिहान उसके पास जा कर उसके हाथ को देखता है)

_________अब आगे_______

         वीर अपने अपार्टमेंट में बेड पर बैठा है और रिहान की एक तस्वीर देख रहा होता है! और बोलता है :– "तुम्हे जब मैने उस दिन देखा था पहली बार मुझे कुछ अलग महसूस हुआ था!" 

"फ्लैशबैक"
  
          वीर जब वो 20 का था एक दिन वो रिहान के पापा से मिलने गया था! रिहान के पापा वीर को बहुत पसंद करते थे ! पर रिहान वीर कभी मिले नहीं थे!
वो उस दिन वीर जब रिहान के घर जा रहा था रास्ते में वो देखता है एक लड़का 5–6 कुत्तों को बिस्किट खिला रहा था रोड साइड में !! वीर उसे देख कर एक बड़ी सी स्माइल करता है और आगे चले जाते हैं वो जब उनके घर आता है रिहान के पापा के पैर छुता है फिर वो बातें करते हैं! तभी वीर  दीवार पर टंगे एक फोटो पे नजर पड़ती है वो फोटो वही लड़के की जिसे वीर ने सड़क में देखा था कुत्तों को खाना खिलाते हुए वो लड़का रिहान था!! पर वो तब थोड़ा छोटा था तो इसबार जब वीर ने रिहान को ऑफिस में देखा तब वो थोड़ा पहचान नहीं पाया था!!

प्रेजेंट टाइम*******

        वीर उसकी फोटो को रख देता है और सो जाता है
अगली सुबह________
       
      रिहान जल्दी उठकर फ्रेश होजाता है और ऑफिस के लिए निकल जाता है! रस्ते में रूक कर वो एक मेडिकल स्टोर में जाता है और कुछ दवाइयां और बैंडेज ले लेता है! और फिर ऑफस के लिए निकल जाता है!
         
VS GROUP टॉवर, मुंबई | अगले दिन सुबह 

                       रिहान की नींद रात भर पूरी नहीं हुई थी। वीर की आंखों की वो चमक… वो किस करने की हरकत… और “खरगोश” कहने का अंदाज़ — सब कुछ उसके ज़ेहन में जंग छेड़ चुका था।

सुबह ऑफिस पहुँचा तो सामने जुनैद पहले से खड़ा था।

जुनैद (मुस्कराकर): “ओ हेलो Mr. Netflix! सब ठीक? आज कुछ टेंशन में लग रहा है?”

रिहान (हल्की सी मुस्कान): “कुछ नहीं… बस नींद नहीं हुई।”

जुनैद: “तो फिर आज तेरे साथ मैं एक्स्ट्रा कॉफी पीऊँगा। चल, कैंटीन चलते हैं!”
            रिहान ने चाहा मना कर दे, लेकिन फिर कुछ सोचकर हामी भर दी। उसे लोगों की नज़रों में ‘नॉर्मल’ बने रहना था।
    वो दोनों कॉफी पीकर सजाते हैं!!!

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VS GROUP की ऊपरी मंज़िल | Restricted Zone

      रिहान को उस ऊपरी मंज़िल तक जाना था — जहाँ डायरी के अनुसार सबसे बड़ा राज छुपा था।

दोपहर के बाद,  मौके की तलाश में, वो स्टाफ के मूवमेंट को नोटिस करता रहा। तभी उसकी नज़र एक इलेक्ट्रीशियन यूनिफॉर्म में आए लड़के पर गई — जो सीढ़ियों के पास से गुजर रहा था। उसकी ID कार्ड पर लगा बारकोड भी वैसा ही था जैसा एंट्री कार्ड्स पर होता है।

रिहान को एक आइडिया आया।


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10 मिनट बाद | वॉशरूम

रिहान, उस वॉशरूम में गया जहाँ वो लड़का घुसा था। दरवाज़ा हल्का खुला था।

रिहान (धीरे से): “भाई, यहाँ पानी लीक हो रहा है न?”

जैसे ही लड़के ने नीचे देखा, रिहान ने उसे पीछे से हल्का-सा धक्का दिया। कोई चोट नहीं लगी, लेकिन वो बेहोश-सा गिर गया।

रिहान ने जल्दी से उसकी यूनिफॉर्म पहनी और उसकी ID कार्ड चुरा ली।

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VS GROUP – 13वीं मंज़िल | Restricted Floor

यह मंज़िल बाकी फ्लोर से अलग थी — न ज़्यादा रौशनी, न लोग, सिर्फ़ CCTV कैमरे और भारी सिक्योरिटी।

पर रिहान ने यूनिफॉर्म पहन कर एंट्री ली — कार्ड स्कैन हुआ और दरवाज़ा खुल गया।

भीतर... दीवारों पर VS GROUP के प्रोजेक्ट्स की ब्लू-प्रिंट्स, कुछ सीक्रेट डॉक्यूमेंट्स और एक बड़ा डिजिटल बोर्ड था — जिसमें कुछ पुराने नाम चमक रहे थे।

और तब…
          एक नाम उस पर दिखा — ACP विजय मेहरा।
रिहान का दिल तेज़ी से धड़कने लगा।

रिहान (मन में): “पापा का नाम… इस लिस्ट में क्यों है? और यह ‘Operation Black Trace’ के नीचे क्यों?”

वो सामने रखी एक फाइल खोलता है — उसमें ब्लैक एंड वाइट फोटोज़, मीटिंग लॉग्स और कुछ सीक्रेट ट्रांज़ैक्शन डिटेल्स थीं।

तभी…

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पीछे से आवाज़ :– “तुम्हें बार-बार गलत जगह जाने की आदत है… ‘खरगोश’।”

रिहान चौंक कर पीछे मुड़ा।

वीर सैयद दरवाज़े पर खड़ा था। चेहरे पर न मुस्कान थी, न गुस्सा — बस एक अजीब सन्नाटा।

वीर (धीरे से चलते हुए) :– “ये मंज़िल… तुम्हारे जैसे लोगों के लिए नहीं है। या तो तुम बहुत बहादुर हो… या बेहद बेवकूफ़।”

रिहान (साँस भरकर) :– “माफ कीजिए सर… मैं सफाई करने ही आया था।”

वीर :– “तो तुमने यहां सफाई करने की इंटरव्यू दिया था क्या?”

वीर अब बिलकुल पास आ गया था।

वीर :– “मैंने तुम्हें उस रात माफ़ कर दिया था… पर बार-बार जानबूझ कर आग में कूदना, यह दर्शाता है कि खरगोश को शिकार बनने का शौक है।”

रिहान चुप।

वीर उसकी ठोड़ी पकड़ता है, चेहरे को ऊपर उठाता है।

वीर :– “कभी-कभी मैं सोचता हूँ… क्या तुम्हारी मासूमियत असली है, या कोई खूबसूरत ढाल?”

रिहान का गला सूख चुका था। वीर की आँखें उसे चीरती जा रही थीं।

रिहान (धीमे से) :– “सर… मुझे जाने दीजिए।”

वीर ने ठोड़ी छोड़ी, एक कदम पीछे गया।

वीर (धीरे से मुस्कराकर) :– “जाओ। लेकिन अगली बार… अगर ऊपर आओगे, तो नीचे धकेल दिया जाएगा।” और हां सुनो आज एक बिजनेस पार्टी में जाना है तो तुम मेरे साथ जाओगे मैं तुम्हे 8 बजे पिक कर लूंगा!! तुम रेडी रहना!!!
रिहान :– पर मैं ही क्यों?!
वीर :– जितना कहा जाए उतना करो!!!!

रिहान बिना कुछ बोले बाहर निकल जाता है।

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VS GROUP की पार्किंग

रिहान तेज़ी से निकल रहा था कि जुनैद सामने आ गया।

जुनैद (परेशान होकर) :– “अबे कहाँ था तू? तुझे वीर सर ने पर्सनली बुलाया था ना! सब पूछ रहे थे!”

रिहान ने झूठ बोलने की कोशिश की।

रिहान :–“वो कुछ टेक्निकल काम था ऊपर… बस वही देख रहा था।”

जुनैद थोड़ी देर उसे घूरता रहा।

जुनैद :– “तू कुछ छुपा रहा है क्या?”

रिहान (हँसते हुए) :– “तू भी जासूस बन गया क्या अब?”

जुनैद मुस्कराया, पर उसकी आंखों में शक की हल्की झलक थी।


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रिहान का फ्लैट | रात

रिहान थका हुआ था — पर दिमाग में अब और सवाल थे।

डायरी के पन्नों पर लिखा था —

"अगर तुम्हारा सामना भेड़िये से हो जाए… तो उसे पहचानने में देर मत करना। वो मुस्कराकर भी काट सकता है।"

रिहान (आँखें बंद करते हुए) :– “अब मैं डरूंगा नहीं। अगले कदम से पहले… मुझे जानना होगा — वीर सैयद कौन है? और पापा के केस से उसका क्या रिश्ता है।”

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वीर का विला | समंदर के सामने

वीर :–“ACP मेहरा का बेटा… आखिरकार आ ही गया। लेकिन अभी वो एक बच्चा है।”

शेखर :– “और अगर बच्चा शेर बन जाए?”

वीर :– “नहीं वो खरगोश ही रहेगा!! और उसका शिकार मैं ही करूंगा!!!।”

फिर थोड़ी देर चुप रहकर, वो धीमे से बुदबुदाता है —

“या फिर… उसे अपने पिंजरे में कैद कर लूंगा — हमेशा के लिए।” 

फिर वहां से शेखर चला जाता है.....वीर टाइम देखता है तो 7:55 हो रहे थे वो रेडी था कार की चाबी लेता है और चला जाता है रिहान के घर की तरफ!!

उधर रिहान भी रेडी था उसने लाइट पिंक कलर का सूट पहना था बहुत ज्यादा ही क्यूट लग रहा था! 
पर वो इंतेज़ार करते करते बाहर बेंच पर ही सो गया था!!
वीर पहुंचता है और कार से उतर कर उसके फ्लैट की तरफ जाता है तो देखता है रहनी वही एक बेंच पर सो गया है वीर उसके करीब जाता है और कान में धीरे से कहता है :– "उठो खरगोश भेड़िया आ गया तुम्हारा शिकार करने"!!! 
रिहान की नींद अचानक खुल जाती है वो डरकर पीछे सरक जाता है!!
वीर :– अरे अरे डरो मत मैं ही हूं!! ऐसे बाहर सज धज के सोगे तो कोई तुम्हे चुराकर ले जाएगा!!
रिहान :– हम....के भी गया तो मुझे खुदको प्रोटेक्ट करना आता है!!
वीर :– ओह अच्छा!! कैसे प्रोटेक्ट करोगे खुदको? अपने नाखून से😂
रिहान (मुंह बनते हुए) :– जाना है तो चलिए वरना मैं सोने जा रहा हूं!! 
यह कहकर वो जाने लगता है पर वीर उसका हाथ खींच के उसे अपनी और कर लेता है जिससे रहनी उसके सीने में टकरा जाता है वो ऊपर उसे देखता है वीर उसे एक दैविक स्माइल करके देख रहा था!!
रिहान खुदको छुड़ाता है और कहता है :– "चलिए वरना लेट हो जाएंगे!!
वीर :– हां चलो! वैसे काफी अच्छे दिख रहे हो आज!!
रिहान :– मैं रोज ही अच्छा दिखता हूं! अपने आज ही देखा है!!
वीर(हंसते हुए) :– ओह अच्छा तो अबसे रोज देखूंगा तुम्हे
वो दोनों कार में बैठ जाते हैं
वीर कार चला रहा था और रिहान बैठे बैठे सो गया था वीर उसकी तरफ देखता है और उसके मासूम चेहरे में खो जाता है रिहान अचानक आँखें खोलदत है जिससे वीर हड़बड़ा कर आगे दिखलाता है फिर। वो दोनों वहां पहुंच जाते हैं......एक बहुत बड़ा होटल है बहुत लोग आए हैं कुछ अपने फैमिली के साथ आए हैं कुछ अपने गर्लफ्रेंड बॉयफ्रेंड के साथ तो कोई अकेला!!
रिहान और वीर कार से उतरते हैं दोनों को देख कर लोग बातें करने लगते हैं "दोनों कितने प्यारे लग रहे हैं साथ में क्यूट कपल!"
रिहान वीर की तरफ देखता है तो वीर उसे कहता है :–"उनकी बातों पर ध्यान मत दो वो सह ऐसे ही कहते हैं"
रिहान कुछ नहीं कहता वो दोनों अन्दर चले जाते हैं उनको वेलकम किया जाता है तभी वीर के पास बहुत सारे बिज़नस मेन आते हैं तो रहनी साइड हो जाता है और जाकर एक सोफे में बैठ जाता है!!!!
उसे दूर से दो लड़के देख रहे होते हैं। और शराब पीते पीते बात कर रहे होते हैं "यार वो देख क्या माल है लड़का होकर भी इतना खूबसूरत कैसे दिख सकता है कोई"
दूसरा लड़का "हां यार उसका होठ देख एकदम गुलाबी"
चल उसके पास चलते हैं मजे लेंगे उसके!!!
पहला लड़का "अरे नहीं किसीको पता चल गया तो"
दूसरा लड़का "डरता क्यों है मेरे पापा की पार्टी है वो कैसे नहीं मानेगा!!?"
दूसरा लड़का "मेरे पास एक आइडिया है, उसके ड्रिंक में नशे की गोली मिला देते हैं और उसे तेरे रूम में ले जायेंगे! क्या कहता है!?
पहला लड़का "आइडिया तो सही है पर किसीको पता चल गया तो?!
दूसरा लड़का "अरे डरता क्यों है मैं हूं न कुछ नहीं होगा"
वो एक जूस में कोई दबाई मिलाते हैं और उसके पास चले जाते हैं उससे बातें करते हैं और देनी ऑफर करते हैं वो पहले तो मन करदाता है फिर पी लेता है फिर वो उसे बातें करते रहते है जब तक उसे नशा नहीं हो जाता!! रिहान की थोड़ा थोड़ा नशा होने लगा था वो उसके उपर जानबूझ कर जिस गिरा देते हैं और कहते हैं "सॉरी सॉरी गलती से गिर गया चलो हम तुम्हे वॉशरूम तक ले जाते हैं!!
रिहान उनकेंसाथ चलदेता है वो उसे उस लड़के के कमरे में ले जाते हैं! रिहान वहां जाते ही बेहोश हो जाता है!!! वो उसे बेड में लेता देते हैं और अंदर से डुर को लॉक करदेतेते हैं!!


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To Be Continued…

अगले एपिसोड में:

जुनैद को कुछ सुराग़ मिलते हैं रिहान की असलियत के।

और क्या वीर रिहान को बचा पाएगा?!

और रिहान को वीर के अतीत की पहली झलक मिलती है — एक फ़ोटो में।


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~Unknown Writer 🦢