### 🌸 **नेहा की रिकवरी और करण की नज़दीकियाँ**
वो रातें अब गुज़र चुकी थीं जब नेहा खुद से भी डरती थी। उसकी आंखों में अब भी हल्का भ्रम था, पर करण का साथ उसे धीरे-धीरे **यथार्थ की ज़मीन** पर ला रहा था।
हर सुबह करण उसे किताब पढ़कर सुनाता, कॉफी बनाकर देता, और जब वो डर से काँपती, तो **उसके माथे पर एक किस देता – भरोसे का।**
एक दिन नेहा ने उसकी तरफ देखा –
**"मैं अब सबकुछ भूलना चाहती हूँ करण... सिर्फ तुम्हारी होना चाहती हूँ।"**
करण मुस्कराया, उसकी आंखों में देखता रहा –
**"और मैं तुझे किसी और का होने नहीं दूँगा।"**
---
### 🧩 **रिया और मोना – एक उलझा रिश्ता**
दूसरी ओर, **करण की बहन मोना**, शहर लौट चुकी थी। वो ग्लैमरस, आज़ाद और रहस्यमयी थी। मोना को **रिया में एक आकर्षण** महसूस हुआ।
एक रात, शराब और सन्नाटे के बीच मोना ने रिया से कहा –
**"तुम्हें कभी किसी लड़की से मोहब्बत हुई है?"**
रिया चौंकी, पर मना नहीं कर सकी। उस रात, उनके बीच **एक अंतरंग रिश्ता** शुरू हुआ – अस्थायी लेकिन जज़्बाती।
मोना अब चाहती थी कि रिया **करण से दूर हो जाए**, और **उसकी हो जाए।**
---
### 🔥 **राज यादव और नया विलेन – भूषण यादव की चालें**
राज यादव अब सिर्फ ब्लैकमेलर नहीं था, बल्कि एक **ड्रग रैकेट और पॉलिटिकल गेम का चेहरा** बन चुका था।
**भूषण यादव** उर्फ यादवजी – एक भ्रष्ट नेता, जिसकी नजर **रिया और नेहा** पर थी। एक को वो **"चैरिटी फेस"**, और दूसरी को **"निजी इस्तेमाल"** के लिए चाहता था।
राज ने उसे डील ऑफर की –
**"पचास लाख में दोनों लड़कियाँ आपकी..."**
भूषण हँसा –
**"मैं तो कहता हूँ करण को भी खत्म कर देते हैं।"**
राज –
**"वो काम तो मेरी ड्रिंक कर देगी…"**
---
### 👰 **शादी, ज़हर और धोखा**
शादी का मंडप सज चुका था। नेहा, सिंदूर और सजे गहनों में परी सी लग रही थी। करण उसे देखकर बोला –
**"आज मेरी दुनिया पूरी हो रही है।"**
लेकिन इसी बीच, रिया ने नेहा को धोखे से बेहोश कर दिया।
**"मैं करण को किसी और के साथ नहीं देख सकती..."**
रिया ने नेहा की जगह ले ली।
राज ने रिया के लिए ज़हर मिलाया था, लेकिन **वही ड्रिंक करण पी गया।**
वो लड़खड़ाया, और सबके सामने गिर पड़ा।
राज मुस्कराया –
**"एक गया, दो बाकी..."**
---
### 🕳️ **नेहा और रिया का अपहरण**
नेहा को बेहोश देखकर राज यादव और उसके आदमियों ने दोनों को उठाकर एक काली SUV में डाल दिया।
अगले ही दिन की डील थी – भूषण यादव के पास उन्हें सौंपना।
---
### 🛏️ **करण की वापसी और अर्जुन की एंट्री**
करण की जान बच गई। जब होश आया, तो मोना ने सारी सच्चाई बताई।
करण ने एक नंबर डायल किया –
**"अर्जुन, वक्त आ गया है..."**
**अर्जुन**, उसका कज़िन, एक्स-सैनिक, अब प्राइवेट सिक्योरिटी ऑपरेटर –
**"चल भाई, आज फिर से खून उबालने दे…"**
दोनों निकले – **नेहा और रिया को छुड़ाने के लिए।**
---
### 🚗 **कार चेज़, गोलियाँ और बम**
राज यादव की SUV रेगिस्तान की तरफ जा रही थी।
करण और अर्जुन उसका पीछा करते हैं।
गोलियाँ चलती हैं, टायर फटते हैं, गाड़ियाँ पलटती हैं। अर्जुन का एक्शन आर्मी स्टाइल में है – तेज़, बेधड़क।
SUV में नेहा और रिया चुपचाप हथकड़ी खोलने की कोशिश करती हैं।
---
### 🧨 **क्लाइमेक्स – गोलीबारी और विस्फोट**
करण और अर्जुन सीधे घुसते हैं राज यादव के ठिकाने पर।
बम, गोली और संघर्ष – अर्जुन ने राज के आदमियों को गिरा दिया।
नेहा और रिया भाग निकलती हैं। करण उन्हें गले लगाता है –
**"अब तुम किसी की कैद में नहीं रहोगी..."**
लेकिन तभी राज यादव, **रिमोट निकालता है** –
**"अब कोई नहीं बचेगा!"**
BOOM!
एक ज़ोरदार धमाका होता है।
धूल, धुआँ, आग...
---
### 🕳️ **आखिरी दृश्य – मौत या मोड़?**
रेत के नीचे एक हाथ काँपता है – नेहा?
दूसरी ओर, एक जला हुआ बदन पड़ा है – करण?
दूर, एक आदमी का चेहरा राख से झांकता है – **राज यादव...?**
---
## 📘 **अनकहे रिश्ते – सीजन 3 समाप्त**
### *"जहाँ मोहब्बत थी, अब मौत की परछाइयाँ हैं..."*
### 🔥 **क्या होगा सीजन 5 में?**