Ahsaas - Last part in Hindi Classic Stories by Vartikareena books and stories PDF | एहसास ( अंतिम भाग )

Featured Books
Categories
Share

एहसास ( अंतिम भाग )










दोनों हास्पिटल से बाहर आए और इस बार मुस्कुराते हुए। पहले जब वो यहां से जा रहे थे तब उनके चेहरे पर गहन उदासी थी मगर आज ! आज उनके चेहरे पर एक नई जिंदगी के अपनी जिंदगी में आने कि खुशी थी । दोनों कार में बैठे और फ्लैट कि तरफ चल दिए। 



जब वो फ्लैट पहुंचे तो लड़के ने लड़की को गाड़ी से उतरने से मनि कर दिया । लड़की उसे असमंजस कि स्थिति में देख रही थी । उसे देख लड़का हल्का सा मुस्कुराया फिर लड़की का सर सहला वो गाड़ी से उतर गया । वो लड़की कि तरफ आया और दरवाजा खोल उसे संभाल कर ब्राइडल स्टाइल में गोद में उठा लिया । लड़की कि आंखें हैरानी से बड़ी हो गई । मगर लड़का हँस दिया । 

लड़की ने ना में अपनी गर्दन हिला दी । 


तभी लड़के ने उसे अपनी तरफ एक झटका दिया और लड़की उचक कर लड़के के चेहरे के बिल्कुल करीब आ गई । उसने लड़के कि गर्दन के आसपास अपनी बाहें डाल रखी थी ताकि वो गिरे ना ! मगर जिसने उसे संभाला था उसने खुद से ये वादा किया था कि वो अब कभी अपनी जान और अपने बच्चे को मुसिबत में नहीं आने देगा । हमेशा उनके साथ होगा । 



वो फ्लैट में पहुंचे और लड़के ने लड़की को हॉल में रखे सोफे पर बिठा दिया। फिर उसने झुककर लड़की के माथे को चूम लिया । लड़की कि आंखें बंद हो गई और वो मुस्कुरा दी । 



इसके बाद लड़का किचन में गया और कुछ फल काटकर और साथ में जूस लेकर बाहर आया । लड़की ने जब ये देखा तो उसकी भले ऊपर चढ़ गई ‌।


वो खड़ी होते हुए बोली " हम ये नहीं खाएंगे ! " 

" खाना होगा ! " 

" हमारा मन नहीं है ! " लड़की ने नाक सिकोड़ते हुए कहा 


लड़का उसके पास आया और प्यार से उसने लड़की को नाक खिंच ली । लड़की ने चिढ़ कर उसे देखा तो उसने कंधे उचका दिए । 


" ये खाओ ! " 

" नही !! " लड़की मुह फुलाकर बोली

" पुछा नहीं है मैंने !! " इस बार लड़का सख्ती से बोला तो लड़की मुह बना ली । 


लड़का उसे खुद खिलाने के सोचा और जैसे ही खिलाने वाला था लड़की उसे जीभ चीड़ा कर भाग गई । लड़का हैरान हो गया लेकिन जब उसे होश आया तो उसने लड़की को खिलखिलाते हुए भागते देखा तो वो भी उसके पीछे भागा । दोनों पुरे फ्लैट में उधम मचा रहे थे । 

फ्लैट से हँसते खिलखिलाने कि आवाज़ आ रही थी ।

उस फ्लैट में खुशियों का आगाज हो गया था । 



कुछ समय बात 


" बैठो..बैठोओओओ!! " लड़का उसे गोद में लिए बेड पर बिठाते हुए बोला । लेकिन मजाल है जो वो बैठ जाएं । वो तो लड़के को कसकर पकड़ ली थी और उसकी गोद से उतर ही नहीं रही थी । 


थक हार कर लड़के ने एक तरकीब निकाली और कशिश भरी निगाहों से लड़की को देखने लगा । लड़की कि धड़कने तेज हो गई थी बस उन निगाहों को खुद पर महसूस कर ! 


लड़के ने उसे ऊपर कि तरफ झटका दिया और लड़की उसके चेहरे के करीब आ गई । दोनों एक दूसरे कि गर्म सांसें अपने अपने चेहरे पर महसूस कर रहे थे । लड़का हल्के से मुस्कुराया और उसने होले से लड़की कि नाक को चूम लिया । लड़की का आंखें अपने आप बंद हो गई । गुलाब सी लाली उसके गालों पर उमड़ आई थी । 


लड़के ने उसे देखा और तिरछा मुस्कुरा दिया । उसने लड़की को बैड पर लेटा दिया । फिर फ्रूट्स उसके सामने रख उसे खिलाने लगा । अब लड़की भी चुपचाप खा रही थी । 



उसे फल खिलाने के बाद वो‌ उसकी गोद में सर रखकर लेट गया । लड़की उसका सर सहलाने लगी । उसने लड़की का हाथ पकड़ कर उसे चूम लिया । 


" मैं सब संभाल लुंगा ना ? " 

" हम सब संभाल लेंगे ! " लड़की ने कहा 

लड़के आंखें बंद करे मुस्कुरा दिया । अब उसे भरोसा था कि वो सब कर लेगा । वो अकेला नहीं है उसकी जिंदगी उसके साथ है और हमेशा रहेगी हर मोड़ पर ! 





दो महीने बाद 

लड़की दुल्हन के लिबास में खड़ी थी । उसके चेहरे मुस्कुराहट जा ही नहीं रही थी । आज उनकी शादी हो गई थी । हां ये बात जरूर थी कि उनके मां बाप उनसे नाराज़ थे पर जब उन्हें पता चला कि लड़का लड़की एक दुसरे से शादी करना चाहते हैं तो वो लोग भी मान गए और उनकी शादी करा दी । 





तभी लड़के ने आकर उसे गले लगा लिया । लड़की शर्मा गई । 





दोनों बहुत खुबसूरत लग रहे थे । लड़के ने लड़की का माथा चूमा और फिर उसकी नाक , फिर आंखें , फिर दोनों गाल बारी बारी से फिर हल्के से उसके होंठों को चूम लिया । दोनों एक दूसरे को महसूस करने लगे । थोड़ी देर बाद दोनों अलग हुए तो दोनों ही मुस्कुरा रहे थे । लड़के ने लड़की को गोद में उठाया और बेड पर बैठा दिया । फिर उसने लड़की के गहने उतारे और साइड टेबल पर रख दिए । अब तक लड़की ने अपनी  ओढ़नी भी उतार कर एक तरफ़ रख दिया था । अब लड़के ने ड्रेसिंग टेबल से तेल लिया और लड़की कि पैरों कि मालिश करने लगा । लड़की को काफी आराम मिल रहा था । उसके पैर सूजने लगे थे जिस वजह से उसे पैरों में दर्द होता था । और ये तेल मालिश से उसे काफी आराम मिल रहा था । 


थोड़ी देर बाद लड़के ने लड़की के बैग से एक लोअर और टी शर्ट निकाल ली और लड़की को दे दी । वो कपड़े लेकर चेंज करने चली गई । जब वो बाहर आई तो काफी रीलेक्स लग रही थी । 


उसके बाद वो लड़के के सीने से लग गई । वो उसके बालों में हाथ फेरने लगा । 




छः महीने बाद 



लेबल रूम से तेज से चीखने कि आवाज़ आ रही थी । लड़का बाहर इधर से उधर चहल कदमी कर रहा था । वो काफी ज्यादा परेशान था । बार बार बस अपनी बीवी और बच्चे कि सलामती कि कामना कर रहा था । तभी दरवाजा खुला और डॉक्टर अपनी गोद में एक नन्हे से बच्चे को लेकर आई । लड़के ने जब बच्चे को देखा तो उसकी आंखें नम हो गई मगर उसके चेहरे पर चिंता कि लकीरें अब भी थी और ये चिंता तब खत्म हुई जब डॉक्टर ने लड़की को सही बता दिया । लड़का बच्चे को गोद में लेकर लड़की के पास चला गया जो बेहोश थी । उसने बच्चे को लड़की कि बाजू में लिटाया और उसका माथा चूम लिया । 



आज दोनों परिवार हॉस्पिटल में थे । बच्चे के आने से सबकी नाराजगी ना जाने कहां गायब हो गई । उन सब ने इस नए परिवार को खूब बधाई दी ।




आज सब ठीक हो गया था । और उन्हें एहसास हो गया था उनकी जिम्मेदारी कि , प्यार कि , जिंदगी का !





समाप्त 




आज ये कहानी खत्म होती है। फिर मिलेंगे अगली यात्रा मे !