Adrik is adhiraj
अब आगे.............
तान्या की निगाहें सामने देखकर किरन उसके नजरों का पीछा करते हुए कहती हैं....." तू इस विक्रम को को क्यूं घूर रही है...?..."
तान्या अपनी नजरों को किरन की तरफ करते हुए कहती हैं...." कुछ नहीं , , क्या ये अब भी एकांक्षी के पीछे पड़ा है...?
किरन एकांक्षी को देखकर कहती हैं , जोकि फोhन पर किसी से बात कर रही थी....." हां , लेकिन ये पहले की तरफ हर टाइम एकांक्षी के पीछे नहीं पड़ रहा है शायद हाॅस्पिटल से आने के बाद ये एकांक्षी से डर गया है...."
तान्या विक्रम को शकी नजरों से देखते हुए कहती हैं..." जरुर कुछ गड़बड़ है..." इतना कहकर तान्या बिना कुछ कहे उठकर सीधा जाकर हाथ बांधे उसके सामने खड़ी हो जाती है , , उसे अचानक देख विक्रम कहता है....." ओह ! तान्या फाइनलि तुम्हारा टूर खत्म हो ही गया...."
लेकिन तान्या उसकी बात का जबाव नहीं देती बस उसे घूरती हुई देख रही थी , उसे ऐसे घूरते देख विक्रम उसके सामने चुटकी बजाते हुए सीरियस टोन में कहता है...." अब अपना ही बना लोगी क्या..."
तान्या उसके इस टोन से दांतों को भींचते हुए कहती हैं...." माइंड योर लेंग्वेज...शक्ल देखी है अपनी...
विक्रम उसकी बात को काटते हुए कहता है...." कई बार , हेंडसम हूं..."
" मैं तुम्हारी घटीया पर्सेनालिटी देखने नहीं आई हूं , तुम्हें ये बताने आई हूं , एकांक्षी से दूर ही रहना , एक बार तो मर चुके हो, , दोबारा न मर जाना...."
विक्रम हंसते हुए कहता है..." एकांक्षी के प्यार में जितनी बार मरना पड़े , मैं तैयार हूं...." तान्या उसे गुस्से में घूरते हुए कहती हैं..." मैं भी देखती हूं अब , तुम एकांक्षी के करीब कैसे आते हो..."
तान्या इतना कहकर वहां से चली जाती हैं और विक्रम उसे जाते हुए देखकर खुद से कहता है....." एकांक्षी , तो मेरी है , कुछ भी करूंगा उसे पाने के लिए , देखता हूं तू मुझे कैसे रोकती है... एकांक्षी आज तुम्हें मेरे पास आना होगा.."
विक्रम अपने एटिट्यूड में वहां से बाहर चला जाता है, , इधर तीनों कोल्ड ड्रिंक के साथ गॉसिप्स कर रही थी तभी उन्हें किसी ने डिस्टर्ब किया....." एक्सक्यूज मी, , कैन आई ज्वाइन यू....."
तीनों उसकी तरफ देखते हैं ,
" श्योर आद्रिक , , बैठो...." किरन की बात सुनकर दोनों उसे हैरानी से देखती है ,
आद्रिक बिना देर की एकांक्षी की तरफ देखकर कहता है..." एम सॉरी , मुझे नहीं पता था , मेरे गिटार बजाने से आपको प्रोब्लम हो सकती है , ..."
एकांक्षी हैरानी से उसे देखते हुए पूछती है..." एम सॉरी , लेकिन मैंने न तो आपको पहले देखा है न आपके गिटार का म्यूजिक सुना है , तो फिर मुझे क्या प्रोब्लम होगी...."
एकांक्षी की बात सुनकर आद्रिक उलझन भरी नजरों से उसे देख ही रहा था तभी किरन उसका ध्यान हटाने हुए कहती हैं..." Hey आद्रिक कुछ लोगे , जूस या, काफी या कोल्ड ड्रिंक...."
" ऑफ कोर्स , कोल्ड ड्रिंक...."
किरन उसके लिए कोल्ड ड्रिंक मंगवा लेती है लेकिन आद्रिक एकांक्षी को देखते हुए सोचने लगता है...." एकांक्षी , आज सुबह के म्यूजिक को कैसे भूल गई , , शायद एक बार फिर से इनके सामने प्ले करता हूं..."
आद्रिक एकांक्षी की तरफ देखते हुए पूछता है...." क्या आपको गिटार म्यूजिक सुनना है..?.."
किरन एकांक्षी की तबीयत सोचकर मना कर देती है लेकिन एकांक्षी और तान्या उसे चुप करते हुए कहती हैं..." हां , क्यूं नहीं...."
" लेकिन यहां नहीं ग्राउंड में चलते हैं , वहां स्टेयर्स पर सुनाना...."
एकांक्षी तान्या का सपोर्ट करते हुए कहती हैं...." हां , ये ठीक होगा.... वैसे आपने अपना इंट्रो नहीं दिया...."
आद्रिक एकांक्षी की तरफ हाथ बढ़ाते हुए कहता है..." आई एम आद्रिक चक्रवर्ती , यू..?
एकांक्षी उससे हाथ मिलाते हुए कहती हैं..." एकांक्षी शर्मा..."
आद्रिक के हाथ को छूने से एकांक्षी की हार्ट बीट तेज हो जाती है, जिसे महसूस करती हुई एकांक्षी कभी आद्रिक को देखती कभी उसके हाथों में पकड़े हुए अपने हाथ को देखते हुए सोचते हुए कहती हैं...." ये मुझे इतनी घबराहट क्यूं हो रही है....?..."
आद्रिक एकांक्षी की बैचेनी समझकर अपने हाथ को वापस लेकर कहता है....." और आप...?..."
" तान्या मेहरा..."
" नाइस टू मिट यूं..."
" अगर तुम सबका इंट्रो हो गया तो चले..." किरन की नजर लगातार एकांक्षी पर थी जोकि किसी उलझन में लग रही थी , इसलिए उसके कंधे पर हाथ रखते हुए कहती हैं..." ज्यादा मत सोचा कर...."
आद्रिक अपनी कोल्ड ड्रिंक खत्म करके तीनों के साथ बाहर चला जाता है.....
आद्रिक गिटार को प्ले करने लगता है , वहीं धीरे धीरे सब लड़कियां उसके आसपास इकट्ठा होने लगती है , ... एकांक्षी सेंकेड स्टेयर्स पर तान्या के साथ बैठी हुई थी और आद्रिक के म्यूजिक को सुनने लगती है......
आद्रिक मतलब अधिराज अपने पुराने साथ को याद करते हुए , उस सारंगी की धुन बजाने लगता है लेकिन जैसे ही उसका ध्यान एकांक्षी पर जाता है , वो परेशान सा हो जाता है क्योंकि एकांक्षी को अब इस म्यूजिक से कोई दिक्कत नहीं हो रही थी , उसे देखकर तो ऐसा लग रहा था जैसे उसने ये म्यूजिक पहली बार सुना है , , आद्रिक काफी परेशान होने लगता है और खुद से ही कहता है...." एकांक्षी पर इस धुन का कोई असर क्यूं नहीं हो रहा है , सुबह तो ये बिलकुल परेशान हो गई थी....ये सब हमारे साथ क्या हो रहा है , कही प्रक्षिरोध को पता तो नहीं चल गया.... नहीं मुझे आज ही कुंदनवन जाना होगा....."
आद्रिक एकांक्षी के बारे में सोच रहा था तो एकांक्षी बस ध्यान से उस म्यूजिक को सुन रही थी तभी उसके सिर में अचानक दर्द होने लगता है , जिससे वो काॅल का बहाना करके वहां से चली जाती हैं.....
विक्रम जोकि बहुत देर से एकांक्षी का वेट कर रहा था , उसके कारिडोर में आते ही , उसके एक तस्सली मिलती है और धीरे धीरे उसके करीब पहुंचकर उसकी कलाई से पकड़कर दीवार से सटा देता है , ,
अचानक हुई हरकत से एकांक्षी विक्रम को देखकर गुस्से में कहती हैं...." ये क्या बदतमीजी है विक्रम.... छोड़ो मेरा हाथ..."
विक्रम देखते हुए कहता है...."और कितना तड़पाओगी मेरी जान...."
विक्रम धीरे धीरे उसके होंठों के करीब पहुंचने लगता है.....
................ to be continued...........
क्या विक्रम एकांक्षी को किस कर पाएगा..?..या आद्रिक उसे रोक लेगा...
जानने के लिए जुड़े रहिए....