Saat fere Hum tere - Secound - 40 in Hindi Love Stories by RACHNA ROY books and stories PDF | सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - ४०

Featured Books
  • સ્વપ્નિલ - ભાગ 8

    “ આજ એ સમય આવી ગયો છે ”  વિધી ની આંખો માં કંઇક અજીબ જ લાગણીઓ...

  • પરંપરા કે પ્રગતિ? - 14

    આગળ આપણે જોયું કે પ્રિયા પોતાનું કામ ખૂબ જ રસ પૂર્વક કરતી હત...

  • ભાગવત રહસ્ય - 291

    ભાગવત રહસ્ય - ૨૯૧   શુકદેવજી વર્ણન કરે છે-અનેક વાર ગોપીઓ યશો...

  • ધૈર્ય

    ધૈર્ય शनैः पन्थाः शनैः कन्था शनैः पर्वतलंघनम । शनैर्विद्या श...

  • અભિનેત્રી - ભાગ 48

    અભિનેત્રી 48*                                  શર્મિલાએ કરેલ...

Categories
Share

सात फेरे हम तेरे - सेकेंड सीजन - भाग - ४०

जिंदगी हमें बहुत कुछ सिखा देती है कहीं पर खुशी है तो कहीं पर गम के बादल मंडरा रहे हैं।
 
आज संजना की गोद भराई की रस्म हो रही है। माया ने फोन पर ही सब कुछ बताया कि कैसे क्या करना है।कुछ औरतें आई हुई थी जो सब मिलकर संजना की गोद भराई की रस्म पुरी कर दिया।फिर इसी तरह से एक सात महीने गुजर गए और फिर संजना का नौ महीने भी पुरे होने वाले हैं।विक्की और सारा दोनों पुरी तरह से संजना का ख्याल रखते हैं। और साथ राधिका ने भी सब कुछ बहुत ही अच्छे से सम्हाल लिया था।आज सुबह से ही संजना की तबीयत ठीक नहीं है दीदी ये बात राधिका माया को फोन पर बता रही थी।माया ने कहा हां ठीक है आज ही उसे एडमिट करवा दो।
राधिका ने कहा हां ठीक है मैं विक्की भैया से बात करती हूं।सारा और विक्की दोनों ही संजना के पास ही थे।राधिका ने आकर कहा कि भाभी को भर्ती करवा दिजिए।फिर विक्की ने फोन पर एम्बूलैंस बुलाया और फिर कुछ देर बाद ही सब निकल गए।संजना को डाक्टर ने चेक किया और कहा कि अभी आपरेशन करना पड़ेगा।विक्की ने कहा हां ठीक है डाक्टर।
फिर संजना को लेकर चलें गए।बस कुछ घंटों का इंतजार हो रहा था विक्की इधर उधर टहल रहा था और सारा भी हाथ जोड़कर प्रार्थना कर रही थी फिर रोने की आवाज सुनकर विक्की खुशी से उछल कूद करते हुए कहा मैं बाप!बन गया ओह माई गॉड।।सारा भी खुशी होकर नाचने लगीं।कुछ देर बाद नर्स बाहर आकर बोली लड़की हुई हैं ।विक्की ने अपने जेब में से इतना सारा पैसा निकाल कर नर्स को दिया।कुछ देर बाद ही नर्स ने एक छोटी सी नन्ही परी को लेकर विक्की के गोद में दे दिया।विक्की ने पहली बार पापा बनने का एहसास हुआ वो नन्ही परी के छोटे छोटे हाथ पैर देख रहा था और फिर विक्की खुशी से रोने लगा।कुछ देर बाद ही संजना को केबिन में शिफ्ट किया गया।कुछ देर बाद सारा, राधिका और विक्की तीनों संजना के पास पहुंच गए।
संजना उस समय तक बेहोश थी।बेबी बगल में एक छोटे से पालने में सो रही थी।।तीनों चुपचाप वहां खड़े थे और फिर डाक्टर आ गए और फिर संजना और बेबी को चेक किया और नर्स को दवाई समझा कर चले गए।
फिर विक्की ने राधिका को समझा दिया और फिर सारा और विक्की दोनों वापस बंगले में वापस आ गए।वापस आते सुबह हो गई थी।विक्की ने माया को भी फोन करके ये गुड न्यूज दिया।सब सुनकर बहुत खुश हो गए।।
उधर हजारों सपने आंखों में लेकर नैना आज भी उसी अस्पताल में भर्ती थी। आज नैना ठीक हो रही थी पर  धीरे-धीरे ।। डाक्टर और नर्स सब मिलकर नैना को ठीक करने में लगे हुए थे। अभय और अपर्णा भी हर रोज नैना के पास आती थी।।डाक्टर ने कहा आज नैना ने सूप पिया है, आज नैना ने थोड़ी देर बात भी किया, आज नैना हंस भी रही थी । नर्स ने कहा हां ठीक कहा आपने हम चाहते हैं तो नैना जल्दी से वापस अपने घर चली जाएं।डाक्टर ने कहा हां ये दुआ तो इस अस्पताल के हर एक मरीज़,हर एक कर्मचारी,हर एक डाक्टर, नर्स,कूडेवाला, चाय वाला तक कर रहा है,पर भगवान इतना निर्दय कैसे हो सकता है हां।।नर्स ने कहा हां ठीक कहा आपने आज नैना उठ गई तो अपना चेहरा देखना चाहेगी?डाक्टर ने कहा हां पर आज मेडिकल साइंस कहां से कहां पहुंच गया है।।नर्स ने कहा हां ठीक कहा आपने।।
बंगले में खुशियां वापस आ गई थी सुबह सुबह सब आफिस से फौजी भाई लोग आ गए और सब मिलकर विक्की को ऊपर उठा लिया और फिर बोला कि जियो मेरे लाल।। पार्टी चाहिए।यारा!
विक्की ने अरे बाबा उतारो नीचे।सारा ने सबको मिठाई खिलाकर खुशी जाहिर किया।विक्की ने कहा अरे बाबा अब हमें भी जाना अस्पताल में।फिर सारे आफिस के सहकर्मी चले गए और फिर विक्की और सारा भी अस्पताल पहुंच गए।केविन में पहुंच कर देखा कि बेबी रो रही थी और राधिका संजना को दवा पिलाकर रही थी।और फिर विक्की ने कहा कानगाचुलेशन।संजना हंसने लगी और फिर बोली यस सर मै चाहती हुं कि आपकी परी आपकी तरह बनें। देश की सेवा करें एक फौजी बने।विक्की यह सुनकर बहुत ही इमोशनल हो गया।कुछ देर बाद डाक्टर चेक करने आ गए।फिर डाक्टर ने कहा कि कल तक डिस्चार्ज मिल जाएगा।विक्की ने कहा कोई दिक्कत तो नहीं है?डाक्टर ने कहा हां संजना को बस आराम की जरूरत है और अभी वो बेबी को फिड भी नहीं करा सकती है तो आप घर पर ही नर्स रख सकते हैं।राधिका ने कहा हां भैया, भाभी को यहां अच्छा नहीं लग रहा है।
विक्की ने कहा हां ठीक है पर एक नर्स भी ले जाएंगे।डाक्टर ने कहा हां ठीक है।संजना ने कहा विक्की मैं क्या परी को गोद नहीं ले सकती?.विक्की ने कहा हां ज़रूर पर अभी नहीं, तुम्हें अभी कमजोरी है।।
संजना रो रही थी और फिर विक्की ने कहा ऐ संजू रोने का नहीं रे बाबा।।संजना फिर हंसने लगी।विक्की ने कहा ठीक है फिर हम चलते हैं।सारा ने कहा भाभी जल्दी घर आ जाओ।फिर दोनों वहां से निकल गए और घर वापस आ गए।बंगले पहुंच कर देखा तो अनिक आया हुआ था।अनिक ने गले लगा लिया और फिर बोला अरे बाबा पापा जी!विक्की हंसने लगा और फिर बोला सुन कल से पुरे बंगले को गुब्बारे और लाइट से सजाना होगा।अनिक ने कहा हां ठीक है मैं कल ही  बुलाता हूं।विक्की ने कहा हां ठीक है चलो अब खाना खाने चले।फिर तीनों मिलकर खाना खाने बैठ गए।बात करते हुए खाना खाने लगे और फिर सब थक हार कर सो गए।एक नन्ही परी के आने से पुरा विक्की बदल जाएगा या फिर कुछ ऐसी अनहोनी हो जाएगा जिसके लिए विक्की भी टूट कर बिखर जाएगा।ये सब जानने के लिए अगला अध्याय जरूर पढ़ें।क्रमशः